इन योगासनों-प्राणायाम और घरेलू नुस्खों से फेफड़ों को बनाएं स्वस्थ, स्वामी रामदेव से जानिए अन्य उपाय
सिस्टिक फ्राइब्रोसिस, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया सहित कई फेफड़ों के रोग होते हैं। स्वामी रामदेव ने लंग्स को हेल्दी बनाने के लिए योगासन, प्राणायाम और घरेलू नुस्खों के बारे में जानकारी दी है।
इंडिया टीवी के स्पेशल शो 'कोरोना से जंग, स्वामी रामदेव के संग' में आज आपको 5 योग और फेफड़ों की 10 बीमारी को क्योर करने का उपाय बताने जा रहे हैं। लंग्स हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम का अहम हिस्सा है। लेकिन कई बार वायु प्रदूषण, इंफेक्शन और बुरी आदतों की वजह से फेफड़े खराब हो जाते हैं। नतीजा, अस्थमा, ब्रोनकाइटिस, सीओपीडी, सिस्टिक फाइब्रोसिस और निमोनिया जैसी बीमारियां हमें जकड़ लेती हैं। लंग्स की ये खतरनाक बीमारियां आपको परेशान ही नहीं, बल्कि बहुत परेशान कर सकती हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में कैंसर के जितने मरीज हैं, उनमें से 25 प्रतिशत लंग्स कैंसर के शिकार हैं। इतना ही नहीं, पॉल्यूशन और लंग्स डिजीज में भारत में 5 लाख लोगों की जान हर साल चली जाती है। ऐसे में योग और आयुर्वेद की ताकत को पूरी दुनिया मान चुकी है। स्वामी रामदेव से जानिए कैसे लंग्स को हेल्दी रखें।
फेफड़ों के रोग
- COPD
- सिस्टिक फ्राइब्रोसिस
- अस्थमा
- ब्रोंकाइटिस
- निमोनिया
खतरे में फेफड़े
- लंग्स कैंसर के 25 फीसदी मरीज
- पॉल्यूशन सबसे बड़ी वजह
- हर साल 12 लाख मौत
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लंग्स बनाएं हेल्दी
- रोज प्राणायाम करें
- गर्म पानी पिएं
- पानी में तुलसी उबालकर पिएं।
- ठंडा पानी न लें
- दही-छाछ न खाएं
- तले-भुने खाने से बचें
- रोज शंख बजाएं।
- गुब्बारे फुलाएं
- मोमबत्ती बुझाएं
- दोनों हाथ खोलकर हंसे
सांसों के लिए सुपरफूड
- हल्दी
- अदरक
- विटामिन-सी वाले फल
- अलसी
- अखरोट
- गुड़
- टमाटर
- पालक
- लहसुन
लंग्स बनेंगे मजबूत
- श्वसारि खाली पेट दो गोली सुबह-शाम लें
- अस्थमा के लिए स्वर्ण बसंत मालती लें
- कच्ची हल्दी को दूध में पकाएं
- हल्दी दूध में शिलाजीत मिलाएं
- रोजाना हल्दी दूध पीना फायदेमंद
श्वसारि के फायदे: कफ को बाहर निकालने में कारगर। गले में आई खराश को दूर करता है। सांस नली में सूजन खत्म करता है। निमोनिया रोग में फायदेमंद। लंग्स में इंफेक्शन को दूर करता है।
इम्युनिटी के लिए:
- एलोवेरा जूस
- गिलोय जूस
- श्वासारि क्वाथ
- अश्वशिला
- च्यवनप्राश
- शहद
सूर्य नमस्कार के फायदे
- इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग करता है।
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक
- वजन घटाने में मददगार
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र बेहतर होगा है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- फेफड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है
दंड बैठक के फायदे
- मसल्स को मजबूत बनाता है
- मोटापे को दूर भगाता है
- वजन को नियंत्रण में रखता है
- पैरों और जांघों को मजबूती मिलती है
उष्ट्रासन के फायदे
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
मंडूकासन के फायदे
- डायबिटीज को दूर करता है
- पेट और दिल के लिए लाभकारी
- पाचन तंत्र सही होता है
भुजंगासन के फायदे
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है
- तनाव, चिंता और डिप्रेशन दूर करता है
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है
- फेफड़ों, कंधों और सीने को स्ट्रेच करता है
मकरासन के फायदे
- लंग्स मजबूत करता है
- कमर दर्द में आराम मिलता है
- तनाव दूर होता है
- पेट से जुड़ी परेशानी में फायदेमंद
गोमुखासन के फायदे
- फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है
- पीठ, बांहों को मजबूत बनाता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- शरीर को लचकदार बनाता है
- सीने को चौड़ा करने में सहायक
- शरीर के पॉश्चर को सुधारता है
रोजाना करें योग
- सूर्य नमस्कार
- उष्ट्रासन
- भुजंगासन
- चक्रासन
- अर्धचक्रासन
- शलभासन
- धनुरासन
- गोमुखासन
- सर्वांगासन
- उत्तानपादासन
कारगर प्राणायाम
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
भस्त्रिका के फायदे: लंग्स क्लियर करता है। तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने के लिए बहुत कारगर है। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक। अस्थमा के रोग को दूर करता है।
अनुलोम विलोम के फायदे: बॉडी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने में बेहद कारगर। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक। अस्थमा के रोग दूर करता है।
कपालभाति के फायदे: पेट के लिए बेहद कारगर प्राणायाम। सांस लेने में आसानी होती है। नर्व मजबूत बनते हैं। शरीर के ब्लड फ्लो में सुधार होता है।