खर्राटे के कारण हो सकता है बीपी, शुगर का अटैक, स्वामी रामदेव से जानिए कारगर इलाज
स्वामी रामदेव के अनुसार, खर्राटा आना बुरी नींद का कारण होता हैं। इसके कारण हार्ट अटैक, शरीर में ऑक्सीजन की कमी , डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना , ब्रेन स्ट्रोक जैसी बीमारियों का कारण बन सकता हैं।
आप भी किसी ना किसी को जरूर जानते होगे जो खुद तो चैन की नींद सोते हैं लेकिन उनके खर्राटों की वजह से दूसरों की नींद उड़ जाती है। लेकिन खर्राटे को हल्के में नहीं लेना चाहिए। कई लोग समझते हैं कि खर्राटे गहरी नींद में आते हैं। लेकिन आपको बता दें कि खर्राटे आना शरीर में किसी ना किसी बीमारी का सिग्नल है।
खर्राटे आने की कई वजह हो सकती है। इसकी सबसे पहली वजह है मोटापा, नाक और गले की मसल्स का कमज़ोर हो जाना, स्मोकिंग, रेस्पिरेटरी समस्या, लंग्स में प्रॉपर ऑक्सीज़न ना पहुंचना और साइनस की समस्या के कारण हो सकता है।
खर्राटे की वजह से 'स्लीप एपनिया' जैसी बीमारी तो हो ही सकती है। आपको बता दें कि देश का हर चौथा शख्स खर्राटे लेता है।
स्वामी रामदेव के अनुसार, खर्राटा आना बुरी नींद का कारण होता हैं। इसके कारण हार्ट अटैक, शरीर में ऑक्सीजन की कमी , डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना , ब्रेन स्ट्रोक जैसी बीमारियों का कारण बन सकता हैं। खर्राटा आने के मुख्य 3 कारण हैं। जो कफ के कारण, बढ़े हुए वजन के कारण और गले की ग्रंथिया ट्यूनिंग न होने के कारण इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
स्वामी रामदेव के अनुसार एक सप्ताह के अंदर 99 प्रतिशत तक खर्राटे की समस्या से निजात पा सकते हैं। जानिए कौन से योगासन और आयुर्वेदिक उपाय हैं कारगर।
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खर्राटों की वजह
- मोटापा
- नाक-गले की कमज़ोर मसल्स
- स्मोकिंग
- अल्कोहल
- रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम
- साइनस
खर्राटा से निजात पाने के लिए योगासन
सिंहासन प्राणायाम
इस आसन को थायराइड के साथ-साथ खर्राटा के लिए सबसे बेस्ट माना जाता है। इस आसन को करने के लिए दोनों पैरों को सामने की ओर फैला के बैठ जाएं। अब अपने दाएं पैर को मोड़ें और उसे बाएं पैर की जांघ पर रख लें और बाएं पैर को मोड़ें और उसे दाएं पैर की जांघ पर रख लें। अब आगे की ओर झुक जाएं और दोनों घुटनों के बल होते हुए अपने हाथों को सीधा करके फर्श पर रख लें। इसके बाद अपने शरीर के ऊपर के हिस्से को आगे की ओर खींचे। अपने मुंह को खोलें और अपने जीभ को मुंह से बाहर की ओर निकालें। नाक से सांस लेते हुए मुंह से आवाज करें। इस आसन को रोजाना 7 से 11 बार करें।
उज्जायी
इस प्राणायाम को 11 बार करें। इस आसन में गले से सांस अंदर भरकर ऊं का उच्चारण किया जाता है।
सर्वांगासन
- तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है।
- दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचता है।
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है।
- याद की हुई चीजें भूलती नहीं।
हलासन
- बॉडी को लचीला बनाए
- थायराइड-पैरा थायराइड को बढ़ाए
- दोनों भुजाओं को करे मजबूत
- पेट कम करने में मददगार
- लंबाई बढ़ाए में करे मदद
- वजन कम करे
चक्रासन
- शरीर में मौजूद एक्ट्रा फैट सेल्स ऊर्जा में परिवर्तित करे
- वजन करे कम
- मांसपेशियों तो बनाए मजबूत
उष्ट्रासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है।
- मोटापा दूर करने में सहायक है।
- शरीर का पोश्चर सुधरता है।
- पाचन प्रणाली को ठीक होती है।
- टखने के दर्द को दूर भगाता है।
भुजंगासन
- पाचन शक्ति को रखें ठीक
- डबल चिन से दिलाए छुटकारा
- डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी
- रीढ़ की हड्डी को करें मजबूत
- ब्रेन से जुड़ी समस्याओं से दिलाए छुटकारा
- हाइपरटेंशन से दिलाए छुटकारा
पादवृत्तासन
- कमर दर्द में लाभकारी
- खर्राटा में लाभकारी
- वजन कम करने में करे मदद
- शरीर का फैट करे कम
अर्द्ध हलासन
- खर्राटों की समस्या से निजात मिलेगा
- वजन कम करने में मददगार
- ब्रेन से जुड़ी समस्याओं से दिलाए छुटकारा
- हाइपरटेंशन से दिलाए छुटकारा
सूर्य नमस्कार
- डिप्रेशन दूर करता है सूर्यनमस्कार
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक
- वजन बढ़ाने में मददगार योगासन
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र बेहतर होता है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- फेफड़ों तक पहुंचती है ज्यादा ऑक्सीजन
खर्राटा से निजात पाने के लिए एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स
- रिंग फिंगर के टॉप पर दबाएं
- अंगूठा और उनके अंगूली के बीच में दबाएं।