कोरोना की तीसरी लहर, रोजाना करें ये योगासन और प्राणायाम, स्वामी रामदेव के बताए इन तरीकों से खुद को बनाएं मजबूत
सिर्फ भारत में ही नहीं, पूरी दुनिया में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। टोक्यों में चल रहे ओलंपिक्स गेम हो या फिर श्रीलंका में हो रहा भारत का क्रिकेट मुकाबला, हर दिन कोविड इंफेक्शन से जुड़ी खबरें सामने आ रही हैं।
कोरोना वायरस की तीसरी लहर का सिग्नल मिलने लगा है। एक बार फिर से देश में पॉजिटिविटी रेट बढ़ने की खबर है। कोरोना के नए केस लगातार बढ़ रहे हैं। दूसरी लहर जब पीक पर थी, तब देश में संक्रमण की दर 18 से 20 प्रतिशत पहुंच गई थी, लेकिन एक बार फिर से देश में दर 10 प्रतिशत से ज्यादा यानि पॉजिटिविटी रेट वाले इलाके अब बढ़ने लगे हैं। पिछले दो दिनों में कोविड-19 के जो नए केस सामने आए हैं, वो तो बढ़े ही हैं, लेकिन कोरोना से जान जाने वालों का आंकड़ा अभी तकरीबन हर दिन 500 के आसपास पहुंच गया है। सबसे खराब हालात केरल के हैं। देश में 50 फीसदी जो कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। यही वजह है कि केरल में 31 जुलाई से लेकर 1 अगस्त तक यानि 2 दिन का कंप्लीट लॉकडाउन है। वहीं, कई राज्यों में केंद्र सरकार को पहले ही हाई लेवल टीम भेजनी पड़ी है, जिनमें महाराष्ट्र, सिक्किम, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्य शामिल हैं, जहां पर कोविड को लेकर हालात बिगड़ने लगे हैं।
सिर्फ भारत में ही नहीं, पूरी दुनिया में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। टोक्यों में चल रहे ओलंपिक्स गेम हो या फिर श्रीलंका में हो रहा भारत का क्रिकेट मुकाबला, हर दिन कोविड इंफेक्शन से जुड़ी खबरें सामने आ रही हैं। अमेरिका के कई इलाकों में तो एक बार फिर से मास्क पहनना जरूरी कर दिया गया है। कोरोना से बचने का फॉर्मूला बहुत ही सिंपल है। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना, मास्क पहनना, बेवजह घर से बाहर न निकलना और रोजाना योगाभ्यास करना। जरूरी है कि एक बार फिर थर्ड वेव से बचने के लिए लोग तैयारी कर लें। इसलिए तमाम यौगिक और आयुर्वेदिक हिदायतों के बारे में स्वामी रामदेव ने बताया है।
खर्राटे के कारण हो सकती हैं कई बीमारियां, स्वामी रामदेव से जानें समस्या को दूर करने के कारगर उपाय
रोजाना करें योग
- सूर्य नमस्कार
- उष्ट्रासन
- भुजंगासन
- चक्रासन
- अर्धचक्रासन
- शलभासन
- धनुरासन
- गोमुखासन
- सर्वांगासन
- उत्तानपादासन
सूर्य नमस्कार
- इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग करता है
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक
- वजन घटाने में मददगार
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र बेहतर होता है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- फेफड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है
ताड़ासन
- ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है
- घुटने, टखने मजबूत बनते हैं
- दर्द-थकान मिटाने में मददगार
- रोज अभ्यास से लंबाई बढ़ती है
- दिल को मजबूत बनाता है
मंडूकासन
- डायबिटीज को दूर करता है
- पेट और दिल के लिए भी लाभकारी
- पाचन तंत्र सही होता है
- लिवर, किडनी को स्वस्थ रखता है
शशकासन
- डायबिटीज दूर होती है
- तनाव और चिंता दूर होती है
- क्रोध, चिड़चिड़ापन दूर करता है
- मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है
- लिवर, किडनी के रोग दूर होते हैं
वक्रासन
- पेट पर पड़ने वाला दबाव फायदेमंद
- कैंसर की रोकथाम में कारगर
- पेट की कई समस्याओं में राहत
- पाचन क्रिया ठीक रहती है
- कब्ज ठीक होती है
उष्ट्रासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
भुजंगासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर करता है
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है
- फेफड़ों, कंधों, सीने को स्ट्रेच करता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- छाती चौड़ी होती है
पवनमुक्तासन
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- बीपी को कंट्रोल करता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
- मोटापा कम करने में मददगार
- दिल को सेहतमंद रखता है
पादवृत्तासन
- वजन घटाने में बेहद कारगर
- पेट की चर्बी कम होती है
- बॉडी का बैलेंस ठीक होता है
- कमर का दर्द ठीक होता है
पश्चिमोत्तानासन
- इम्युनिटी मजबूत होती है
- साइनस की बीमारी में आराम मिलता है
- डायबिटीज कंट्रोल होती है
- सिरदर्द की समस्या में आराम देता है
- मोटापा कम करने में मददगार
कारगर प्राणायाम
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
भस्त्रिका के फायदे: लंग्स क्लियर करता है। तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने के लिए बहुत कारगर है। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक है। अस्थमा के रोग को दूर करता है।
अनुलोम विलोम के फायदे: बॉडी में ऑक्सीन की मात्रा बढ़ती है। तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने में बेहद कारगर है। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक। अस्थमा के रोग को दूर करता है।
कपालभाति के फायदे: सांस लेने में आसानी होती है। नर्व मजबूत बनते हैं। शरीर के ब्लड फ्लो में सुधार होता है। पेट के लिए बेहद कारगर प्राणायाम।
उज्जायी प्राणायाम: दिमाग को शांत करता है। शरीर में गर्माहट आती है। ध्यान लगाने की क्षमता बढ़ती है। दिल के रोगों में फायदेमंद।
उद्गीथ के फायदे: तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने में मदद करता है। नर्वस सिस्टम को ठीक रखता है। मेमोरी पावर बढ़ाने में सहायक।
आयुर्वेदिक उपाय:
गोधन अर्क, मेधोहर वटी, त्रिफला गुग्गल, दिव्य पेय, लक्ष्मी विलाम, संजीवनी वटी लें।
बीपी करें कंट्रोल:
- मुक्ता वटी खाली पेट 2 गोली चबाकर खाएं।
- खाने के बाद मेधावटी सुबह-शाम 2-2 गोली लें।
- साथ में अश्वगंधा सुबह-शाम 1-1 गोली लें।