कोरोना के साथ प्रदूषण से भी जूझ रहे हैं लोग, स्वामी रामदेव से जानिए कैसे फेफड़ों को रखें स्वस्थ
योग से लंग्स को कैसे स्ट्रॉन्ग बनाया जा सकता है और कैसे सांस की बीमारियों को ठीक किया जा सकता है, ये स्वामी रामदेव से जानिए।
कोरोना की बढ़ती रफ्तार एक बार फिर लोगों को डराने लगी है। जिस तरह से हर दिन केस बढ़ रहे हैं, वो बेहद खौफनाक है। कोविड-19 सबसे पहले फेफड़ों पर अटैक करता है, लेकिन क्या आप ये बात जानते हैं कि आपके फेफड़ों पर इस वक्त डबल अटैक हो रहा है और हर मिनट आपके लंग्स कमजोर होते जा रहे हैं!
हम बात कर रहे हैं बढ़ते पॉल्यूशन की, जो कोरोना के साथ-साथ फेफड़ों के लिए भी खतरा है। दरअसल, बढ़ते प्रदूषण को लेकर एक ताजा रिपोर्ट सामने आई है। दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में 22 भारत के हैं। दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर भले ही चाइना का हो, लेकिन दूसरी प्रदूषित सिटी भारत की गाजियाबाद है। दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी है।
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट ने एक स्टडी की है, जिसमें बताया है कि दिल्ली-एनसीआर के 26 शहरों की हवा रहने लायक नहीं है। WHO के मुताबिक, हवा में पीएम 2.5 का लेवल 35 होना चाहिए, जबकि दिल्ली-एनसीआर के 22 शहरों में इसका लेवल 123 है, जो सांस से जुड़ी हुई बीमारियों जैसे अस्थमा और ब्रोंकाइटिस की वजह है। साथ ही हार्ट और ब्लड से जुड़ी हुई बीमारियां भी पैदा होती हैं।
आपको बता दें कि कोरोना को एक साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। पूरी दुनिया में कोविड ने अब तक करीब 20 लाख लोगों की जान ली है, लेकिन प्रदूषण की वजह से हर साल पूरी दुनिया में 1 करोड़ लोगों की जान जाती है। सिर्फ भारत की बात करें तो यहां हर साल करीब 25 लाख लोग एयर पॉल्यूशन का शिकार बनते हैं। इन आंकड़ों से आपको डरने नहीं, बल्कि चेतने की जरूरत है। इसका सटीक समाधान योग और आयुर्वेद में है। योग से लंग्स को कैसे स्ट्रॉन्ग बनाया जा सकता है और कैसे सांस की बीमारियों को ठीक किया जा सकता है, ये स्वामी रामदेव से जानिए।
लंग्स प्रॉब्लम्स:
- चेस्ट पेन
- कफ
- लंग्स इंफेक्शन
- सांस लेने में दिक्कत
योग से लंग्स बनेंगे मजबूत:
- भुजंगासन
- मत्सयासन
- पवनमुक्तासन
- नौकासन
- सेतुबंधासन
- मर्कटासन
- धनुरासन
- गोमुखासन
- उत्तानपादासन
मर्कटासन के फायदे:
- रीढ़ की हड्डी लचीली बनाता है।
- पीठ का दर्द दूर करता है।
- फेफड़ों के लिए फायदेमंद है।
- एकाग्रता बढ़ती है।
- पेट संबंधी समस्या दूर होती है।
पवनमुक्तासन के फायदे:
- अस्थमा, साइनस में फायदेमंद है।
- किडनी को स्वस्थ रखता है।
- ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है।
- पेट की चर्बी को दूर करता है।
- मोटापा कम करने में कारगर है।
सूर्य नमस्कार के फायदे:
- डिप्रेशन दूर करता है।
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक है।
- वजन घटाने में मददगार है।
- शरीर को डिटॉक्स करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- पाचन तंत्र बेहतर होता है।
उष्ट्रासन के फायदे:
- टखने का दर्द दूर होता है।
- मोटापा कम होता है।
- शरीर का पॉश्चर सुधरता है।
- डायजेशन अच्छा होता है।
भुजंगासन के फायदे:
- किडनी को स्वस्थ बनाता है।
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है।
- तनाव, चिंता और डिप्रेशन दूर करता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- फेफड़ों को मजबूत बनाता है।
यौगिक जॉगिंग के फायदे:
- बॉडी में एनर्जी आती है।
- बॉडी फ्लैक्सिबल बनती है।
- वजन कम करने में मददगार है।
- हाथ-पैर मजबूत होते हैं।
- शरीर को मजबूत बनाता है।
फेफड़ों को स्वस्थ रखने का घरेलू उपाय:
पेस्ट लगाएं:
- लहसुन
- हल्दी
- प्याज
- अदरक
इनका पेस्ट बनाकर फेफड़े पर लगाएं और बॉडी को कपड़े से ढक दें। ये उपाय कफ के भयंकर प्रकोप को भी ठीक कर देता है। जिन लोगों का लंग 70 से 80 प्रतिशत तक डैमेज हो गया था। इस उपाय से वो रिकवर हो गया।
भांप लें:
पानी में दिव्य धारा डालकर आंखें बंदकर चेहरे पर भांप लें। इससे भी बहुत फायदा होता है।
फेफड़ों के लिए आयुर्वेदिक औषधि:
- श्वसारि खाली पेट दो गोली सुबह-शाम लें।
- लक्ष्मी विलास और संजीवनी वटी खाने के बाद लें।
- अस्थमा के लिए स्वर्ण बसंत मालती लें।
श्वसारि के फायदे:
- गले में आई खराश दूर करता है।
- सांस नली में आई सूजन खत्म करता है।
- कफ को बाहर निकालने में कारगर है।
- लंग्स इंफेक्शन दूर करता है।
- निमोनिया रोग में फायदेमंद है।
लंग्स होंगे मजबूत:
- सुबह-शाम श्वसारि क्वाथ लें।
- सुबह उठकर हर्बल टी लें।
- रात में दूध, हल्दी और शिलाजीत पिएं।
गोल्डन मिल्क के फायदे:
- रोजाना हल्दी दूध पीना फायदेमंद।
- कच्ची हल्दी को दूध में पकाएं।
वासा के फायदे:
- अस्थमा में फायदेमंद।
- खांसी के लिए रामबाण।
- टीबी में आराम देता है।
- खराब पाचन बेहतर करता है।
- किडनी के रोग में फायदेमंद।
- दांत दर्द दूर करता है।
तुलसी के फायदे:
- सर्दी-खांसी में आराम।
- इम्युनिटी बढ़ाती है।
- साइनस में फायदेमंद है।