बिना जिम जाए कैसे पाएं 6 पैक एब्स, स्वामी रामदेव से जानिए घर बैठे दमदार बॉडी पाने का फॉर्मूला
खुद को फिट रखने के लिए रोजाना जिम जाते हैं। लेकिन आपको बता दें कि जिम में वर्कआउट करने और ट्रेडमिल पर दौड़ने से सिर्फ बॉडी शेप में आती है। वहीं अगर आपको अपनी मानसिक सेहत अच्छी करनी है।
कोरोना महामारी के आने के बाद से ही अपनी सेहत का ख्याल रखना सबसे अहम है और खुद को फिट रखने के लिए रोजाना जिम जाते हैं। लेकिन आपको बता दें कि जिम में वर्कआउट करने और ट्रेडमिल पर दौड़ने से सिर्फ बॉडी शेप में आती है। वहीं अगर आपको अपनी मानसिक सेहत अच्छी करनी है। शरीर को डिटॉक्स करना है और बॉडी में पॉजिटिव एनर्जी चाहिए तो आपको योग की मदद लेनी पड़ेगी।
स्वामी रामदेव के अनुसार अगर आप सिक्स पैक, चौड़ी छाती के साथ फिट बॉडी पाना चाहते हैं तो जिम के साथ-साथ योग कर सकते हैं। इससे आपको परफेक्ट बॉडी मिलेगी।
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योग Vs जिम : कौन ज्यादा असरदार?
1. जिम से शरीर शेप में आता है, योग से मानसिक स्वास्थय भी बेहतर होता है
2. जिम में वर्कआउट से मांसपेशियां मजबूत... योग से पाचन,संचार लसीका तंत्र को फायदा
3. ज्यादा जिम करने से गुस्सा बढ़ता है.. योग से मन शांत, शरीर को फुल ऑक्सीजन मिलती है
4. हर उम्र के लोग जिम नहीं कर सकते,योग बच्चे से लेकर बूढे सब कर सकते हैं
5. जिम में तेज म्यूजिक से Concentration बिगड़ता है, योग करने से ध्यान एक जगह केंद्रित
6. जिम जाने के लिए आपको हजारों खर्च करते हैं, योग आप घर बैठे कर सकते हैं
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फिट बॉडी के लिए योगासन
दंड-बैठक
दंड बैठकर करने से भुजाओं के साथ-साथ जांघे बी शेप में आ जाएगी। इसके लिए आप दंड बैठक की यह 12 दंड कर सकते हैं।
- साधारण दंड
- राममूर्ति दंड
- वक्ष विकासक दंड
- हनुमान दंड
- वृश्चिक दंड
- पार्श्व दंड
- चक्र दंड
- पलट दंड
- शेर दंड
- सर्प दंड
- मिश्र दंड
- सर्वांग सुंदर दंड
सर्दियों में तेजी से वजन घटाने और पेट अंदर करने के लिए बस फॉलो करे ये टिप्स
सूक्ष्म व्यायाम
- बॉडी को एक्टिव करता है
- शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है
- शरीर में थकान नहीं होती
- कई तरह के दर्द से राहत
- ऊर्जा, स्फूर्ति का संचार करता है
यौगिक जॉगिंग
- डायबिटीज दूर करने में कारगर है
- शरीर से फैट कम करके लचीला बनाता है
- सीने और हाथ की मांसपेशियों के लिए फायदेमंद
- जांघ की मांसपेशियों को फायदा पहुंचाता है
सूर्य नमस्कार
- डिप्रेशन दूर करे
- सीना चौड़ा करने में करे मदद
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक
- वजन बढ़ाने में मददगार योगासन
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र बेहतर होता है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- फेफड़ों तक पहुंचती है ज्यादा ऑक्सीजन
भुजंगासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर करता है
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत बनता है
- फेफड़ों, कंधों, सीने को स्ट्रेच करता है
- कमर, पीठ दर्द दूर होता है
- इस आसन से छाती चौड़ी होती है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- मोटापा कम करने में सहायक
- शरीर को सुंदर और सुडौल बनाता है
उष्ट्रासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली को ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
- कंधों और पीठ को मजबूत करता है
- पीठ दर्द में बेहद लाभकारी
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाने में मददगार
अर्द्ध हलासन
- सिक्स पैक बनने में मदद करेंगे
- बॉडी का ठीक ढंग से स्ट्रेच करे
- इस आसन से दिमाग शांत होता है
- थायराइड की बीमारी ठीक होती है
- स्ट्रेस और थकान मिटाता है
- रीढ़ की हड्डी और कंधों में खिंचाव आता है
- डायबिटीज़ की परेशानी दूर होती है
- डायजेशन में सुधार आता है
द्विचक्रिक आसन
- इस आसन को करने से पूरी बॉडी ठीक ढंग से स्ट्रेच होगी
- कमर की चर्बी को करे कम
- वजन कम करने में करे मदद
- स्ट्रेस और थकान मिटाता है
- रीढ़ की हड्डी और कंधों में खिंचाव आता है
- डायबिटीज़ की परेशानी दूर होती है
- डायजेशन में सुधार आता है
पाद वृत्तासन
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली को ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
- जांघ की मांसपेशियों को करे मजबूत
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पश्चिमोत्तासन
- पेट की चर्बी कम होती है
- पाचन संबंधी समस्या दूर होती है
- सिर मे रक्त संचार बढ़ता है
- सिर दर्द, अनिद्रा से छुटकारा
- पीठ और रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
चक्रासन
- बुढ़ापे को दूर भगाता है
- त्वचा में चमक आती है
- कमर, रीढ़ मजबूत बनता है
- हांथों को मजबूत बनाता है
- सीने को चौड़ा करता है
- मोटापे को कम करता है
- पेट की चर्बी कम करता है
- पाचन तंत्र दुरुस्त होता है
- फेफड़ों के लिए लाभदायक है
- आलस्य को दूर भगाता है
हलासन
- थायराइड की बीमारी ठीक होती है
- स्ट्रेस और थकान मिटाता है
- रीढ़ की हड्डी और कंधों में खिंचाव आता है
- डायबिटीज़ की परेशानी दूर होती है
- डायजेशन में सुधार आता है
सर्वांगासन
- तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है
- दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचता है
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है
- याद की हुई चीजें भूलते नहीं
- ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बेहतर
- आंखों पर चश्मा नहीं चढ़ेगा
- थाइरॉयड ग्लैंड एक्टिव होता है
- हाथ-कंधे मजबूत बनते हैं
- ब्रेन को पर्याप्त ब्लड मिलता है
- हार्ट मसल्स एक्टिव होता है
- दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचता है
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शीर्षासन
- चेहरे की झुर्रियां गायब हो जाती हैं
- चेहरे में चमक आती है, सुंदरता बढ़ती है
- त्वचा मुलायम और खूबसूरत बनती है
- रोज अभ्यास से सफेद बाल काले होते हैं
- बालों को झड़ने से रोकने में मददगार
- मानसिक शांति और स्मरण शक्ति बढ़ती है
- दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है
- आंखों की रोशनी बढ़ाने में कारगर
- आत्मविश्वास, धैर्य, निडरता बढ़ाता है
- एकाग्रता, उत्साह, याददाश्त बढ़ाता है
वजन बढ़ाने और 6 पैक एब्स के लिए प्राणायाम
भस्त्रिका
इस प्राणायाम को 3 तरह से किया जाता है। पहले में 5 सेकंड में सांस ले और 5 सेकंड में सांस छोड़े। दूसरे में ढाई सेकंड सांस लें और ढाई सेकंड में छोड़ें। तीसरा तेजी के साथ सांस लें और छोड़े। इस प्राणायाम को लगातार 5 मिनट करें।
कपालभाति
इस प्राणायाम को 5 से 10 मिनट करें। हर 5 मिनट के बाद 1 मिनट आराम करें। सामान्य व्यक्ति 3 बार 5-5 मिनट करें।
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं।
उज्जयी प्राणायाम
गले से सांस अंदर भरकर जितनी देर रोक सके उतनी देर रोके। इसके बाद दाएं नाक को बंद करके बाएं नाक के छिद्र से छोड़े।
भ्रामरी प्राणायाम
इस प्राणायाम को करने के लिए पहले सुखासन या पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब अंदर गहरी सांस भरते हैं। सांस भरकर पहले अपनी अंगूलियों को ललाट में रखते हैं। जिसमें 3 अंगुलियों से आंखों को बंद करते हैं। अंगूठे से कान को बंद कते हैं। मुंह को बंदकर 'ऊं' का नाद करते हैं। इस प्राणायाम को 3-21 बार किया जा सकता है।
उद्गीथ प्राणायाम
इस प्राणायाम को करने के लिए पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं और शांत मन से 'ऊं' के उच्चारण करते हैं।
फिट रहने के लिए क्या खाएं?
- दूध, दही, पनीर, सोया जैसी चीजें ज्यादा खाएं
- साबुत अनाज, फल, सब्जियां, बीन्स का सेवन करें
- किशमिश, बादाम, अखरोट, अंजीर, मुनक्का खाएं
- तली, खट्टी, मसालेदार चीजें खाने से परहेज करें