कोरोना में एंजायटी और पैनिक अटैक? स्वामी रामदेव के बताए इन योग और प्राणायाम से दूर करें डिप्रेशन
एंजायटी डिसऑर्डर में पैनिक अटैक आते हैं। दिल की धड़कन बढ़ जाती है। पसीना आता है। सांस लेने में तकलीफ होती है। चक्कर तक आते हैं और सीने में दर्द जैसे लक्षण भी महसूस होते हैं।
कोरोना की दूसरी लहर ने पिछले एक महीने से देश में जो तबाही बरपाई है, उससे हर किसी के जहन पर असर बुरा असर पड़ा है। हर इंसान दिन में कम से कम एक बार ये सोचता है कि अगर उसे कोरोना हो गया तो क्या होगा। क्या वो बच पाएगा या फिर नहीं बच पाएगा। अपनी और अपनों की सलामती को लेकर कभी इतना डर शायद ही किसी ने महसूस किया हो। कोरोना ही ऐसा कारण है, जिससे लोग घबराए हुए हैं। कोविड की वजह से डर तो है ही, लेकिन ये डर भी होशियार बनाता है। सावधानी से मुकाबले का हौसला देता है, लेकिन हर कोई इस तरह से नहीं सोचता। वायरस के इफेक्ट होने का डर ज्यादातर लोगों के दिल में घर कर गया है।
एक स्टडी के मुताबिक, लोग को यहां तक सोच लेते हैं कि कोरोना हो गया तो कहीं वेंटिलेटर पर ना पहुंच जाएं। डर का ये आलम है कि हर बीमारी में लोग अब कोरोना को तलाशने लगे हैं। इसे एंजायटी कहेंगे। कोरोना की वजह से हालात बिगड़े हुए हैं। हर तरफ नकारात्मकता फैली है। लोग हताश हैं। परेशान हैं। रोजाना कहीं ना कहीं से कोई बुरी खबर मिल रही है। ऐसे में परेशान होना लाजिमी सी बात है। लेकिन ये भी समझ लीजिए कि कोरोना को मात डर से नहीं दी जा सकती है। हौसले के साथ पॉजिटिव रहकर ही इसका मुकाबला किया जा सकता है। बेवजह की चिंता और फ्रिक आपकी इम्युनिटी को कमजोर करती है और एंजायटी डिसऑर्डर का शिकार भी बनाती है।
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एंजायटी डिसऑर्डर में पैनिक अटैक आते हैं। दिल की धड़कन बढ़ जाती है। पसीना आता है। सांस लेने में तकलीफ होती है। चक्कर तक आते हैं और सीने में दर्द जैसे लक्षण भी महसूस होते हैं। लोग इसे हार्ट अटैक ना समझ लें। हालांकि ईसीजी रिपोर्ट के बाद ये क्लियर होता है कि इस तरह की कोई प्रॉब्लम नहीं है। ये एंजायटी डिसऑर्डर है। जिंदगी है तो परेशानियां तो साथ-साथ चलेंगी, लेकिन परेशानी कोरोना हो या फिर एंजायटी डिसऑर्डर, दुश्मन को मात तभी दी जा सकती है, जब आप मजबूती से डटकर अपने हौसले से उसका मुकाबला करें। खुद में ये जज्बा कैसे लाया जा सकता है, ये स्वामी रामदेव ने बताया है।
कोरोना के लक्षण:
- बुखार
- खांसी
- सीने में दर्द
- सांस में तकलीफ
- थकान
- बदन दर्द
- पेट में दर्द
- डायरिया
- सिर में दर्द
- त्वचा पर रैशेज
एंजायटी की वजह:
- वायरस का प्रकोप
- घर में बंद रहना
- निगेटिव खबरें
- भविष्य की चिंता
एंजायटी के लक्षण:
- पैनिक अटैक
- सांस में दिक्कत
- चक्कर आना
- धड़कन बढ़ना
- पसीना निकलना
- घबराहट होना
योग अभ्यास:
- भुजंगासन
- सर्वांगासन
- योगमुद्रासन
- शशकासन
- गोमुखासन
- उत्तानपादासन
- पवनमुक्तासन
- नौकासन
- सेतुबंधासन
- मंडूकासन
यौगिक जॉगिंग के फायदे:
- बॉडी में एनर्जी आती है।
- वजन कम करने में मददगार है।
- शरीर मजबूत बनता है।
- बॉडी फ्लेक्सिबल बनती है।
- हाथ-पैर मजबूत होते हैं।
चक्की आसन :
- अच्छी नींद में फायदेमंद
- पेट कम करने में मददगार
- पीठ की अच्छी एक्सरसाइज
- तनाव कम करने में कारगर
- जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है
सूर्य नमस्कार के फायदे:
- डिप्रेशन दूर करता है।
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक।
- वजन घटाने में मददगार।
- शरीर को डिटॉक्स करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- पाचन तंत्र बेहतर होता है।
- शरीर को ऊर्जा मिलती है।
- फेफड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है।
दंड बैठक के फायदे:
- डिप्रेशन दूर होता है।
- शरीर के मसल्स मजबूत होते हैं।
सूक्ष्म व्यायाम के फायदे:
- बॉडी को एक्टिव करता है।
- शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है।
- शरीर में थकान नहीं होती है।
- कई तरह के दर्द से राहत।
- ऊर्जा का संचार करता है।
शीर्षासन के फायदे:
- डिप्रेशन दूर होता है।
- चेहरे पर चमक आती है, सुंदरता बढ़ती है।
- मेमोरी तेज होती है।
- ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है।
सर्वांगासन के फायदे:
- तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है।
- एकाग्रता बढ़ाता है।
- याद की हुई चीजें भूलते नहीं।
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भुजंगासन :
- दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
- मजबूत लंग्स से सर्दी की बीमारी नहीं होती है।
- पेट से जुड़े रोगों में कारगर है।
- मोटापा कम करने में मदद करता है।
- फेफड़े, कंधे और सीने को स्ट्रेच करता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- आसन से लंग्स मजबूत होते हैं।
मर्कटासन :
- रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है
- पीठ का दर्द दूर हो जाता है
- फेफड़ों के लिए अच्छा योगासन
- पेट संबंधी समस्या दूर होती है
- गैस और कब्ज से राहत मिलती है
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है
- सर्वाइकल ,पेट दर्द, गैस्ट्रिक, कमर दर्द में फायदेमंद
- गुर्दे, अग्नाशय, लिवर सक्रिय होते हैं
मंडूकासन :
- डायजेशन से जुड़े साइड इफेक्ट दूर करता है।
- फैटी लिवर की समस्या दूर करता है।
- ब्लड शुगर को कम करने में कारगर।
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
- पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है।
- गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है।
प्राणायाम कारगर:
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
भस्त्रिका के फायदे: लंग्स क्लियर करता है। वजन घटाने के लिए बहुत कारगर है। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक है। अस्थमा के रोग को दूर करता है।
अनुलोम विलोम के फायदे: बॉडी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने में बेहद कारगर प्राणायाम। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक है।
कपालभाति के फायदे: पेट के लिए बेहद कारगर प्राणायाम। सांस लेने में आसानी होती है। नर्व मजबूत बनते हैं।
थकान और कमजोरी के लिए करें ये उपाय:
- आंवला, एलोवेरा, व्हीटग्रास, गिलोय और तुलसी लें।
- बादाम, अखरोट, मुनक्का, अंजीर और खजूर- दूध में मिलाकर रोजाना पीने से ताकत मिलती है।
- तिल, नारियल, सोया, बादाम, अखरोट फायदेमंद।
- सुबह-सुबह जड़ी-बूटियों का रस फायदेमंद।
मसल्स और बॉडी पेन के लिए:
- चंद्रप्रभा और ऑर्थोग्रीट का सेवन करें।
- अश्वगंधा, शतावर, सफेद मूसली, कोच-बला बीज- सबका पाउडर बना लें और 1-1 ग्राम रोजाना लें।
- अश्वशिला कैप्सूल एक-एक गोली लेने से लाभ।
- इम्यूनोचार्ज और इम्यूनोग्रीट फायदेमंद।
तेज बुखार होने पर:
- गिलोय घनवटी, सुदर्शन घनवटी, ज्वरनाशकवटी
- खाने के बाद एक-एक गोली तीन बार लें।
त्रिफला के लाभ:
- एंटी इंफ्लामेटरी गुण
- एंटी-ऑक्सीडेंट गुण
- रोज सुबह त्रिफला जूस का सेवन करें।
- इम्यून सिस्टम मजबूत करता है।
सेहतमंद दिल के लिए:
- हृद्यामृत हार्ट प्रॉब्लम के लिए बेहद कारगर है।
- अर्जुन की छाल और दालचीनी का काढ़ा पिएं।
शुगर बैलेंस:
- खीरा, करेला, टमाटर का जूस पिएं।
- गिलोय और सदाबहार का रस फायदेमंद।
- कुटकी और चिरैता भी शुगर में कारगर।
- दलिया और मिक्स्ड आटा बेहद लाभदायक।
मजबूत लंग्स के लिए:
- श्वसारि क्वाथ रोजाना पिएं।
- डैमेज लंग्स में श्वसारि गोल्ड बेहद कारगर।
- लक्ष्मीविलास, संजीवनी वटी और श्वसारि गोल्ड- खाना खाने के बाद एक-एक गोली लें।
- नियमित स्टीम लेना फायदेमंद।
- लहसुन, अदरक, प्याज और हल्दी का लेप लगाएं।
- चेस्ट के लिए लहसुन, अदरक, प्याज और हल्दी से लाभ।
- खांसी होने पर खदरादिवटी-लॉन्गादिवटी लें।
एसिडिटी के लिए:
- जीरा, धनिया, मुलैठी, गुलाब का पानी पिएं।
- व्हीटग्रास, एलोवेरा कारगर।
- लौकी का जूस पीने से एसिडिटी दूर होती है।