योग-आयुर्वेद से छूटेगी दवा, कंट्रोल होगा ब्लड प्रेशर, स्वामी रामदेव से जानिए ठंड में BP घटाने का रामबाण फॉर्मूला
हाइपरटेंशन एक साइलेंट किलर है, जिसके लक्षण लोग आसानी से पहचान नहीं पाते हैं। हाई बीपी का सबसे कॉमन लक्षण सिरदर्द है। स्वामी रामदेव के मुताबिक योग और आयुर्वेद को अपनाकर आप बीपी कंट्रोल में कर सकते हैं। साथ ही दवा से भी छुटकारा मिल जाएगा।
ठंड लगातार बढ़ रही है और इस सर्दी में रजाई-कंबल से बाहर निकलकर रोजमर्रा के काम करना भी मुश्किल सा लगता है, लेकिन बहुत से ऐसे लोग भी हैं, जो इस मौसम में भी सुबह-सुबह सैर करने निकल जाते हैं। ठंडे पानी से नहा भी लेते हैं और सर्द हवा में अपना सिर भी ढकना बेहतर नहीं समझते। अगर आप फिट और हेल्दी हैं तो ये जोखिम उठा सकते हैं, लेकिन अगर आपका बीपी हाई है और आपको इस बात की खबर नहीं है तो ऐसा करना आपके लिए जानलेवा हो सकता है, क्योंकि ब्लड प्रेशर बढ़ा तो स्ट्रोक और ब्रेन हैमरेज का खतरा बढ़ जाता है।
दरअसल, हाइपरटेंशन एक साइलेंट किलर है, जिसके लक्षण लोग आसानी से पहचान नहीं पाते हैं। हाई बीपी का सबसे कॉमन लक्षण सिरदर्द है। गर्दन के पीछे का दर्द, थकान महसूस करना, हार्टबीट एकाएक तेज हो जाना, ये सब ब्लड प्रेशर में उतार चढ़ाव के ही सिग्नल हैं। हालांकि, इसके लक्षण जितने आम दिखते हैं, इसके साइड इफेक्ट्स उतने ही खतरनाक है। गिरते तापमान में गिरता हुआ बीपी कार्डियक अरेस्ट, ब्रेन स्ट्रोक, ब्रेन हैमरेज और यहां तक की पैरालिसिस की वजह भी बन सकता है।
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इस वक्त हमारे देश में 20 करोड़ हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं। हाई बीपी हमारे हार्ट, किडनी और ब्रेन पर सीधा असर भी करता है। डॉक्टर्स की मानें तो एक बार ब्लड प्रेशर की दिक्कत किसी को हो गई तो उसे जिंदगी भर दवा खानी पड़ती है, लेकिन स्वामी रामदेव के मुताबिक योग और आयुर्वेद को अपनाकर आप बीपी कंट्रोल में कर सकते हैं। साथ ही दवा से भी छुटकारा मिल जाएगा।
हाइपरटेंशन का खतरा:
- हर साल 1 करोड़ से ज्यादा लोगों की मौत।
- भारत में 20 करोड़ से ज्यादा मरीज।
- हाई बीपी से हर साल 3 लाख की मौत।
- दुनिया में 113 करोड़ लोगों को हाई बीपी।
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण:
- सिरदर्द
- गर्दन में दर्द
- थकान
- हार्ट बीट तेज होना
- नींद ना आना
हाई ब्लड प्रेशर के साइड इफेक्ट्स:
- कार्डियक अरेस्ट
- ब्रेन स्ट्रोक
- ब्रेन हैमरेज
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण:
- बार-बार सिरदर्द होना
- मानसिक तनाव
- सांस लेने में परेशानी
- नसों में झनझनाहट
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हाई ब्लड प्रेशर के लिए औषधि:
- मुक्ता वटी खाली पेट लें।
- दो-दो गोली सुबह-शाम लें।
- सारस्वतारिष्ट, अश्वगंधारिष्ट रोज खाने के बाद पिएं।
- मेधा क्वाथ सुबह में पिएं।
- लौकी कल्प से भी फायदा।
- रीढ़ पर बर्फ से मसाज करें।
- बीपी में एक्यूप्रेशर भी फायदेमंद।
हाई बीपी के लिए एक्यूप्रेशर:
- रोजाना कुछ देर ताली बजाएं।
- हथेली के बीच का हिस्सा दबाएं।
- सभी उंगलियों के टॉप को दबाएं।
लौकी के जूस के फायदे:
- हाइपरटेंशन के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
- वजन घटाने में लौकी बेहद मददगार है।
- लौकी शरीर को डिटॉक्स करती है।
- लौकी के जूस से शरीर को ठंडक मिलती है।
- सर्दी में लौकी का सूप पीना फायदेमंद है।
साबूदाना के फायदे:
- साबूदाना में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है।
- फाइबर दिल को हेल्दी रखने में कारगर है।
- शरीर में खून का संचार सुधरता है।
- पोटैशियम में भरपूर मात्रा होती है।
- हाई बीपी को कंट्रोल करता है।
- स्ट्रोक का खतरा कम करता है।
साबूदाने की खिचड़ी:
- तेल में जीरा, काली मिर्च, अजवाइन और अदरक डालकर कुछ देर पकाएं।
- हरी मटर और गाजर डालकर पकाएं।
- रातभर भीगा हुआ साबूदाना डालें।
गाजर के फायदे:
- पोटैशियम से भरपूर है।
- बीपी को कंट्रोल में रखने में मददगार है।
- डायबिटीज के रोगियों के लिए रामबाण है।
योग से ब्लड प्रेशर करें कंट्रोल:
- सूक्ष्म व्यायाम
- मंडूकासन
- शशकासन
- गौमुखासन
- वक्रासन
- मकरासन
- भुजंगासन
- शलभासन
- पवनमुक्तासन
- उत्तान पादासन
सूक्ष्म व्यायाम के फायदे:
- शरीर में कई तरह के दर्द से राहत मिलती है।
- शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है।
- शरीर में थकान नहीं होती है।
- ऊर्जा और स्फूर्ति का संचार होता है।
- बॉडी को एक्टिव करता है।
मंडूकासन के फायदे:
- डायजेशन से जुड़े साइड इफेक्ट में कारगर।
- फैटी लिवर की समस्या दूर करता है।
- गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है।
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
- पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है ।
शशकासन के फायदे:
- कमर दर्द में आराम देता है।
- तनाव और चिंता दूर होती है।
- क्रोध और चिड़चिड़ापन दूर करता है।
- मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है।
उष्ट्रासन के फायदे:
- ब्रेन से जुड़े रोग में कारगर है।
- कंधों और पीठ को मजबूत करता है।
- पीठ दर्द में बेहद लाभकारी है।
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाने में मददगार है।
- किडनी को स्वस्थ बनाता है।
- शरीर का पोश्चर सुधारता है।
मकरासन के फायदे:
- रीढ़ से जुड़ी बीमारियों में फायदेमंद है।
- अस्थमा और घुटने के दर्द में आराम देता है।
- उच्च रक्तचाप और दिल के रोगों के लिए अच्छा है।
- डिप्रेशन को ठीक करने में कारगर है।
- रीढ़ से जुड़ी बीमारियों में फायदेमंद है।
भुजंगासन के फायदे:
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
- आसन से लंग्स मजबूत होते हैं।
- शरीर को सुंदर और स्लिम बनाता है।
- मोटापा कम करने में मदद करता है।
- फेफड़े, कंधे और सीने को स्ट्रेच करता है।
मर्कटासन के फायदे:
- कमर दर्द में फायदेमंद है।
- पीठ का दर्द दूर हो जाता है।
- फेफड़ों के लिए अच्छा योगासन है।
- पेट संबंधी समस्या दूर होती है।
- गैस और कब्ज से राहत मिलती है।
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है।
- दिल के रोगों में कारगर है।
- गुर्दे, अग्नाश्य और लिवर सक्रिय होते हैं।
- लिवर को मजबूत बनाता है।
उत्तान पादासन के फायदे:
- कमर दर्द में आराम देता है।
- पेट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
- कब्ज को दूर करता है।
- एसिडिटी ठीक होती है।
- डायबिटीज कंट्रोल होती है।
- ये आसन तनाव कम करने में मददगार है।
- वजन कम करने में मददगार है।
प्राणायाम से ब्लड प्रेशर करें कंट्रोल:
- भस्त्रिका
- कपालभाति
- अनुलोम विलोम
- भ्रामरी