Jammu and Kashmir: कश्मीर में 6 दिव्यांग युवाओं की ज़िंदगी में भारतीय सेना की पहल से आशा की किरण दिखने लगी है । सेना ने इन दिव्यांग युवाओं के लिए स्कींग खेल का आयोज किया। सेना का यह कदम इन युवाओं की ज़िंदगी बदलने का एक ज़रिया हो सकता है। बता दें दिव्यांग युवाओं के लिए ऐसे खेल का आयोजन देश में पहली बार किया जा रहा है।
भारत में विशेष रूप से दिव्यांग लोगों के लिए स्कीइंग की खोज अभी बाकी है। कश्मीर के इन छह युवाओं ने HAWS, गुलमर्ग में मेजर जनरल आर. के. सिंह, कमांडेंट, HAWS की देखरेख में दो सप्ताह की ट्रेनिंग ली। इन युवाओं ने अपनी लाइफ में पहली बार स्कीइंग की। जम्मू-कश्मीर में स्वयंसेवकों को खोजना आसान काम नहीं था, बहुत ही सोच समझकर टीम का गठन किया गया। जयपुर के एक गैर सरकारी संगठन भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति ने इन्हें सहायक उपकरण प्रदान किया था।
टीम ने कठिन परिस्थितियों में 12 मार्च से 26 मार्च 2022 तक 14 दिनों की बेसिक स्कींग कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा किया। टीम का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल धर्मदत्त गोयल ने किया। ट्रेनिंग के दौरान युवाओं ने फिसलने, ग्लाइडिंग, बर्फ की जुताई, पैंतरेबाजी, और ट्रैवर्सिंग सीखी। बेसिक ट्रेनिंग के बाद उन्होंने 250 मीटर की दूरी तय की जो पहले दिन असंभव लग रही थी। देश में एक अलग प्रयोग के कारण यह उपलब्धि 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज होगी। इन दिव्यांग युवा का साहस संदेश देता है कि जीवन में चुनौतीपूर्ण स्थिति के बावजूद अगर परिश्रम करें तो सबकुछ संभव है।
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