Polio Causes: पोलियो एक खतरनाक बीमारी पोलियो है। हालांकि वाइल्ड पोलियो वायरस के टाइप 2 और 3 अब खत्म हो चुके हैं, जो बेहद खतरनाक थे। अब कुछ क्षेत्रों में पोलियो वायरस का टाइप 1 मौजूद है। बहुत कम लोगों को ही पोलियो के लक्षण पहले से महसूस हो पाते हैं। पोलियो की वजह से पैरालिसिस भी हो जाता है। इसका बचाव टीकाकरण से किया जा सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो नाक और मुंह के जरिए पोलियो का वायरस शरीर में पहुंचता है। जो पेट, आंत और कई बार दिमाग और रीढ़ की हड्डी में घुसकर पैरालिसिस कर सकता है। आइये जानते हैं पोलियो के क्या हैं लक्षण और ये कैसे होता है?
कितने दिन में दिखते हैं पोलियो के लक्षण?
ज्यादातर लोगों को पोलियो के लक्षण पता नहीं होते। लोग इसे सामान्य बुखार या दूसरी बीमारी समझ कर इलाज करवाते हैं। इन्फेक्शन होने के करीब 3 से 21 दिन के बाद ही पोलियो के लक्षण समझ आते हैं। कई बार मरीज के शरीर में पोलियोवायरस के कोई लक्षण नज़र नहीं आते। जिससे ये बीमारी ज्यादा खतरनाक रूप लेने लगी थी।
पोलियो के लक्षण
- बुखार आना
- शरीर में थकान
- उल्टी और सिरदर्द
- नाक बंद और गले में खराश
- खांसी और गले में खराश
- शरीर में दर्द और अकड़न
- हाथ-पैरों में असुविधा
पोलियो कैसे फैलता हैं?
जब आप संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं और उसकी खांसी या छींक से निकने वाली बूंदें आपकी सांस में पहुंचती हैं।
अगर आप पोलियो से संक्रमित किसी व्यक्ति के मल के संपर्क में आते हैं तो खतरा बढ़ जाता है।
कई बार इन्फेक्टेड पानी पीने और खराब खाना खाने से भी पोलियो होने का खतरा रहता है।
कच्चा या अधपका खाना खाने से या फिर कोई पेय पदार्थ जो किसी संक्रमित व्यक्ति के मल से दूषित हो गया हो।
पोलियो का खतरा
पोलियो को हराने के लिए जरूरी है नियमित रूप से टीकाकरण करवाना। जिन लोगों को पोलियो का खतरा रहता है उसमें बच्चे, गर्भवती महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं। खासतौर से जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर है उन्हें पोलियो संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों को पोलियो से बचाने के लिए समय-समय पर टीकाकरण जरूर करवाएं।
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