World Oral Health Day: आज ही दूर करें दांतों की सड़न और कैविटी से जुड़े ये मिथक
आज वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे पर दांतों से जुड़े इन मिथकों के बारे में जानिए, जिनके बारे में अब अक्सर गलतफहमी का शिकार होते रहे हैं।
हर साल 20 मार्च को वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे मनाया जाता है। यह मुंह की सुरक्षा और दांतों को हेल्दी बनाए रखने के लाभों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। बता दें अपने मुंह को साफ रखना से अपने शरीर के किसी अन्य अंग की देखभाल करने से कहीं ज्यादा जरूरी है। आइए जानते हैं किन चीजों का ध्यान रखने पर हम अपनी ओरल हेल्थ का बेहतर बना सकते हैं।
सिर्फ चीनी ही नहीं है दांतों की सड़न का कारण
इसमें कोई शक नहीं कि चीनी दांतों की सड़न का कारण बनती है। लेकिन यह केवल चीनी ही नहीं बल्कि कई अन्य खाद्य पदार्थ हैं जो कैविटी और दांतों की सड़न के लिए जिम्मेदार हैं। दांतों की सड़न के लिए कार्बोहाइड्रेट का सेवन भी उतना ही जिम्मेदार है।
मसूड़ों के रोग दुर्लभ हैं
मसूड़े की बीमारी बहुत आम है सबसे पहले हमें इस मिथक को ठीक करना होगा। सीडीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 30 साल या उससे अधिक आयु के 47% वयस्क मसूड़े की बीमारी से पीड़ित हैं। हमारे मसूड़े में भी उतना ही इंफेक्शन होने का खतरा होता है, जितना कि शरीर के किसी अन्य अंग में होता है।
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सांसों की दुर्गंध मसूड़ों की बीमारी का संकेत है
सांसों की दुर्गंध का मतलब यह नहीं है कि आपको मसूड़े की बीमारी है। यह एसिड रिफ्लक्स, आंतड़ियों की रुकावट या किसी अन्य पाचन समस्या का लक्षण भी हो सकता है।
डायबिटीज हमेशा मसूड़ों की बीमारी का कारण नहीं बनता
यदि आपको डायबिटीज है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको अपने ओरल हेल्थ के बारे में ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है। इस समस्या में मसूड़े भी उतने ही रोगों से ग्रस्त होते हैं जितने किसी अन्य अंग में डायबिटीज से जुड़ी परेशानी पैदा होती है।
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Disclaimer: यह जानकारी सामान्य ज्ञान के आधार पर लिखी गई है इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।