कोरोना काल में कमजोर हुई नज़र, स्वामी रामदेव से जानिए कैसे पॉवर योग से हटाएं आंखों का चश्मा
दिन में 6 घंटे से अधिक गैजेट्स का इस्तेमाल करने से आंखों संबंधी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें 10-15 साल के बच्चे अधिक शिकार है।
आज के समय में भाग दौड़ भरी लाइफ में टेक्नोलॉजी के ऊपर इतने ज्यादा निर्भर रहते हैं कि उसके बिना हमारी जिंदगी बेकार सी हो गई है लेकिन ज्यादा मोबाइल, कप्यूटर आदि का इस्तेमाल करने से आंखों के साथ-साथ सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। आपको यह जानकर हैनारी होगी कि देश में करीब 1 करोड़ 20 लाख लोगों की आंखों की रोशनी नहीं है। इसके वाबजदू हम अपनी आंखों का जरा सा भी ख्याल नहीं रखते हैं।
कोरोना काल में आंखों संबंधी कई समस्याएं तेजी से बढ़ गई हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना लॉकडाउन में 28 करोड़ लोगों की नजर कमजोर हो गई है। दिन में 6 घंटे से अधिक गैजेट्स का इस्तेमाल करने से आंखों संबंधी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें 10-15 साल के बच्चे अधिक शिकार है।
रिपोर्ट के अनुसार कोरोना काल में आंखों संबंधी समस्या से संबंधी समस्याएं ज्यादा हो रही हैं। 100 में से 50 बच्चे आंख संबंधी समस्या से परेशान है।
कोरोना काल में आंख संबंधी समस्या जैसे ग्लूकोमा, मोतियाबंद की समस्या होने पर डॉक्टर को नहीं दिखा पाएं। आपको बता दें कि मोतियाबिंद के कारण 55 प्रतिशत लोग अपनी रोशनी गवां देते हैं। आंखों को हेल्दी रखने के लिए् योग और प्राणायाम काफी कारगर हो सकते हैं। स्वामी रामदेव से जानिए यौगिक उपायों के बारे में।
आंखों में होने वाली परेशानी- ग्लूकोमा
- लांल आंख हो जाना
- नजर कमजोर
- धुंधला दिखना
- मोतियाबंद
- सूखापन
- आंखों में जलन
कमर और पेट की चर्बी कम करने के लिए पिएं ये होममेड ड्रिंक, नैचुरल तरीके से पाएं फ्लैट टमी
आंखों की बीमारी की वजह- एलर्जी
- प्रदूषण
- कम्प्यूटर पर काम
- जेनेटिक
- चोट लगना
- हाई बीपी
शीर्षासन
- चेहरे की झुर्रियां गायब हो जाती हैं
- चेहरे में चमक आती है, सुंदरता बढ़ती है
- त्वचा मुलायम और खूबसूरत बनती है
- रोज अभ्यास से सफेद बाल काले होते हैं
- बालों को झड़ने से रोकने में मददगार
- मानसिक शांति और स्मरण शक्ति बढ़ती है
- दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है
- आंखों की रोशनी बढ़ाने में कारगर
- आत्मविश्वास, धैर्य, निडरता बढ़ाता है
- एकाग्रता, उत्साह, याददाश्त बढ़ाता है
- डायबिटीज़
सर्वांगासन
- तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है
- दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचता है
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है
- याद की हुई चीजें भूलते नहीं
- ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बेहतर
- आंखों पर चश्मा नहीं चढ़ेगा
- थाइरॉयड ग्लैंड एक्टिव होता है
- हाथ-कंधे मजबूत बनते हैं
- ब्रेन को पर्याप्त ब्लड मिलता है
- हार्ट मसल्स एक्टिव होता है
- दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचता है
हलासन
- इस आसन से दिमाग शांत होता है
- थायराइड की बीमारी ठीक होती है
- स्ट्रेस और थकान मिटाता है
- रीढ़ की हड्डी और कंधों में खिंचाव आता है
- डायबिटीज़ की परेशानी दूर होती है
- डायजेशन में सुधार आता है
सूर्य नमस्कार
- डिप्रेशन दूर करता हैृ
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक
- वजन बढ़ाने में मददगार योगासन
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र बेहतर होता है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- फेफड़ों तक पहुंचती है ज्यादा ऑक्सीजन
त्राटक
त्राटक सदियों से की जाने वाली क्रिया है। यह सिर्फ आंखों के लिए ही नहीं बल्कि शरीर की दूसरी बीमारियों को दूर करने में भी मदद करता है। एकाग्र चित्त होकर निश्चल द्रष्टि से तक तक देखते रहें जब तक कि आंखों से आंसू न आ जाए। त्राटक क्रिया बिंदू, तारा, सूर्य, चंद्रमा, दीपक और मोमबत्ती आदि पर किया जाता है, लेकिन आप दीपक से इसकी शुरुआत करें। सबसे पहले एक एकांत और शांत जगह चुने। इसके बाद आंखों के बिल्कुल सामने थोड़ी दूर दीपक रखें। किसी भी आसन में आराम से बैठ जाएं। सिर, गर्दन, पीठ को सीधा रखें। अंधेरे में ध्यान की मुद्रा केंद्रित करें। आंखों को बराबर दीपक में लाएं। दीपक की रोशनी में ध्यान दें। इसे तब तक देखते रहें जब तक आपकी आंखे थक न जाए। पलक न झपकने दें। इसके बाद आंखे बंद कर लें। फिर अपनी आंखों को ठंडे पानी से धो लें। इसे आप रोजाना या सप्ताह में 1-2 बार कर सकते हैं।
जलनेति
यह जल द्वारा किया जाने वाली एक क्रिया है। इससे नैजल ट्रैक की सफाई ठीक ढंग से हो जाती है। इस जल में आप चाहे तो थोड़ा सा सेंधा नमक भी डाल सकते है। इसके लिए एक तरफ से नाक के होल में पानी डाला जाता है वह दूसरी तरह के होल से आसानी से निकल आता है। इसके साथ ही आपको बता दें कि इस क्रिया को करने के लिए खास पात्र की आवश्यकता होती है।
सूत्रनेति
इस क्रिया के द्वारा शरीर का शुद्धिकरण होता है। इस क्रिया के लिए पहले धागे का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन अब यह आसानी से मेडिकल स्टोर में मिल जाता है। इस क्रिया में पहले इस सूत्र नेति को पानी से साफ करके नाक से धीरे-धीरे डाला जाता है जिसे मुंह से निकाला जाता है। मिर्गी के दौरे या अधिक चक्कर आते है तो सूत्र नेति को करने से बचें।
उष्ट्रासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली को ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
- कंधों और पीठ को मजबूत करता है
- पीठ दर्द में बेहद लाभकारी
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाने में मददगार
भुजंगासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर करता है
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत बनता है
- फेफड़ों, कंधों, सीने को स्ट्रेच करता है
- कमर, पीठ दर्द दूर होता है
- इस आसन से छाती चौड़ी होती है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- मोटापा कम करने में सहायक
- शरीर को सुंदर और सुडौल बनाता है
पवनमुक्तासन
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
- मोटापा कम करने में मददगार
- हृदय को सेहतमंद रखता है
- ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है
- रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती है
मंडूकासन
- डायबिटीज को दूर भगाता
- पेट और हृदय के लिए भी लाभकारी
- कंसंट्रेशन की क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र सही करने में सहायक
- लिवर, किडनी को स्वस्थ रखता है
- वजन घटाने में मदद करता है
- पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है
- डायबिटीज को रोकने में सहायक
- गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है
वक्रासन
- पेट पर पड़ने वाला दबाव फायदेमंद
- कैंसर की रोकथाम में बेहद कारगर
- पेट की कई समस्याओं में राहत
- पाचन क्रिया ठीक रहती है
- कब्ज को रोकने का रामबाण इलाज
उत्तानपादासन
- फेफड़ों को रखें हेल्दी
- कमर की चर्बी को करे कम
- ब्लड शुगर को करे कंट्रोल
- टीबी के मरीजों के लिए लाभकारी
- रीढ़ की हड्डी को करे मजबूत
- जांघ को बनाए मजबूत
नौकासन
- शरीर की ऑक्सीजन बढ़ाए
- डायबिटीज को करे कंट्रोल
- टीबी, निमोनिया को करे ठीक
- शरीर में ऑक्सीजन का स्तर संतुलित रहता है
- नियमित अभ्यास से मोटापे में कमी
- पाचन शक्ति अच्छी रहती हैं
- पेट, कमर, पीठ मजबूत बनती है
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति