55 की उम्र में चाहिए 25 की नजर तो स्वामी रामदेव से जानिए कारगर इलाज, हमेशा रहेगी आंखें हेल्दी
आंखों को हेल्दी रखने लिए योगासन और प्राणायाम काफी कारगर साबित हो सकते हैं। इसके साथ ही बढ़ती उम्र के साथ आंखों की रोशनी भी नहीं जाएगी।
कहते है आंखें है पूरे जहान में रंग ही रंग है लेकिन आंखों की रोशनी न होने पर पूरी दुनिया बेरंग नजर आने लगती है। कई बार जाने अनजाने में हम अपनी आंखो को काफी नजरअंदाज करते है। लगातार मोबाइल, कंप्यूटर का इस्तेमाल करने से आंखों पर बुरा असर पड़ता है। गैजेट्स से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणें आपकी आंखों के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं। जिसके कारण आंखों में दर्द, जलन, आंखों से पानी आना, सुखापन, आंखों में खुजली जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं कई बार आंखों की रोशनी भी धीरे-धीरे कम हो जाती है।
स्वामी रामदेव के अनुसार कई बार हाईपरटेंशन, शुगर, थायराइड, प्रदूषण, एलर्जी के कारण भी आंखों संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में योगासन और प्राणायाम काफी कारगर साबित हो सकते हैं। इन्हें करने से आपकी आंखे हेल्दी भी रहेगी। इसके साथ ही बढ़ती उम्र के साथ आंखों की रोशनी भी नहीं जाएगी।
अगर किसी को ग्लूकोमा की समस्या हैं और आंखों पर ज्यादा जोर पड़ रहा हैं तो शीर्षासन, सर्वांगासन नहीं करना है वह सिर्फ प्राणायाम करे।
बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से हेल्दी रखेंगे ये योगासन, तेजी से बढ़ेगी एकाग्रता
त्राटक क्रिया
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए त्राटक क्रिया सबसे ज्यादा कारगर है। रोजाना 5 से 15 मिनट करने से आंखों की खोई हुई द्रष्टि भी वापस आ जाती है। इसके साथ ही आंखों को जलन, आंखों के दर्द की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा। इतना ही नहीं त्राटक क्रिया की शुरुआत 1 मिनट से करे और धीरे-धीरे करते हुए 20 मिनट तक कर सकते हैं। इसे 1 सप्ताह से 1 माह के अंदर आंखों में लगा मोटा चश्मा भी हट जाएगा। इस क्रिया के साथ आप अनुलोम विलोम भी कर सकते हैं। इससे आपको अधिक लाभ मिलेगा।
आंखों के कारगर योगासन
शीर्षासन
- इसे 1 मिनट से 5 मिनट तक करे।
- आंखों की बीमारियां करे दूर
- मानसिक शांति और स्मरण शक्कित बढ़ाए
- आंखों की रोशनी बढ़ाए
- भुजाओं को मजबूत बनाए
- चेहरे में ताजगी के साथ ग्लो लाए
सर्वांगासन
- आंखों की रोशनी बढ़ती है।
- आईक्यू लेवल बढ़ाए
- एकाग्रता बढ़ाए
- याददाश्त तेज करे
सूर्य नमस्कार
- त्राटक के बाद सूर्य नमस्कार करने से आंखों को अधिक लाभ मिलेगा।
- आंखों की नसों के लिए अच्छा
- फेफड़ों में ऑक्सीजन अधिक बढ़ाए
- पूरे शरीर में खून का फ्लो अच्छा बना रहता है।
- शरीर में ऊर्जा बढ़ाए
उष्ट्रासन
- आंखों को रखे हेल्दी
- आंखों संबंधी हर बीमारी से निजात दिलाए
- फेफड़ों को रखे स्वस्थ
- टखने को दर्द करे
- पाचन प्रणाली को रखे ठीक
- तनाव और चिंता को करे कम
शशकासन
- मोतियाबिंद में लाभकारी
- तनाव और चिंता को करे दूर
- क्रोध और चिड़चिड़ापन को करे दूर
- मानसिक रोगों से दिलाए मुक्ति
- माइग्रेन के रोग में लाभकारी
भुजंगासन
- आंखों की समस्या के लिए लाभकारी
- फेफड़ों और कंधों को करे स्ट्रेच
- रीढ़ की हड्डी को करे मजबूत
- गर्दन की मांसपेशियों को करे खिंचाव
- फेफड़ों को करे मजबूत
- गर्दन की मांसपेशियों में करे खिंचाव
उत्तानपादासन
- फेफड़ों को रखें हेल्दी
- शरीर को सुंदर और सुडौल बनाए
- गर्दन की मांसपेशियों मे करे खिंचाव
- तनाव और डिप्रेशन से दिलाए राहत
- मोटापा कम करने मे करे मदद
- टीबी, निमोनिया में लाभकारी
- पाचन शक्ति में लाभकारी
डायबिटीज को जड़ से खत्म करेगा ये होममेड आयुर्वेदिक जूस, कुछ ही दिनों में छूट जाएगी इंसुलिन
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए एक्यूप्रेशर प्वाइंट
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए इंडेक्स फिंगर और मिडिल फिंगर के बीच में रोजाना 5 मिनट दबाएं।
आंखों को हेल्दी रखने के लिए प्राणायाम
भ्रस्त्रिका
इस प्राणायाम को 3 तरह से किया जाता है। पहले में 5 सेकंड में सांस लें और 5 सेकंड में सांस छोड़े। दूसरे में ढाई सेकंड सांस लें और ढाई सेकंड में छोड़ें। तीसरा तेजी के साथ सांस लें और छोड़े। इस प्राणायाम को लगातार 5 मिनट करें। इस आसन को रोजाना 5-10 मिनट करें।
कपालभाति
रोजाना कपालभाति करने से आपके नर्वस सिस्टम के न्यूरॉन ठीक ढंग से काम करेंगे। इसके लिए रोजाना 10-15 मिनट कपालभाति करे।
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 15 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं।