सर्दी में इनडाइजेशन की टेंशन? स्वामी रामदेव से जानिए कैसे रखें पाचन तंत्र को फिट
कमजोर इम्यूनिटी वालों के लिए ये मौसम परेशानी से भरा है। ऐसे लोगों को ठंड भी जल्दी लगती है, जिसकी वजह से हाजमा पूरे सीजन ख़राब रहता है।
Highlights
- सर्दियों में कमजोर इम्यूनिटी का बुरा असर पाचन तंत्र पर पड़ता है
- ठंड में शरीर को गर्म रखने के लिए ज्यादा कैलोरी की जरूरत पड़ती है।
- ठंड में लोग पानी भी कम पीते हैं और चाय-कॉफी ज्यादा, जिससे एसिडिटी भी परेशान करने लगती है।
अगर आप फिटनेस फ्रीक हैं तो वर्कआउट के लिए भी ठंड का मौसम काफी बढ़िया है। लेकिव थोड़ी सी लापरवाही बीमार भी बना देती है। सर्दी का असर ना सिर्फ लंग्स पर पड़ता है बल्कि इनडायजेशन भी बड़ी प्रॉब्लम बन जाती है।
खासतौर पर कमजोर इम्यूनिटी वालों के लिए ये मौसम परेशानी से भरा है। ऐसे लोगों को ठंड भी जल्दी लगती है, जिसकी वजह से हाजमा पूरे सीजन ख़राब रहता है। जब पेट अपसेट हो तो लोग किसी भी चीज पर फोकस नहीं कर पाते और ना ही हैप्पी फील करते हैं। लेकिन सवाल ये कि सेहत के लिहाज से सर्दी का मौसम जब बेहतर है तो हेल्थ इश्यूज़ क्यों।
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ठंड में शरीर को गर्म रखने के लिए ज्यादा कैलोरी की जरूरत पड़ती है। एक्स्ट्रा कैलोरी की वजह से ज्यादा भूख लगती है। ज्यादा खाने का असर डायजेशन पर पड़ता है जो पाचन को धीमा कर देता है। यानि ज्यादा फैट और शुगर एडेड चीजें वजन बढ़ा सकती है।फाइबर फूड कम लेने से डायजेशन स्लो होता है।
ठंड के मौसम में लोग पानी भी कम पीते हैं और चाय-कॉफी ज्यादा, जिससे एसिडिटी भी परेशान करने लगती है। अब ऐसे में मौसम का मज़ा लेने के ये ज़रूरी है की पेट सेट रहे। इसके लिए स्वामी रामदेव से जानिए नैचुरल तरीके से कैसे अपने पाचन तंत्र को रखें फिट।
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सर्दियों में पाचन बिगड़ने से होने वाली बीमारियां- पेट में दर्द
- कब्ज़
- कोल्ड डायरिया
- कोलाइटिस
- एसिडिटी
- गैस
- उल्टियां
- स्टूल में खून आना
- पेट में मरोड़ होना
- बुखार लगना
- वजन घटना
- भूख कम लगना
पेट को फिट रखेगा शंख प्रक्षालन
सुबह उठकर शंख प्रक्षालन करें। इसके लिए सबसे पहले आप कागासन में बैठें तीन गिलास गुनगुना नमकीन पानी लें। इसके बाद तिर्यक ताड़ासन, तिर्यक भुजंगासन और उदराकर्षणासन करें और अपने हिसाब से एकबार फिर पानी पीएं।
- रोज करने से शरीर काफी लचीला होता है।
- कमर की चर्बी पूरी तरह से खत्म हो जाती है।
- वजन घटाने में मदद मिलती है।
- मन को शांत रखने में सहायक है।
- लंग्स को मजबूत बनाता है।
- कमर, रीढ़ की मसल्स मजबूत बनती हैं।
- त्वचा में चमक आती है।
- सीने को चौड़ा करता है।
- डायबिटीज कंट्रोल होती है।
- पेट की चर्बी कम करता है।
- मोटापा कम करने में मददगार है।
- बच्चों का दिमाग तेज करता है।
तिर्यक भुजंगासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर करता है
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है
- फेफड़ों, कंधों, सीने को स्ट्रेच करता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- छाती चौड़ी होती है
- कब्ज की समस्या में कारगर
- कब्ज में कारगर
- पेट संबंधी समस्याओं से दिलाए निजात
- रीढ़ की हड्डी के लिए कारगर
- शरीर को लचीला बनाए
- डायजेशन से जुड़े साइड इफेक्ट दूर करता है।
- फैटी लिवर की समस्या दूर करता है।
- ब्लड शुगर को कम करने में कारगर।
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
- पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है।
- गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है।
- माइग्रेन के रोग में फायदेमंद।
- तनाव और चिंता दूर होती है।
- क्रोध और चिड़चिड़ापन दूर होता है।
- मोटापा कम करने में मददगार है।
- लिवर और किडनी के रोग दूर होते हैं।
- कब्ज की समस्या दूर होती है
- गैस से छुटकारा मिलता है
- पाचन की परेशानी दूर होती है
- छोटी-बड़ी आंते सक्रिय होती हैं
- पेट पर पड़ने वाला दबाव फायदेमंद
- कैंसर की रोकथाम में कारगर
- पेट की कई समस्याओं में राहत
- पाचन क्रिया ठीक रहती है
- कब्ज ठीक होती है
- फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है
- पीठ, बांहों को मजबूत बनाता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- शरीर को लचकदार बनाता है
- सीने को चौड़ा करने में सहायक
- शरीर के पॉश्चर को सुधारता है
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
- मोटापा कम करने में मददगार
- हृदय को सेहतमंद रखता है
- ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है
- रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती है
- डायबिटीज कंट्रोल होती है।
- एसिडिटी ठीक होती है।
- कमर दर्द में आराम मिलता है।
- हार्ट को मजबूत बनाता है।
- वजन कम करने में मददगार है।
- पैरों की मसल्स मजबूत होती है।
- पेट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
- सुबह उठकर गुनगुना पानी पीएं
- 1-2 लीटर पानी एक बार में पीएं
- पानी में सेंधा नमक - नींबू मिला सकते हैं ।
- पानी पीने के बाद 5 मिनट स्ट्रेचिंग करें
- गाजर
- चुकंदर
- लौकी
- अनार
- सेब
- अंकुरित मेथी खाएं
- मेथी का पानी पीएं
- अनार खाएं
- त्रिफला चूर्ण लें
- जीरा
- धनिया
- सौंफ
- मेथी
- अजवाइन
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी फिटनेस व्यवस्था या चिकित्सकीय सलाह शुरू करने से पहले कृपया डॉक्टर से सलाह लें।