इन उम्र के लोगों में होता है हर्निया का खतरा, स्वामी रामदेव से जानिए इससे बचाव के तरीके
भारत में नाभि का हर्निया, कमर और जांघों के ज्वॉइंट्स में हर्निया, पेट के निचले हिस्से में स्पोर्टल हर्निया, सर्जरी वाली जगह पर इनसिजनल हर्निया होना बहुत ही समान है। ऐसे में स्वामी रामदेव से जानिए हर्निया का आयुर्वेदिक उपचार।
टाइगर श्रॉफ की तरह फ्लिप मारने की हसरत किसकी नहीं होती लेकिन फिटनेस का ख्याल आते ही हौसला जवाब दे जाता है। विद्युत जामवाल का फाइटिंग स्टंट देखकर मन तो सबका करता है बाजीगरी दिखाने का। लेकिन सबको अपनी बॉडी पर इतना कंट्रोल कहां होता। डांस फ्लोर पर हिट रहने के लिए स्किल के साथ चुस्ती-फुर्ती और स्टेमिना भी तो होना चाहिए। मालूम हो कि हमारे शरीर में छोटी-बड़ी तकरीब 639 मांसपेशियां होती हैं, जो पूरे बॉडी वेट का 60% हिस्सा होती है। यह शरीर को ताकत देती है और उसे फ्लेक्सिबल बनाती है।
लोग फिजिकल ट्रेनिंग-एक्ससाइज-योगाभ्यास के जरिए मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं और फिर कुछ ऐसा करते हैं जो दूसरों के लिए मिसाल बनता है। लोग उनके करतब देखकर वैसा ही कुछ करने के लिए प्रेरित होते हैं। लेकिन कई बार कुछ लोग इस चक्कर में अपनी मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा देते हैं। तो कुछ ऐसे भी हैं जिनकी जन्म से ही मसल्स कमजोर होती है। इतना ही नहीं खराब लाइफ स्टाइल की वजह से भी लोग रेस्पिरेटरी और डायजेस्टिव प्रॉब्लम की गिरफ्त में आ जाते हैं।
कमजोर मसल्स का असर शरीर के हर अंग पर पड़ता है और इसकी वजह से इंटरनल ऑर्गेन खिसकने लगते हैं। हम बात कर रहे हैंहर्निया की जिसमें मसल्स वीक होने पर इंटरनल ऑर्गन अपनी कैविटी से बाहर निकल आते हैं। फिर चलने-फिरने झुकने में परेशानी के साथ तेज दर्द सताने लगता है। अगर इस पर शुरू में ध्यान ना दिया जाए तो ऑपरेशन तक की नौबत आ जाती है। वैसे हर्निया 10 साल से कम उम्र के बच्चों में और 40 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में आइए स्वामी रामदेव से जानते हैं मांसपेशियों को मजबूत कैसे करें।
हर्निया क्या है?
- कैविटी से ऑर्गन का बाहर निकलना
- ऑर्गन के बाहर निकलने से तेज दर्द
हर्निया के लक्षण
- चलने-फिरने में परेशानी
- झुकने में तेज दर्द
- पेट में सूजन
- आंत का बाहर निकलना
हर्निया की वजह ?
- जोर से खांसना
- वजन उठाना
- हैवी एक्सरसाइज
- प्रेगनेंसी
- मोटापा
हर्निया में कारगर योग
- मंडूकासन
- शशकासन
- वक्रासन
- गोमुखासन
हर्निया में प्राणायाम (धीरे-धीरे करें)
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
हर्निया में कारगर काढ़ा
- अमरुद का पत्ता
- आम का पत्ता
- पुनर्नवा
- भूमि आंवला
- मकोय
- आंवला
- बहेड़ा
- हरड़
हर्निया में फायदेमंद चीजें
- व्हीट ग्रास
- एलोवेरा
- लौकी का जूस
- अजवाइन का अर्क
- पुदीने का रस
- सेब का सिरका
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