सांस फूलना या सीने में जलन हो सकता है हाई कोलेस्ट्रॉल का लक्षण, स्वामी रामदेव से जानिए हार्ट को हमेशा हेल्दी रखने का बेस्ट फॉर्मूला
गुड कोलेस्ट्रॉल हो या फिर बैड, शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बैलेंस बहुत जरूरी है। ये क्यों जरूरी है और इसे कैसे बैलेंस किया जाए, इसकी जानकारी स्वामी रामदेव ने दी है।
बहुत से लोगों ने कोलेस्ट्रॉल शब्द तो सुना है, लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि ये आखिर होता क्या है? आपको बता दें कि कोलेस्ट्रॉल एक तरह का फैट होता है, जो हमारे खून में मौजूद होता है। इसका काम सेल्स को लचीला बनाना और शरीर में विटामिन डी बनाना है। ये दो तरह के होते हैं- गुड और बैड। आपने सुना होगा कि गुड कोलेस्ट्रॉल सेहत के लिए फायदेमंद होता है और हार्ट को बीमारियों से बचाकर उसे सेहतमंद रखता है।
हालांकि, स्पेन में हुई एक नई रिसर्च से ये साफ हुआ है कि एक्सेस गुड कोलेस्ट्रॉल भी सेहत के लिए ठीक नहीं है। ये भी आपको नुकसान पहुंचाते हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक, गुड कोलेस्ट्रॉल के पार्टिकल्स की बारीकि से जांच की, जिसमें उन्हें ये पता चला कि अगर आपकी फैमिली हिस्ट्री में लोगों के हाई गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा थी तो आपको हार्ट से संबंधित दिक्कतें हो सकती हैं। इतना ही नहीं, पिछले 15 साल में एक्सेस गुड कोलेस्ट्रॉल से भी हार्ट प्रॉब्लम्स का खतरा तेजी से बढ़ा है।
आपको बहुत परेशान होने की जरूरत नहीं है। गुड कोलेस्ट्रॉल हो या फिर बैड, शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बैलेंस बहुत जरूरी है। ये क्यों जरूरी है और इसे कैसे बैलेंस किया जाए, इसकी जानकारी स्वामी रामदेव ने दी है।
क्या है कोलेस्ट्रॉल?
शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं- गुड और बैड
ये विटामिन डी के लिए जरूरी है।
हार्मोनल बैलेंस में इसका अहम रोल है।
इसे खाने से बढ़ेगा कोलेस्ट्रॉल
अंडे की जर्दी - 210 मि.ग्रा. कोलेस्ट्रॉल
एक पैक मक्खन- 215 मि.ग्रा. कोलेस्ट्रॉल
100 ग्राम पनीर- 123 मि.ग्रा. कोलेस्ट्रॉल
चीज़ बर्गर- 175 मि.ग्रा. कोलेस्ट्रॉल
कोलेस्ट्रॉल करना है कम तो इन्हें खाने से बचें:
प्रोसेस्ड फूड
तला हुआ खाना
डेयरी प्रोडक्ट्स
फ्रेंच फ्राइज़
कोलेस्ट्रॉल प्रॉब्लम की वजह:
गलत आहार
हेरिडिटी
ज्यादा शराब पीना
स्ट्रेस
वर्कआउट ना करना
ज्यादा मीठा खाना
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण
सिर में तेज दर्द
सांस फूलना
मोटापा
सीने में जलन
योग से कंट्रोल करें कोलेस्ट्रॉल:
सूर्य नमस्कार
ताड़ासन
मंडूकासन
पश्चिमोत्तानासन
गोमुखासन
हलासन
योग मुद्रासन
पाद हस्तासन
यौगिक जॉगिंग
शशांक आसन
ताड़ासन के फायदे:
रक्त संचार सही से होता है।
घुटने और टखने मजबूत होते हैं।
दर्द और थकान दूर होता है।
रोज अभ्यास करने से लंबाई बढ़ती है।
यौगिक जॉगिंग के फायदे:
डायबिटीज दूर करने में कारगर।
फैट कम करके लचीला बनाता है।
हाथ की मांसपेशियों के लिए फायदेमंद।
जांघ की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
सूर्य नमस्कार के फायदे:
शरीर को ऊर्जा मिलती है।
एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक है।
वजन बढ़ाने में मददगार।
शरीर को डिटॉक्स करता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
पाचन तंत्र बेहतर होता है।
तिर्यक ताड़ासन के फायदे:
रोज करने से शरीर लचीला बनता है।
कमर की चर्बी पूरी तरह से खत्म हो जाती है।
कद बढ़ाने में मदद मिलती है।
वजन घटाने में मदद मिलती है।
मन को शांत रखने में सहायक है।
दंड बैठक के फायदे:
डिप्रेशन दूर होता है।
शरीर के मसल्स मजबूत होते हैं।
भुजंगासन के फायदे:
किडनी को स्वस्थ बनाता है।
लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है।
तनाव, चिंता और डिप्रेशन दूर करता है।
कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है।
रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
छाती चौड़ी होती है।
फेफड़ों, कंधों और सीने को स्ट्रेच करता है।
शलभासन के फायदे:
हाथों और कंधों की मजबूती बढ़ाता है।
शरीर को मजबूत और लचीला बनाता है।
तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाता है।
सर्वांगासन के फायदे:
तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है।
रक्त संचार अच्छा होता है।
एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है।
याद की हुई चीजें भूलते नहीं हैं।
पवन मुक्तासन के फायदे:
फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं।
अस्थमा और साइनस में लाभकारी।
किडनी को स्वस्थ रखता है।
ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है।
उत्तानपादासन के फायदे:
पैरों की मसल्स मजबूत होती हैं।
पेट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
डायबिटीज कंट्रोल होती है।
एसिडिटी ठीक होती है।
कमर दर्द में आराम मिलता है।
हार्ट को मजबूत बनाता है।
मर्कटासन के फायदे:
रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है।
पीठ का दर्द दूर हो जाता है।
फेफड़ों के लिए फायदेमंद है।
गुर्दे, अग्नाशय और लिवर सक्रिय होते हैं।
पेट संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।
एकाग्रता बढ़ती है।
प्राणायाम से रहें निरोग:
उज्जायी
उद्गीथ
अनुलोम विलोम
कपालभाति
भस्त्रिका
भ्रामरी
भस्त्रिका के फायदे:
तनाव और चिंता दूर होती है।
वजन घटाने में बेहद कारगर है।
दिल को स्वस्थ रखने में सहायक है।
अस्थमा के रोग दूर करता है।
नाक और सीने की समस्या दूर होती है।