इन 10 योगासनों से बढ़ेगी लंग्स की ताकत, स्वामी रामदेव से जानिए घर पर मरीज का कैसे बढ़ाएं ऑक्सीजन लेवल
इस बार 60 से 65 फीसदी मरीजों को सांस लेने में काफी दिक्कत आ रही है। उनका ऑक्सीजन लेवल तेजी से घटता है। 2 से 3 दिन के अंदर ये 80 से नीचे पहुंच जाता है और ऐसे में तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत होती है।
कोरोना बेकाबू हो चुका है। शहर-शहर ऑक्सीजन का संकट पैदा हो गया है। ऑक्सीजन को लेकर हर तरफ हाहाकार मचा है। सवाल ये है कि ऐसा क्या हुआ, जो सांसों पर इमरजेंसी सी लगने लगी है? दरअसल, कोरोना का नया स्ट्रेन काफी खतरनाक है और इस बार 25 फीसदी लंग्स डैमेज होने के बाद कोरोना के लक्षण सामने आते हैं। और जब तक कोरोना की रिपोर्ट आती है, सांस लेने में परेशानी शुरू हो जाती है।
आपको बता दें कि इस बार 60 से 65 फीसदी मरीजों को सांस लेने में काफी दिक्कत आ रही है। उनका ऑक्सीजन लेवल तेजी से घटता है। 2 से 3 दिन के अंदर ये 80 से नीचे पहुंच जाता है और ऐसे में तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत होती है। अगर इस दौरान ऑक्सीजन ना मिले तो हालात बहुत गंभीर हो जाते हैं।
ऑक्सीजन की बढ़ती मांग के पीछे दूसरी बड़ी वजह है, पिछली बार के 88 फीसदी के मुकाबले इस बार ऑक्सीजन का लेवल 70 से 80 फीसदी नीचे चला जा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि सांसों की इमरजेंसी की नौबत ही ना आए। ऑक्सीजन सिलेंडर, आईसीयू और अस्पताल के बेड की जगह योगाभ्यास से ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने की कोशिश की जा सकती है। सांसों के संकट का समाधान क्या है, ये स्वामी रामदेव ने बताया है।
कोरोना के लक्षण:
- बुखार
- खांसी
- सीने में दर्द
- सांस में तकलीफ
- थकान
- बदन दर्द
- पेट में दर्द
- डायरिया
- सिर में दर्द
- त्वचा में रैशेज
योग अभ्यास:
- भुजंगासन
- सर्वांगासन
- योग मुद्रासन
- शशकासन
- मकरासन
- विश्रामासन
- गोमुखासन
- उत्तानपादासन
- ताड़ासन
- तिर्यक ताड़ासन
- हस्तासन
- सेतुबंधासन
- मंडूकासन
- उष्ट्रासन
- पवनमुक्तासन
- नौकासन
- शलभासन
- धनुरासन
उष्ट्रासन के फायदे:
- टखने का दर्द दूर होता है।
- मोटापा कम होता है।
- शरीर का पॉश्चर सुधरता है।
- डायजेशन अच्छा होता है।
- हार्ट मजबूत होता है।
भुजंगासन क फायदे:
- किडनी को स्वस्थ बनाता है।
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है।
- तनाव, चिंता और डिप्रेशन दूर करता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- फेफड़ों को मजबूत बनाता है।
प्राणायाम से फेफड़ों को बनाएं मजबूत:
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
भस्त्रिका के फायदे:
- नाक और सीने की समस्या दूर होती है।
- तनाव और चिंता दूर होती है।
- वजन घटाने के लिए बहुत कारगर है।
- दिल को स्वस्थ रखने में सहायक है।
- अस्थमा के रोग को दूर करता है।
कपालभाति के फायदे:
- बंद सांस नली खुल जाती है।
- सांस का लेना आसान हो जाता है।
- नर्व मजबूत बनते हैं।
- शरीर के ब्लड फ्लो में सुधार आता है।
उज्जायी के फायदे:
- दिमाग को शांत करता है।
- शरीर में गर्माहट आती है।
- ध्यान लगाने की क्षमता बढ़ती है।
- दिल के रोगों में फायदेमंद है।
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उद्गीथ के फायदे:
- तनाव और चिंता दूर होती है।
- वजन घटाने में मदद करता है।
- नर्वस सिस्टम को ठीक रखता है।
- मेमोरी पावर बढ़ाने में सहायक है।
त्रिफला के लाभ:
- इसमें एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं।
- एंटी ऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं।
- रोज सुबह त्रिफला जूस का सेवन करें।
- इम्यून सिस्टम मजबूत करता है।
इम्युनिटी के लिए:
- गिलोय, तुलसी, अश्वगंधा
- खाने के बाद 1-1 गोली लें।
- खाली पेट श्वसारि वटी 1 गोली सुबह-शाम लें।
गोल्डन मिल्क:
- दूध में हल्दी डालकर उबालें।
- रात में सोने से पहले पिएं।
- इम्युनिटी को बढ़ाता है।
- लंग्स के लिए भुना हुआ चना खाएं।