वर्क फ्रॉम होम के कारण कमर, गर्दन का बढ़ गया हैं दर्द तो जानें रामबाण इलाज, आंखों की समस्या से भी मिलेगा छुटकारा
स्वामी रामदेव के अनुसार वर्क फ्रॉम होम के कारण अधिकतर लोगों को गर्दन की समस्या, कमर दर्द और आंखों संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जानिए कौन से योगासन होगे कारगर।
वर्क फ्राम होम में लगातार काम करने के कारण आंखों, कंधों, गर्दन सहित सर्वाइकल कोड पर बुरा असर पड़ता है। घंटों तक स्क्रीन देखने से पीठ में दर्द, जोड़ों में दर्द, कमर दर्द, आंखों पर अधिक प्रभाव, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, पाचन संबंधी समय, गर्दन दर्द, कलाई में दर्द, नींद न आना, खाना हजम न होना, डिप्रेशन, तनाव आदि की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में आप चाहे तो योग की मदद से अपनी बॉडी को रिलैक्स दे सकते हैं।
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स्वामी रामदेव के अनुसार वर्क फ्रॉम होम के कारण अधिकतर लोगों को गर्दन की समस्या, कमर दर्द और आंखों संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जानिए कौन से योगासन होगे कारगर।
वर्क फ्रॉम होम में ऐसे रखें खुद को फिट
स्पाइनल कोड को हेल्दी रखने के लिए योगासन
कंधरासन
- स्लिप डिस्क में कारगर
- रीढ़ की हड्डी को करें मजबूत
- पाचन तंत्र को करें ठीक
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मकरासन
- रीढ़ की हड्डी को करें मजबूत
- पीठ, कमर और कंधे को रखें मजबूत
- मानसिक रोगों से बचाए
- दिल को रखें स्वस्थ्य
- किडनी की क्षमता बढ़ाए
- ब्लड प्रेशर को करे कंट्रोल
भुजंगासन
- मोटापा को कम करने में मददगार
- पाचन शक्ति को रखें ठीक
- डबल चिन से दिलाए छुटकारा
- डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी
- रीढ़ की हड्डी को करें मजबूत
- ब्रेन से जुड़ी समस्याओं से दिलाए छुटकारा
- किडनी की क्षमता को बढ़ाए
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शलभासन
- स्पाइनल कार्ड को रखें हेल्दी
- अस्थमा रोग की समस्या
- किडनी के रोगों में लाभ
- शरीर को मजबूत और लचीला बनाए
- वजन घटाने में करे मदद
- स्किन से जुड़ी समस्याओं से दिलाए निजात
- फेफड़ों को स्वस्थ्य रखें
अर्ध पवनमुक्तासन
- पीठ और कमर दर्द में राहत
- लोअर बैक पैन से दिलाए छुटकारा
- कब्ज और पेट की समस्या में लाभकारी
- रीढ़ की हड्डी और लचीला बननाए
- पीठ और कमर दर्द
- मोटापा और वजन कम में कारगर
- हार्ट को रखें हेल्दी
उष्ट्रासन
- तनाव और चिंता को करे कम
- पाचन प्रणाली को दर्द करे कम
- गैस और कब्ज के लिए अच्छा
मकरासन
- एपिलेप्सी में फायदेमंद
- स्पाइनल कोड संबंधी हर समस्या से दिलाए छुटकारा
- रीढ़ की हड्डी को रखे फिट
- पाचन क्रिया को रखे छीक
मर्कटासन
- एकाग्रता बढ़ाने में मददगार
- पेट संबंधी समस्याओं
- गैस और कब्ज की स्साय
- सर्वाइकल, पेट के लिए लाभकारी
- रीढ़ की हड्डी को रखे मजबूत
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पवनमुक्तासन
- फेफड़ो को रखे फिट
- शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत
- ब्लड प्रेशर को रखें ठीक
- मोटापा कम करने मे करे मदद
- हद्य को रखें हेल्दी
हेल्दी आंखों के लिए योगासन
काम से थोड़ा ब्रेक लकर हर आधा से एक घंटे बाद कुछ सेकंड या 1 मिनट के लिए अपनी आंखों को चारों ओर घुमाएं।
त्राटक क्रिया
स्वामी रामदेव के अनुसार त्राटक क्रिया बिंदू, तारा, सूर्य, चंद्रमा, दीपक और मोमबत्ती आदि पर किया जाता है, लेकिन आप दीपक से इसकी शुरुआत करें। सबसे पहले एक एकांत और शांत जगह चुने। इसके बाद आंखों के बिल्कुल सामने थोड़ी दूर दीपक रखें। किसी भी आसन में आराम से बैठ जाएं। सिर, गर्दन, पीठ को सीधा रखें। अंधेरे में ध्यान की मुद्रा केंद्रित करें। आंखों को बराबर दीपक में लाएं। दीपक की रोशनी में ध्यान दें। इसे तब तक देखते रहें जब तक आपकी आंखे थक न जाए। पलक न झपकने दें। इसके बाद आंखे बंद कर लें। फिर अपनी आंखों को ठंडे पानी से धो लें। इसे आप रोजाना या सप्ताह में 1-2 बार कर सकते हैं। इसे करने से आपकी आंखें हमेशा सही रहेगी। इसके साथ-साथ एकाग्रता बढ़ने में मदद मिलेगाी।
शीर्षासन
- तनाव और चिंता से राहत मिलती है
- दिमाग में तेजी से रक्त का संचार होता है
- एकाग्रता बढ़ती है
- शरीर में चुस्ती रहती है
- आंखों के लिए लाभकारी
सर्वांगासन
- ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बढ़ाता है
- एजिंग को रोकने में सहायक
- शारीरिक संतुलन ठीक रहता है
- एपिलेप्सी की समस्या में कारगर
- आंखों के लिए फायदेमंद
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भ्रस्त्रिका-
इस प्राणायाम को 3 तरह से किया जाता है। पहले में 5 सेकंड में सांस लें और 5 सेकंड में सांस छोड़े। दूसरे में ढाई सेकंड सांस लें और ढाई सेकंड में छोड़ें। तीसरा तेजी के साथ सांस लें और छोड़े। इस प्राणायाम को लगातार 5 मिनट करें। इस आसन को रोजाना 5-10 मिनट करें।
कपालभाति
रोजाना कपालभाति करने से आपके नर्वस सिस्टम के न्यूरॉन ठीक ढंग से काम करेंगे। जिससे आपको मिर्गी की समस्या नहीं होगी। इसके लिए रोजाना 10-15 मिनट कपालभाति करे।
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 15 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं।
भ्रामरी प्राणायाम
इस प्राणायाम को करने के लिए पहले सुखासन या पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब अंदर गहरी सांस भरते हैं। सांस भरकर पहले अपनी अंगूलियों को ललाट में रखते हैं। जिसमें 3 अंगुलियों से आंखों को बंद करते हैं। अंगूठे से कान को बंद कते हैं। मुंह को बंदकर 'ऊं' का नाद करते हैं। इस प्राणायाम को 3-21 बार किया जा सकता है।
शीतली प्राणायाम
सबसे पहले आराम से रीढ़ की हड्डी सीधी करके बैठ जाएं। इसके बाद जीभ को बाहर निकालकर सांस लेते रहें। इसके बाद दाएं नाक से हवा को बार निकालें। इस प्राणायाम को 5 से 10 मिनट तक कर सकते हैं। इस आसन को करने से मन शांत होगा, तनाव, हाइपरटेंशन के साथ-साथ एसिडिटी से निजात मिलेगा।
शीतकारी प्राणायाम
इस प्राणायाम में होंठ खुले, दांत बंद करें। दांत के पीछे जीभ लगाकर, दांतो से धीमे से सांस सांस अंदर लें और मुंह बंद करें। थोड़ी देर रोकने के बाद दाएं नाक से हवा बाहर निकाल लें और बाएं से हवा अंदर लें। इस आसन को करने से तनाव, हाइपरटेंशन से निजात मिलता है। इसके साथ ही अधिक मात्रा में ऑक्सीजन अंदर जाती है।
आंखों के हेल्दी रखने के लिए आई ड्रॉप
गुलाब जल का आई ड्राप
गुलाब जल में सुखे आंवला की कालिया डाल दें। थोड़े दिनों के बाद इसे इस्तेमाल करे। यह आंखों के लिए बहुत अच्छा है।
सफेद प्याज
सफेद प्याज का रस 1 चम्मच, अदरक का रस और नींबू का रस 1 चम्मच में शहद के 3 चम्मच डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें। इसके बाद इसे एक आई ड्राप में भर लें। दिन में 1 बार 2-3 बूंदे डाल लें।