रोजाना करें ये 10 योगासन और पाएं डायबिटीज से हमेशा के लिए छुटकारा, स्वामी रामदेव से जानिए तरीका
स्वामी रामदेव के अनुसार नियमित रूप से कुछ योगासन करके आप डायबिटीज को भी जड़ से खत्म कर सकते हैं। बस इसके साथ अपने आहार का भी पूरा ध्यान रखें।
खराब खानपान और लााइफस्टाइल के कारण कई बीमारियों का जन्म होता है इन्हीं में से एक है ब्लड शुगर। कई लोगों को डायबिटीज की समस्या जेनेटिक भी होती है। स्वामी रामदेव के अनुसार आज के समय में डायबिटीज की समस्या आम रोग बन चुका है। जिससे अधिकतर लोग परेशान रहते हैं। अभी तक माना जाता था कि डायबिटीज को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है, लेकिन कुछ योगासन और प्राणायाम करके आप आसानी से इसे खत्म कर सकते हैं वो भी नैचुरल तरीके से।
स्वामी रामदेव के अनुसार अगर आपने ब्लड शुगर जैसी बड़ी बीमारी को अनदेखा किया तो यह आगे चलकर किसी खतरनाक बीमारी का कारण भी बन सकता है। जब शरीर में शुगर लेवल बढ़ता है तो किडनी, हार्ट, ब्लड प्रेशर या फिर आंखों की रोशनी कम होने की शिकायत हो जाती है। इसके साथ ही डायबिटीज के कारण पूरा शरीर खोखला हो जाता है। हाथ, कंधे आदि जमने लगते हैं। यानी उनका सुचारू रूप से मूवमेंट करने में काफी दर्द होता है। जानिए किन योगासन और प्राणायाम की मदद से इस समस्या से पा सकते हैं निजात।
ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए योगासन
मंडूकासन
मंडूक का अर्थ है मेंढक अर्थात इस आसन को करते वक्त मेंढक के आकार जैसी स्थिति प्रतीत होती इसीलिए इसे मंडूकासन कहते हैं
डायबिटीज , कोलाइटिस को कंट्रोल करे।
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
कब्ज और गैस की समस्या करे खत्म
पाचन तंत्र को करे सही
लिवर, किडनी को रखें स्वस्थ्य
वजन घटाने में करें मदद।
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शशकासन
डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी।
थकान को भगाकर एनर्जी दें।
मोटापा कम करने में मददगार।
लिवर, किडनी रोग के लिए फायदेमंद।
तनाव और चिंता को करे कम।
क्रोध, चिड़चिड़ापन से दिलाएं निजात।
मानसिक रोगों के लिए फायदेमंद।
वक्रासन
वक्रासन बैठ कर किए जाने वाले आसनों में एक महत्वपूर्ण आसन है। वक्रासन 'वक्र' शब्द से निकला है जिसका मतलब होता टेढ़ा। इस आसन में रीढ़ टेढ़ी या मुड़ी हुई होती है, इसीलिए इसका यह नाम वक्रासन रखा गया है।
फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाए।
किडनी, लवर को रखें हेल्दी।
पेट की चर्बी को करें कम।
ब्लड शुगर को करे कंट्रोल।
योगमुद्रासन
डायबिटीज से दिलाएं निजात
पेट से जुड़े रोगों से दिलाएं निजात
वजन घटाने में मदद मिलती है
रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाएं।
पाचन तंत्र को रखें फिट।
मन और शरीर को रखें शांत
अर्द्ध मत्येंद्रासन
डायबिटीज को करें कंट्रोल
किडनी के लिए लाभकारी
अस्थमा रोग से मुक्ति दिलाएं।
तनाव और चिंता को करे कम।
शरीर में लचीलापन बनाता है।
फेफड़ों को ऑक्सीजन पहुंचाएं।
हार्ट को हेल्दी और मजबूत बनाने में मदद करता है।
गोमुखासन
इससे पैंक्रियाज एक्टिव होता है।
लिवर और किडनी के लिए लाभकारी
रीढ़ की हड्डी को करें मजबूत
शरीर का पॉश्चर ठीक करें।
डायबिटीज को कंट्रोल करने में करें मदद।
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उत्तापादासन
इस आसन को कम से कम 1 मिनट करें।
डायबिटीज की समस्या से निजात मिलेगा।
गैस, कब्ज, एसिडिटी से भी छुटकारा मिलेगा
शरीर को सुदर और सुडौल बनाएं
तनाव और डिप्रेशन को करे कम
नौकासन
पाचन शक्ति को ठीक करने में करें मदद
एसिडिटी, कब्ज से दिलाएं निजात
पेट, कमर दर्द से दिलाएं निजात
पवनमुक्तासन
हार्ट को रखें हेल्दी
ब्लड सर्कुलेशन को करे ठीक
ब्लड शुगर को करे कंट्रोल
पेट की चर्बी को करे कम
आंखों की रोशनी को बढ़ाए।
शवासन
सभी आसनों को करने के बाद पूरी बॉडी क रिलैक्स करने के लिए यह योगासन जरूर करें। इससे आपका मन और दिमाग भी शांत रहेगा।
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ब्लड शुगर को जड़ से खत्म करने के लिए योगासन
भस्त्रिका
इस प्राणायाम को करने से पूरे शरीर में ऑक्सीजन का ठीक ढंग से प्रवाह होता है। जिससे आपको डायबिटीज के साथ-साथ कई अन्य बीमारियों से भी निजात मिल जाएगा। इसे 1 मिनट से शुरू करके करीब 3 मिनट तक करें।
कपालभाति
इस प्राणायाम को करने से पैंक्रियाज के बीटा सेल्स दोबारा एक्टिव हो जाते हैं। जिससे तेजी से इंसुलिन बनने लगता है। इसके अलावा इसे करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहने के साथ मेटाबॉलिज्म बढ़ता है।
भ्रामरी
इस प्राणायाम को करने के लिए पहले सुखासन या पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब अंदर गहरी सांस भरते हैं। सांस भरकर पहले अपनी अंगूलियों को ललाट में रखते हैं। जिसमें 3 अंगुलियों से आंखों को बंद करते हैं। अंगूठे से कान को बंद करते हैं। मुंह को बंदकर 'ऊं' का नाद करते हैं। इस प्राणायाम को 5 से 7 बार जरूर करना चाहिए।
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अनुलोम विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं। इस प्राणायाम को करने से क्रोनिक डिजीज, तनाव, डिप्रेशन, हार्ट के लिए सबसे बेस्ट माना जाता है। इसके अलावा ये मांसपेशियों की प्रणाली को भी ठीक रखता है। इसे 10 से 15 मिनट करें।
सूर्य नमस्कार
जिस तरह से सूर्य नमस्कार करने से आपका वजन बढ़ने के साथ शरीर हेल्दी रहता है। उसी तरह नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से आप अपना वजन बढ़ा सकते हैं। इसके लिए रोजाना कम से कम 100 बार सूर्य नमस्कार करें। फिर इसकी संख्या धीरे-धीरे बढ़ाते जाएं। इस आसन को करने से आपका वजन कम होने के साथ-साथ डायबिटीज सहित कई बीमारियों से कोसों दूर रहेंगे।