साइनस और माइग्रेन की समस्या को जड़ से मिटाना तो स्वामी रामदेव से जानें कारगर इलाज, चंद दिनों में मिलेगा लाभ
दुनिया का हर सातवां व्यक्ति माइग्रेन की समस्या से परेशान है। जानिए योगासन और प्राणायाम के द्वारा कैसे पा सकते हैं इस समस्या से छुटकारा।
खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण अधिकतर लोगों को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन्हीं में से एक समस्या है साइनस की। तेज सिरदर्द और बंद नाक आपका पीछा न छोड़े तो समझ लें कि आपको साइनस की समस्या है। साइनस के कारण ही माइग्रेन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
अमेरिका की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया का हर सातवां व्यक्ति माइग्रेन की समस्या से परेशान है। वहीं भारत की बात करें तो करीब 15 करोड़ लोग इस समस्या से परेशान है। इस समस्या से परेशान लोगों को डार्क सर्कल, सिरदर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। स्वामी रामदेव के अनुसार सुबह उठते ही आपको हल्का जुकाम की समस्या हो जाए तो समझ लें कि आप साइनस की समस्या से परेशान हैं। वहीं सिरदर्द की बात करे तो यह करीब 59 प्रकार के होते हैं जो वात, पित्त, कफ, गैस, मोटापा, थकान, तनाव आदि के कारण होता है। आपको किसी भी तरह का दर्द हो तो योगासन, प्राणायम और कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर इस समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं।
शरीर के 3 दोष वात, पित्त और कफ से एक साथ मिलेगी मुक्ति, स्वामी रामदेव से जानिए बेहतरीन योगासन
साइनस और माइग्रेन की समस्या से निजात पाने के लिए योगासन
सूर्य नमस्कार
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में मददगार
- पाचन तंत्र बेहतर रहता है
- शरीर में लचीलापन आता है
- स्मरण शक्ति मजबूत होती है
- वजन बढ़ाने के लिए कारगर
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- त्वचा में निखार आता है
- तनाव की समस्या दूर होती है
- वजन बढ़ान में कारगर
- शरीर का डिटॉक्स करे
- इम्यूनिटी बढ़ाएं
शीर्षासन
- तनाव और चिंता दूर होती है
- आत्मविश्वास, धैर्य और निडरता बढ़ती है
- रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
- कार्यक्षमता को बढ़ाकर एनेर्जेटिक बनाता है
- दिमाग में ब्लड सर्कुलेट करता है
- पिट्यूटरी और पीनियल ग्रंथियों का स्राव नियमित करता है
- स्मरण शक्ति, एकाग्रता, उत्साह, स्फूर्ति, निडरता, आत्मविश्वास और धैर्य बढ़ाता है
रात को घंटों जगने के बाद भी नहीं आ रही नींद तो ट्राई करें ये घरेलू स्लीप बाम, आ जाएगी गहरी नींद
सर्वांगासन
- ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बढ़ाता है
- एजिंग को रोकने में सहायक
- शारीरिक संतुलन ठीक रहता है
योगमुद्रासन
- साइनस और माइग्रेन से छुटकारा
- पेट और दिल के लिए लाभकारी
- इम्यूनिटी बढ़ाता है
- पाचन तंत्र सही करने में सहायक
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है
- वजन घटाने में मदद करता है
- डायबिटीज को रोकने में सहायक
मंडूकासन
- डायबिटीज ,कोलाइटिस को कंट्रोल करे।
- इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
- कब्ज और गैस की समस्या करे खत्म
- पाचन तंत्र को करे सही
- लिवर, किडनी को रखें स्वस्थ्य
- वजन घटाने में करें मदद
- माइग्रेन की समस्या से दिलाए निजात
- पेट और हद्य के लिए लाभकारी
चेहरे पर अधिक मात्रा में पड़ गए हैं काले दाग तो अपनाएं ये घरेलू उपाय, चंद दिनों में हो जाएंगे छूमंतर
भुजंगासन
- मोटापा दूर करने में कारगर
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत बनाता है
- शरीर को सुंदर और सुडौल बनाता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- मेटाबॉलिज्म सुधरता है
- फेफड़ों और हार्ट की नसों के ब्लॉकेज खोलने में भी मदद मिलती है
पश्चिमोत्तानासन
- रीढ़ की हड्डी और कंधों में खिचाव लाता है
- पाचन अंगों की कार्यक्षमता सही करता है
- हाई बीपी में असरदार
- तनाव को कम करता है
- मोटापा कम करता है
ताड़ासन
- एलर्जी से निपटने में कारगर
- शरीर के दर्द को करे कम
- घुटने और पीठ दर्द में दें राहत
- साइनस और माइग्रेन की समस्या से छुटकारा दिलाए
100 साल तक रहना है जवां तो स्वामी रामदेव से जानिए खूबसूरत दिखने का शानदार फॉर्मूला
तिर्यक ताड़ासन
- वजन घटाने में मदद करें।
- कद बढ़ाने में करें मदद
- हाई बीपी को करें कंट्रोल
- मन को रखे शांत
- भूलने की बीमारी से दिलाए छुटकारा
गौमुखासन
- माइग्रेन सो दूर भगाए
- लिवर, किडनी के लाभकारी
- दिल के मरीजों के लिए लाभकारी
- मोटापा कम करने में करे मदद
- गुस्सा, चिड़चिड़ापन से दिलाए छुटकरा
यौगिक जॉगिंग
- डिप्रेशन दूर करने में करे मदद
- शरीर से फैट को करे काम
- डायबिटीज को कम करने में करे मदद
- जांघ की मांसपेशियों को करे मजबूत
दंड बैठक
इस आसन को कम सम कम 25 बार करना चाहिए। इससे आपका पूरा शरीर स्वस्थ रहेगा। दंड बैठक कई तरह के होते है। जिसनें वृश्चिक दंड, पलट दंड, चक्र दंड, शेर दंड, सर्वांग सुंदर दंड, साधारण दंड, राममूर्ति, हनुमान दंड आदि शामिल है।
- झुर्रियों को करे दूर
- मोटापा कम करने में करे मदद
- सीना और भुजाएं को बनाएं चौड़ा
- पेट की चर्बी को करे कम
- मसल्स को बनाए मजबूत
- पैरों और जांधों को बनाए मजबूत
- हद्य रोग से बचाए
उष्ट्रासन
- फेफड़े मजबूत करे
- फेफड़ के दाएं और बाएं ओर ऑक्सीजन भरने में कारगर
- शरीर के दर्द को करे कम
- घुटने और पीठ दर्द में कारगर
- साइटिका का दर्द में लाभकारी
- हाइट बढ़ाने में मददगार
- तनाव और चिंता को करे कम
वृक्षासन
- शारीरिक और मानसिक संतुलन बनाए।
- पूरे शरीर में खून का संचार ठीक करे
- हाइट बढ़ाने में करे मदद
- वजन करे कम
- तनाव और चिंता से मिलेगा छुटकारा
- चेहरे पर ग्लो लाए
माइग्रेन और साइनस की समस्या से छुटकारा पाने के प्राणायाम
भस्त्रिका
इस प्राणायाम को 3 तरह से किया जाता है। पहले में 5 सेकंड में सांस ले और 5 सेकंड में सांस छोड़े। दूसरे में ढाई सेकंड सांस लें और ढाई सेकंड में छोड़ें। तीसरा तेजी के साथ सांस लें और छोड़े। इस प्राणायाम को लगातार 5 मिनट करें।
कपालभाति
इस प्राणायाम को 5 से 10 मिनट करें। हर 5 मिनट के बाद 1 मिनट आराम करें। कफ , सर्दी, जुकाम, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, कैंसर, टीबी, हाइपरटेंशन, अस्थमा, खून की कमी, बीपी, हार्ट के ब्लॉकेज सहित कई बीमारियों से दिलाएं निजात।
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं।
भ्रामरी प्राणायाम
इस प्राणायाम को करने के लिए पहले सुखासन या पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब अंदर गहरी सांस भरते हैं। सांस भरकर पहले अपनी अंगूलियों को ललाट में रखते हैं। जिसमें 3 अंगुलियों से आंखों को बंद करते हैं। अंगूठे से कान को बंद कते हैं। मुंह को बंदकर 'ऊं' का नाद करते हैं। इस प्राणायाम को 3-21 बार किया जा सकता है।
उद्गीथ प्राणायाम
इस प्राणायाम को करने के लिए पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं और शांत मन से 'ऊं' के उच्चारण करते हैं। इस प्राणायाम को करने से पित्त रोग, माइग्रेन, धातु रोग, उच्च रक्तताप जैसे रोगो से निजात मिलता है।।
शीतली प्राणायाम
सबसे पहले आराम से रीढ़ की हड्डी सीधी करके बैठ जाएं। इसके बाद जीभ को बाहर निकालकर सांस लेते रहें। इसके बाद दाएं नाक से हवा को बार निकालें। इस प्राणायाम को 5 से 10 मिनट तक कर सकते हैं।
कब्ज की समस्या को जड़ से छूमंतर कर देंगे ये घरेलू उपाय, स्वामी रामदेव से जानिए कमाल के उपचार
शीतकारी प्राणायाम
इस प्राणायाम में होंठ खुले, दांत बंद करें। दांत के पीछे जीभ लगाकर, दांतो से धीमे से सांस सांस अंदर लें और मुंह बंद करें। थोड़ी देर रोकने के बाद दाएं नाक से हवा बाहर निकाल लें और बाएं से हवा अंदर लें।
माइग्रेन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये उपाय
- बादाम रोगन को दूध में डालकर पिएं। इसके अलावा 3-4 बूंद नाक में डालें। इसके साथ ही अगर आपको अधिक सिरदर्द की समस्या हैं तो सिर में मालिश कर सकते है
- भाम्ररी शंखपुष्पी का पाउडर माइग्रेन की समस्या से निजात दिलाने में कारगर।
- मेधावटी का सेवन करे
- 5-10 मिनट सिर में ठंडा पानी डाले। इससे आपको सिरदर्द की समस्या से आराम मिलेगा।
- 5 बादाम और 5 काली मिर्च बचाकर खाएं। इससे भी आपको लाभ मिलेगा।
कब्ज, एसिडिटी और खट्टी डकार से तुरंत पाना चाहते हैं छुटकारा, स्वामी रामदेव से जानिए रामबाण इलाज
माइग्रेन की समस्या से निजात पाने के लिए एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स
- हाथों और पैरों की अंगुलीं के टॉप पर दबाने से साइनस, माइग्रेन की समस्या से निजात मिल जाएगा।
- नाक की जड़ में दोनों आंखों के पास दबाने से आराम मिलेगा।
- सिर की सिखा पर दबाने से लाभ मिलेगा।