सूरज की रोशनी से बीमारियां होंगी दूर, स्वामी रामदेव से जानिए विटामिन D की कमी को पूरा करने के आसान उपाय
12 आसन के सिर्फ एक अभ्यास से कैसे होगा आपका शरीर सेहतमंद और शरीर में कैल्शियम, विटामिन B-12 और विटामिन D की कमी कैसे पूरी होगी, ये सब कुछ स्वामी रामदेव ने बताया है।
सूरज के बगैर इंसान का वजूद नामुमकिन है। धरती पर एनर्जी का सबसे बड़ा सोर्स सनलाइट यानि सूरज की रोशनी। आस्था के नज़रिए से भी सूर्य देव हैं। इसलिए हमारे ज्यादातर त्योहारों में सूरज की उपासना की जाती है तो साइंस में सूरज हमारे सोलर सिस्टम का वो नायक है, जिसके बगैर धरती पर ना मौसम बदलेंगे और ना ही जिंदगी पनपेगी। सीधे और साफ लफ्जों में कहें तो सूरज की रोशनी यानि धूप जिदंगी है, जीवनदायिनी है।
कहते हैं कि 10 मिनट की सूरज की रोशनी शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होती है। अगर सूर्य नमस्कार को सूरज की रोशनी के सामने किया जाए तो आप कई बीमारियों से खुद को दूर रख सकते हैं। सूरज की रोशनी कितनी अहम है, इसे ऐसे समझा जा सकता है कि एम्स ने अपनी स्टडी के दौरान डिप्रेशन के मरीजों को दो हिस्सों में बांटा गया। एक को सिर्फ दवाई दी गई और दूसरे ग्रुप को दवाओं के साथ-साथ सूर्य नमस्कार और मेडिटेशन कराया गया। तीन महीने के बाद जो नतीजे थे, वो हैरान करने वाले थे। सिर्फ दवा लेने वाले ग्रुप को सिर्फ 29 फीसदी फायदा हुआ, जिन लोगों ने सूर्य नमस्कार करने के साथ-साथ मेडिटेशन किया, उनका डिप्रेशन 60 फीसदी तक ठीक हो गया।
र्फ एक बीमारी नहीं, बल्कि तमाम बीमारियों के लिए सूरज की रोशनी में किए गए सूर्य नमस्कार से कैसे मिलेगी आपको पूरी सेहत, 12 आसन के सिर्फ एक अभ्यास से कैसे होगा आपका शरीर सेहतमंद और शरीर में कैल्शियम, विटामिन B-12 और विटामिन D की कमी कैसे पूरी होगी, ये सब कुछ स्वामी रामदेव ने बताया है।
विटामिन-डी की कमी से होने वाली बीमारियां:
- डिप्रेशन
- डिमेंशिया
- फेफड़ों की बीमारी
- हड्डी के रोग
- डायबिटीज
- कैंसर
12 आसन का सूर्य नमस्कार:
- प्रणाम मुद्रा
- हस्त उत्तानासन
- पाद हस्तासन
- अश्व संचालन आसन
- पर्वतासन
- अष्टांग नमस्कार
- भुजंगासन
- पर्वतासन
योग से खुद को बनाएं निरोग:
भुजंगासन के फायदे:
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- पेट से जुड़े रोगों में कारगर है।
- मोटापा कम करने में मदद करता है।
- फेफड़े, कंधे और सीने को स्ट्रेच करता है।
शीर्षासन के फायदे:
- ब्रेन से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
- बच्चों का दिमाग तेज होता है।
- आंखों की रोशनी बढ़ती है।
- मेंटल पीस और मेमोरी पावर बढ़ती है।
- डायबिटीज कंट्रोल होता है।
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उष्ट्रासन के फायदे:
- ब्लड शुगर को कम करने में कारगर है।
- किडनी को स्वस्थ बनाता है।
- शरीर का पॉश्चर सुधरता है।
- पाचन प्रणाली ठीक होती है।
- टखने के दर्द को दूर भगाता है।
- हार्ट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
सूक्ष्म व्यायाम के फायदे:
- हार्ट को मजबूत बनाता है।
- शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है।
- शरीर में थकान नहीं होती है।
- ऊर्जा और स्फूर्ति का संचार होता है।
- बॉडी को एक्टिव करता है।
- शरीर में कई तरह के दर्द से राहत मिलती है।
- ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करता है।
- मसल्स को मजबूत बनाता है।
- लिवर की बीमारियों से बचाता है।
पेट को मजबूत बनाएं:
- दूधी घास, संजीवनी घास का रस रोज पिएं।
- सौंफ, जीरा, धनिया, मेथी, अजवाइन से कमी पूरी।
- आंवला और एलोवेरा का जूस पीना फायदेमंद है।
- त्रिफला शरीर की कई डेफिशिएंसी दूर करता है।
- व्हीटग्रास, एलोवेरा, लौकी के जूस में कई मिनरल्स होते हैं।
डेफिशियेंसी से बचें:
- खाना चबा-चबाकर खाएं।
- खाना ना ज्यादा खाएं और ना ही कम।
- खाने के एक घंटे के बाद पानी पिएं।
- सुबह में दही और दोपहर में छाछ पिएं।
- रात में खाने के 1 घंटे बाद दूध पिएं।
- दूध के साथ नमकीन चीजें ना खाएं।
- रात में दही और छाछ बिल्कुल ना लें।
- पहले सलाद और फर फिर भोजन करें।
- हरी चीजों का सेवन बिना पकाए करें।
- आंवला का रस ताजा निकालकर पिएं।
पाचन में घरेलू उपाय:
- गुलकंद को शहद में कूटकर खाएं।
- मिश्री में कुटा हुआ गुलकंद ना खाएं।
- एलोवेरा की बर्फी और खीर फायदेमंद।
सही पाचन कैसे हो:
- त्रिफला का नियमित सेवन करें।
- सनायपत्ती कभी ना खाएं। आंत डैमेज करती है।
- सनायपत्ती से कोलाइटिस की बीमारी होती है।
- आंवला और एलोवेरा का जूस सुबह-शाम लें।
- पाचन के लिए लौकी का जूस रोज पिएं।
- कब्ज में गोधन अर्क बेहद कारगर है।
- अभयारिष्ट के सेवन से कब्ज दूर होता है।
- हरितकी चूसने से भी कब्ज में फायदा होगा।
- अतिबला का पौधा परमानेंट कब्ज ठीक करता है।
प्राणायाम से शरीर रहेगा निरोग:
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ