नई दिल्ली: भारत और अन्य देशों के ईरान से व्यापार बढ़ाने के इरादों को धक्का लग सकता है। अमेरिका चाहता है कि भारत और अन्य देश अपने व्यापार संबंधों को बढ़ाने से पहले ईरान और पश्चिमी देशों के बीच परमाणु समझौते के पूरी तरह हो जाने का इंतजार करें। अमेरिकी मंत्री वेंडी शेरमन ने बुधवार को यह बात कही।
भारत समेत ईरान से तेल आयात करने वाले देशों की व्यापार बढ़ाने की उत्सुकता को देखते हुए शेरमन ने कहा, 'मैं कहना चाहूंगा कि थोड़ा रुको, ईरान के साथ अभी अंतिम समझौता नहीं हुआ है।'
पश्चिमी देशों को डर है कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों में छूट के सहारे ईरान परमाणु बम विकसित कर सकता है। डिप्लोमेट्स अब इन आशंकाओं का समाधान तलाशने में जुटे हैं। हालांकि, अमेरिका ने कहा है कि अभी ईरान के साथ कठोर मसलों पर बात करना बचा है और इसका बात की कोई गारंटी नहीं है कि 30 जून तक डील हो ही जाए।
ईरान से परमाणु वार्ता करने में प्रमुख भूमिका निभा रहे शेरमन ने कहा, 'हम जानते हैं कि प्रतिबंध हटने के बाद कोई भी ईरान से व्यापार संबंधों को लेकर पीछे नहीं रहना चाहता है। हर कोई अगली लाइन में ही रहना चाहता है।'
गौरतलब है कि हाल ही में भारत के एक प्रतिनिधि मंडल ने ईरान का दौरा किया था और तेल के आयात संबंधी मसलों पर चर्चा की थी।
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