सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा अधिक, स्वामी रामदेव से जानिए दिल को हेल्दी रखने का असरदार इलाज
सर्दियों में दिल का दौरा पड़ने के लगभग 53 प्रतिशत मामले सुबह के समय होते हैं। सर्दियों की सुबह के तीन घंटे दिल और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए भारी पड़ सकते हैं।
सर्दियों के मौसम में ब्लड प्रेशर के साथ-साथ कोलेस्ट्राल का लेवल बढ़ जाता है। जिसके कारण दिल में दौरा पड़ने का चांसेस कई गुना बढ़ जाती है। एक रिपोर्ट के अनुसार सर्दियों में सुबह के समय हार्ट अटैक के मामले 53 प्रतिशत तक अधिक होते है। इतना ही नहीं गर्मियों की मुकाबले 26 से 36 प्रतिशत लोग इस समस्या से अधिक परेशान रहते हैं। इसके साथ ही इस मौसम में
40 साल की उम्र के लोगों को भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी हैं कि आप अपने खानपान के साथ शरीर को हेल्दी रखने की कोशिश करे।
स्वामी रामदेव के अनुसार सर्दियों के मौसम में हम बहुत ही कम चलते-फिरते हैं। जिसका असर भी हमारे हार्ट में बढ़ता है। इसलिए जरूरी हैं कि सर्दियों के मौसम में रोजाना सुबह योगसन और प्राणायाम जरूर करे। इससे आपका हार्ट हेल्दी रहने के साथ-साथ कोलेस्ट्राल और बीपी भी कंट्रोल रहेगी। इतना ही नहीं योग और खानपान में कुछ बदलाव करके आप बैड कोलेस्ट्राल को क्योर भी कर सकते हैं।
स्वामी रामदेव के अनुसार कोई भी योगासन करे। उसके साथ कपालभाति और अनुलोम विलोम जरूर करे। इससे आपको दोगुना लाभ मिलेगा।
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दिल की बीमारी के लक्षण
- सीने में दर्द
- सांस लेने में तकलीफ
- कमजोरी
- हाथ-पैर ठंड़े पड़ना
- हार्ट बीट तेज हो जाना
- असामान्य धड़कन
दिल को हेल्दी रखने के लिए करे योगासन
यौगिक जॉगिंग
- इम्यूनिटी होगी मजबूत
- फेफड़ों को ज्यादा ऑक्सीजन बढ़ाए
- शरीर को फिट बनाए
- ऊर्जावान बनाए
सूर्य नमस्कार
- फेफड़ों में ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचाए
- माइग्रेन, सिरदर्द में लाभकारी
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- वजन बढ़ाने में कारगर
- एनर्जी लेवल बढ़ाए
सूक्ष्म व्यायाम
- बॉडी को करे एक्टिव
- स्फूर्ति का संचार करे
- पूरे शरीर को स्ट्रेच करे
- सिरदर्द में फायदेमंद
- अस्थमा, अर्थराइटिस, सर्वाइकल में कारगर
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मंडूकासन
- वजन घटाने के करे कम
- हाईजेशन को सही रखें
- गैस और कब्ज की समस्या में लाभकारी
- सिरदर्द में फायदेमंद
- लीवर, किडनी के लिए लाभकारी
- डायबिटीज को करे कंट्रोल
शशकासन
- लिवर, किडनी रोगों में कारगर
- पाचन तंत्र को रखे ठीक
- मानसिक रोगों से दिलाए मुक्ति
- मोटापा कम करने में करे मदद
- क्रोध, चिड़चिड़ापन को करे दूर
वक्रासन
- शरीर में ऑक्सीजन की कमी करे पूरी
- शरीर की इम्यूनिटी को करें मजबूत
- पेट की हर बीमारी से दिलाए छुटकारा
- पाचन क्रिया को रखें ठीक
गोमुखासन
- पीठ, बाहों को मजबूत करे
- रीढ़ की हड्डी को करे मजबूत
- थकान, तनाव को करे कम
- सर्वाइकल के दर्द में कारगर
- फेफड़ों के लिए फयदेमंद
उत्तानकुर्मासन
इस आसन के लिए वज्रासन में बैठ जाए और दाए हाथ से बाए कंधों के नीचे रखें। इसी तरह बाए हाथ से दाएं कंधों को छुएं।
पवनमुक्तासन
- फेफड़ों को रखें हेल्दी औऱ मजबूत
- ब्लड प्रेशर को करे नॉर्मल
- किडनी को रखे हेल्दी
- पेट की चर्बी करे कम
- एसिडिटी में कारगर
उत्तापादासन
- बदलते मौसम में रोगों से करे बचाव
- पेट और पैर के मसल्स को बनाए मजबूत
- शरीर को सुंदर औस सुडौल बनाए
- मोटापा कम करने में सहायक
नौकासन
- पाचन शक्ति को रखें ठीक
- वजन कम करने में करे मदद
- शरीर का करे खिंचाव
- सिरदर्द से दिलाए निजात
- जोड़ों के दर्द को करे कम
सेतुबंधासन
- साइनस, अस्थमा में कारगर
- तनाव में फायदेमंजद
- पीठ और सिरदर्द में कारगर
- अनिद्रा में लाभकारी
- पैरों को रखें मजबूत
मर्कटासन
- पीठ दर्द में लाभकारी
- गैस और कब्ज में फायदेमंद
- सर्वाइकल में लाभकारी
- गुर्दे, अग्नाश्य में लाभकारी
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हेल्दी हार्ट के लिए प्राणायाम
भस्त्रिका
इस प्राणायाम को 3 तरह से किया जाता है। पहले में 5 सेकंड में सांस ले और 5 सेकंड में सांस छोड़े। दूसरे में ढाई सेकंड सांस लें और ढाई सेकंड में छोड़ें। तीसरा तेजी के साथ सांस लें और छोड़े। इस प्राणायाम को लगातार 5 मिनट करें।
कपालभाति
इस प्राणायाम को 5 से 10 मिनट करें। हर 5 मिनट के बाद 1 मिनट आराम करें। कफ , सर्दी, जुकाम, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, कैंसर, टीबी, हाइपरटेंशन, अस्थमा, खून की कमी, बीपी, हार्ट के ब्लॉकेज सहित कई बीमारियों से दिलाएं निजात।
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं।
भ्रामरी प्राणायाम
इस प्राणायाम को करने के लिए पहले सुखासन या पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब अंदर गहरी सांस भरते हैं। सांस भरकर पहले अपनी अंगूलियों को ललाट में रखते हैं। जिसमें 3 अंगुलियों से आंखों को बंद करते हैं। अंगूठे से कान को बंद कते हैं। मुंह को बंदकर 'ऊं' का नाद करते हैं। इस प्राणायाम को 3-21 बार किया जा सकता है।
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दिल को हेल्दी रखने के लिए अपनाएं ये घरेलू नुस्खे
- अर्जुन की छाल और दाल चीनी को पानी में उबालकर इसका सेवन करे।
- ह्दयाअमृत 2-2 गोली खाने के बाद लें।
- लौकी कल्प करे। जिसमें आप लौकी का जूस, सूप और सब्जी का सेवन कर सकते हैं।
- मुक्तावटी का सेवन करे।
- 100-100 ग्राम अदरक, प्याज, लहसुन, हल्दी, नींबू लेकर अच्छी तरह से पका लें। जब ये आधा बच जाए तो इसे किसी बर्तन में छान लें। इसके बाद बराबर मात्रा में शहद मिला लें। रोजाना सुबह-शाम 2-2 चम्मच इसका सेवन करे।