Yoga Tips: वैरीकोज वेन्स बर्बाद कर रहा शरीर? स्वामी रामदेव के इन आसान उपाय से मिलेगा छुटकारा
Yoga Tisp For Varicose veins: वैरीकोज वेन्स हाथ, पैर, एड़ी, टखने और पंजे कही भी हो सकती हैं... नसों में खराबी के अलावा इसकी बड़ी वजह हार्मोनल इम्बैलेंस, मोटापा सर्कुलेटरी सिस्टम में गड़बड़ी है।
Yoga Tisp For Varicose veins: दुनिया में बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें लगता है कि वो अपने शरीर को अच्छी तरह से जानते हैं। लेकिन हमारा ये शरीर किसी पहेली की तरह है, जो दिखने में भले आसान लगे लेकिन असल में काफी कॉम्पलिकेटेड है। बॉडी की कोई एक नस भी गलत तरीके से दब जाए तो परेशानी का सबब बन सकती है। नसें हैं ही इतनी important...पूरे शरीर में ब्लड की सप्लाई इन्हीं नसों के जरिए तो होती है... ऐसे में अगर नस में खराबी आती है, तो कई तरह के साइड इफेक्ट्स नजर आने लगते हैं।
वैरीकोज वेन्स भी तो कमज़ोर नसों के इन्हीं साइड इफेक्ट्स में से एक है.. जिसमें वेन्स के वॉल्व खराब होने लगते हैं.. जिससे ब्लड पंप नहीं हो पाता और एक ही जगह जमा होने लगता है..और फिर नसे फैलने लगती है। उनमें सूजन आ जाती है, मुड़ने लगती हैं, नसों में गांठ बनने लगती है और फिर वे स्किन पर बाहर की तरफ उभरी हुई नजर आती हैं। वैरीकोज वेन्स हाथ, पैर, एड़ी, टखने और पंजे कही भी हो सकती हैं... नसों में खराबी के अलावा इसकी बड़ी वजह हार्मोनल इम्बैलेंस, मोटापा सर्कुलेटरी सिस्टम में गड़बड़ी है।
इस पल-पल बदलते मौसम में तो वैरीकोज वेन्स के मरीज़ों की परेशानी और बढ़ जाती है। क्योंकि ठंडे-गर्म मौसम से स्किन ड्राई हो जाती है.. उभरी हुई नसों पर itching होती है और फिर खुजलाने पर रैशेज के साथ स्किन अल्सर तक हो जाता है। पैरों का तो और भी बुरा हाल होता है... दर्द... जलन के साथ पिंडलियों में हुई ऐंठन से चलना-फिरना तो दूर.. खड़ा होना तक मुश्किल हो जाता है। लेकिन योग के जरिए बिना सर्जरी नीली नसों की ये गांठे खोली जा सकती हैं। जिसके बाद लोग ना सिर्फ चलेंगे! बल्कि खूब दौड़ेंगे।
क्यों होती है, वैरीकोज़ वेन्स
- वेन्स का काम हार्ट तक ब्लड पहुंचाना
- ब्लड फ्लो में वाल्व का अहम रोल
- वाल्व कमज़ोर ब्लड फ्लो स्लो
- वाल्व के पास खून जमना
- ब्लड रुकने से वेन्स का फूलना
- रस्सियों की तरह नसों का गुच्छा
वेरीकोज़ वेन्स की वजह
- हार्मोनल इम्बैलेंस
- मोटापा
- खराब सर्कुलेटरी सिस्टम
- नसों में खराबी
- देर तक खड़े रहना
मौसम में उतार-चढ़ाव, वैरीकोज़ मरीज़ सावधान
- ड्राई स्किन
- रैशेज़
- स्किन अल्सर
वैरिकोज़ की वजह
- घंटों बैठकर काम
- लगातार खड़े रहना
- बढ़ती उम्र
- मोटापा
- नो फिजि़कल एक्टिविटी
- फैमिली हिस्ट्री
- हार्मोनल चेंजेज
वैरिकोज़ के लक्षण?
- नीली नसें
- नसों का गुच्छा
- पैरों में सूजन
- मसल्स में ऐंठन
- स्किन पर अल्सर
वैरिकोज़ में रामबाण, घरेलू नुस्खे
- एप्पल विनेगर से मसाज
- जैतून के तेल से मालिश
- बर्फ से नसों पर मसाज
वैरिकोज़ में कारगर
- गिलोय
- अश्वगंधा
- गुग्गुल
- गोखरू
- पुनर्नवा
वैरिकोज़ वेन्स का इलाज
- कपिंग थेरेपी
- लीच थेरेपी
- मिट्टी लेप
- रश्मि चिकित्सा
वैरिकोज़ वेन्स से बचाव
- वज़न कंट्रोल
- कम नमक
- कम चीनी
- टाइट कपड़े ना पहने
वैरिकोज़ में कारगर, नसों पर लगाएं ये
- अदरक पेस्ट
- पिपली पेस्ट
- जायफल पेस्ट
वैरिकोज़ में फायदेमंद
- गाजर
- शलजम
- लौकी
- नींबू
- संतरा
- छाछ-लस्सी
- मिक्स दालें
वैरिकोज़ में कारगर लेप
- मुल्तानी मिट्टी
- एलोवेरा
- हल्दी
- कपूर
- नीम
- गुग्गुल