कैंसर को हराने के लिए स्वामी रामदेव से जानिए रामबाण उपाय, साथ ही जानें डाइट प्लान
स्वामी रामदेव के अनुसार योग के द्वारा हर तरह के कैंसर से निजात पाई जा सकती है। जानिए कौन-कौन से योगासन प्राणायाम है कैंसर रोगियों के लिए फायदेमंद। इसके साथ ही जानिए कैंसर के मरीजों का डाइट प्लान।
कई सालों से केमिकल युक्त भोजन के कारण शरीर में कई बीमारियों का जन्म हुआ इन्हीं में एक है जानलेवा कैंसर। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार अगले 2 दशकों में कैंसर के 60 प्रतिशत मरीज और बढ़ेंगे। जिसमें से 10 में से 1 भारतीय हैं। बड़े ही नहीं बच्चें भी इस बीमारी के काफी शिकार हो रहे हैं। जेनेटिक कैंसर के अलावा गलत खानपान के कारण भी लोग कैंसर के शिकार हो रहे हैं। स्वामी रामदेव के अनुसार आज के समय में हम अधिकतर चीजें केमिकल युक्त ही खाते हैं चाहे फिर बात सब्जियों की ही क्यों न हो। इसलिए कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। बच्चों की बात करें तो उन्हें ब्लड कैंसर सबसे जल्दी होता है। इसलिए हमें ऑर्गेनिक फूड का सेवन अधिक करना चाहिए।
स्वामी रामदेव के अनुसार योग के द्वारा हर तरह के कैंसर से निजात पाई जा सकती है। इसके अलावा दोबारा इस बीमारी के शिकार न हो इसके लिए बस अच्छी डाइट और योग का सहारा लें। योग के द्वारा कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी के समय शरीर में उत्पन्न अधिक गर्मी को भी सही किया जा सकता है। जानिए कैंसर से निजात पाने का रामबाण इलाज।
कैंसर से छुटकारा पाने के लिए करें ये प्राणायाम
स्वामी रामदेव के अनुसार कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से छुटकारा के लिए प्राणायाम काफी कारगर साबित हो सकते हैं। इसलिए रोजाना भ्रामरी, उद्गीथ, अनुलोम-विलोम, कपालभाति आदि रोजाना आधा से 1 घंटा करें। वहीं शीतली और शीतकारी प्राणायाम कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी के कारण शरीर मं उत्पन्न अधिक गर्मी को शांत करने में मदद करता है। इसके साथ ही उज्जायी गले के कैंसर के लिए फायदेमंद।
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कपालभाति
कपालभाति करने से हर तरह के कैंसर से निजात मिलता है। हाइपरटेंशन, अस्थमा, खून की कमी, बीपी, हार्ट के ब्लॉकेज वाले लोग 2 सेकंड में एक स्ट्रोक करें।
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं।
उज्जयी प्राणायाम
गले से सांस अंदर भरकर जितनी देर रोक सके उतनी देर रोके। इसके बाद दाएं नाक को बंद करके बाएं नाक के छिद्र से छोड़े। इस प्राणायाम को करने से मन शांत रहता है, अस्थमा, टीबी, माइग्रेन, कैंसर, अनिद्रा आदि समस्याओं से दिलाएं निजात।
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भ्रामरी प्राणायाम
इस प्राणायाम को करने के लिए पहले सुखासन या पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब अंदर गहरी सांस भरते हैं। सांस भरकर पहले अपनी अंगूलियों को ललाट में रखते हैं। जिसमें 3 अंगुलियों से आंखों को बंद करते हैं। अंगूठे से कान को बंद कते हैं। मुंह को बंदकर 'ऊं' का नाद करते हैं। इस प्राणायाम को 3-21 बार किया जा सकता है।
उद्गीथ प्राणायाम
इस प्राणायाम को करने के लिए पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं और शांत मन से 'ऊं' के उच्चारण करते हैं। इस प्राणायाम को करने से पित्त रोग, धातु रोग, उच्च रक्तताप जैसे रोगो से निजात मिलता है।।
शीतली प्राणायाम
सबसे पहले आराम से रीढ़ की हड्डी सीधी करके बैठ जाएं। इसके बाद जीभ को बाहर निकालकर सांस लेते रहें। इसके बाद दाएं नाक से हवा को बार निकालें। इस प्राणायाम को 5 से 10 मिनट तक कर सकते हैं।
शीतकारी प्राणायाम
इस प्राणायाम में होंठ खुले, दांत बंद करें। दांत के पीछे जीभ लगाकर, दांतो से धीमे से सांस अंदर लें और मुंह बंद करें। थोड़ी देर रोकने के बाद दाएं नाक से हवा बाहर निकाल लें और बाएं से हवा अंदर लें।
कैंसर से छुटकारा पाने के लिए करें ये योगासन
सूक्ष्म व्यायाम- योगासन की शुरुआत सुक्ष्म व्यायाम के साथ करें। जिसमें आप चक्की आसन, स्थित कोणासन, तितली आसन जैसे योगासन शामिल कर सकते हैं। इन आसनों को करने से शरीर फुर्तिला होगा। शरीर की थकान दूर करें। सर्वाइकल में भी राहत दिलाएं।
मंडूकासन- इस आसन को कैंसर के रोगियों के साथ-साथ हर किसी को करना चाहिए। इस आसन को करने से पेट संबंधी हर समस्या से निजात मिलता है। हार्ट को रखें हेल्दी। इसके अलावा कोलाइटिस और डायबिटीज को भी करें कंट्रोल।
उष्ट्रासन- इस आसन को आराम से करें। इससे आपका रीढ़ की हड्डी मजबूत होगी। शरीर लचीला होगा।
अर्ध्य उष्ट्रासन- अगर आप उष्ट्रासन नहीं कर पा रहे हैं तो इस आसन को कर सकते हैं। यह भी शरीर को हेल्दी रखता है।
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वक्रासन- इस आसन को करने से आपको किडनी और लिवर संबंधी हर समस्या से निजात मिलेगा। इसे रोजाना आधा से 1 मिनट करें।
शशकासन- लिवर और किडनी को हेल्दी रखने के साथ ही हाथों और कंधों को मजबूत रखता है। इसके अलावा पाचन क्रिया को सही रखें।
गोमुखासन- किडनी को स्वस्थ्य रखें। इसके साथ ही यह अंगुलियों के जोड़ों और कलाइयों को मजबूत करता है, छाती और पीठ की मांसपेशियों को सुदृढ़ करते हुए कंधों और कूल्हों की गतिशीलता को बढ़ाता है।
पवनमुक्तासन- इस आसन को करने से हार्ट हेल्दी रहता है। जिससे दिल संबंधी बीमारियां नहीं होती हैं। इसके अलावा रीड़ की हड्डी को मजबूत रखें, जांघों, पेट और कूल्हों को वसा मुक्त रखें।
उत्तानपादासन- किडनी- लिवर को करें सक्रिय, गर्दन की मांसपेशियों की खिंचाव करता है। तनाव डिप्रेशन से निजात दिलाता है।
नौकासन- बदहजमी से निजात दिलाता है। कमर और पेट सुडौल बनता है। इसके साथ ही किडनी और लिवर को हेल्दी रखता है।
मकरासन- इस आसन को करने से वजन कम होने के साथ-साथ कैंसर के लिए फायदमेंद।
भुजंगासन- तनाव, चिंता, कमर के निचला दर्द से मिलेगा निजात। फेफड़ों, पीठ दर्द को करें दूर। रीढ़ की हड्डी को करें मजबूत।
मर्कटासन- इस आसन को करने से आपके शरीर में मजबूती आएगी। इसके साथ-साथ कमर दर्द, रीढ़ की हड्डी के दर्द को भी करें कम।
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कैंसर के मरीजों की डाइट
- 50 एमएल व्हीटग्रास, 50एमएल एलोवेरा जूस, कुछ नीम की पत्तियां, 40 एमएल आंवला का जूस, कुछ तुलसी की पत्तियां और थोड़ा सा गिलोय डालकर इसका काढ़ा बना लें। इसे खाली पेट और रात को खाना खाने से पहले इसका सेवन करें। यह ब्लड कैंसर के अलावा हर तरह के कैंसर के लिए रामबाण इलाज।
- देसी गाय के मूत्र को उबालकर उससे जो भाप निकलती है उसे स्टोर कर लें और इसका रोजाना सेवन करें।
- अगर छोटा बच्चा हैं तो उसे एक चम्मच आंवला का जूस पिलाएं। आप चाहे तो इसमें थोड़ा सा शहद मिला सकते हैं। इसके अलावा बच्चों को आंवला की कैडी या मुरब्बा खिलाएं।
- हरी सब्जियों का सेवन करें।
- नमक, फ्रीज की चीजें और मीठी का सेवन न करें।
- बीड़ी, सिगरेट, शराब, मीट से दूरी बना लें।
- खाली पेट लौकी का जूस पिएं। इसके साथ ही रोजाना इसकी सब्जी खाएं।
- अनार का सेवन करें। यह कैंसर के साथ-साथ अन्य बीमारियों से निजात दिलाएगा।
- टमाटर का सूप पिएं। कैंसर के मरीजों के लिए ये काफी फायदेमंद। आप चाहे तो कच्चा टमाटर भी खा सकते हैं।
- कच्चा प्याज खानी चाहिए। इससे यह ब्लड प्रेशर, कैंसर अनिद्रा आदि समस्याओं से निजात मिलता है।
- मूली, खीरा, गाजर, प्याज , पालक, मेथी सहित अन्य हरी सब्जियों का सलाद जरूर खाएं।
- खाली पेट अंकुरित अनाज लें।
- खाली पेट खीरा, टमाटर का सेवन करें।