World liver day 2023: खुद डॉक्टर ने बताए लिवर ठीक रखने के 4 आसान उपाय, फैटी लिवर जैसी गंभीर बीमारियों से होगा बचाव
फैटी लिवर और लिवर सिरोसिस जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में World liver day 2023 पर एक्सपर्ट से जानते हैं लिवर से जुड़ी गंभीर बीमारियों से कैसे करें अपना बचाव।
World liver day 2023: लिवर हमारे शरीर के कुछ जरूरी अंगों में से एक हैं। लेकिन, आज के समय में लोगों की लाइफस्टाइल और डाइट खराब होने की वजह से लिवर की बीमारियां (liver disease) बढ़ती जा रही हैं। खास कर आजकल युवाओं में लिवर से जुड़ी बीमारियां ज्यादा हैं। लेकिन, ये क्यों है। क्या इसे रोका जा सकता है। अगर रोका जा सकता है तो, कैसे। आइए, जानते हैं इन्हीं तमाम सवालों के जवाब Dr. Surakshit TK, Consultant, Gastroenterology and Hepatobiliary Sciences, Fortis Escorts, Okhla Road, New Delhi से।
युवाओं में लिवर की बीमारी के बड़े कारण-liver disease in young adults
Dr. Surakshit TK बताते हैं कि अधिकांश लिवर रोग रोके जा सकते हैं। जैसे कि अल्कोहल से संबंधित लिवर रोग, क्रोनिक वायरल हेपेटाइटिस हेपेटाइटिस बी और सी और नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज जो कि 90% से अधिक क्रोनिक लिवर रोगों के लिए जिम्मेदार हैं। इन सभी को रोका जा सकता है। वहीं, क्रोनिक हेपेटाइटिस, सिरोसिस और लिवर कैंसर जैसी बीमारियां गंभीर हैं जिनका रोकथाम थोड़ा मुश्किल है।
अब बात शराब से संबंधित लिवर की बीमारी जैसे फैटी लिवर, अल्कोहलिक हेपेटाइटिस और सिरोसिस किसी को भी प्रभावित कर सकती है। जैसे कि उन पुरुषों में जो कि दिन में 3-4 ड्रिंक और महिलाओं के लिए 1-2 ड्रिंक लेते हैं। इन तमाम मामलों में ये देखा जाता है कि, जब तक व्यक्ति को पता चलता है तब तक लिवर क्षतिग्रस्त हो चुका होता है।
HBV और HCV infection से बचें
हेपेटाइटिस बी और सी खून और शरीर के तरल पदार्थ के जरिए बढ़ने लगता है। अवैध इंजेक्शन वाली नशीली दवाओं का दुरुपयोग, सुइयों को साझा करना और असुरक्षित यौन व्यवहार एचबीवी (HBV) और एचसीवी संक्रमण (HCV infection) के लिए बड़े जोखिम कारक हैं। भारत में, जन्म के दौरान मां से बच्चे में संक्रमण भी एचबीवी संक्रमण (HBV Infection) का एक महत्वपूर्ण कारक है। HBV संक्रमण रोका जा सकता है, जो कि 95% प्रभावी है। एचसीवी संक्रमण के लिए दवाएं उपलब्ध हैं, जो 95% मामलों में एचसीवी को ठीक कर सकती हैं।
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फैटी लिवर का कारण-Causes of fatty liver disease
NAFLD (नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज) क्रोनिक लिवर की अधिकांश बीमारियों के लिए जिम्मेदार है। भारत में ये बीमारी 5 से 30% तक बढ़ गई है। NAFLD के बढ़ते प्रचलन के मुख्य कारण हैं खराब जीवन शैली, हाई कैलोरी फैटी फूड्स, एक्सरसाइज की कमी और गतिहीन जीवन शैली।
लिवर को हेल्दी कैसे रखें-How to prevent liver disease?
1. स्वस्थ वजन बनाए रखें
लिवर को हेल्दी रखने के लिए अपना वजन सही रखें। वजन कम करने से लिवर की चर्बी कम करने में मदद मिलती है। साथ ये लिवर के भीतर सूजन को भी रोकती है।
2. बैलेंस डाइट लें
बैलेंस डाइट में आपको हाई फाइबर जैसे ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज की ब्रेड आटा और मोटे अनाजों को शामिल करना चाहिए। डेयरी जैसी कि कम फैट या स्किम्ड दूध लें पर रेड मीट लेने से बचें। इसके अलावा गुड फैट लें जैसे वेजिटेबल ऑयस, नट्स, सीड्स और मछली। सैचुरेटेड फैट के सेवन से बचें। साथ ही रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और शुगर से बचें जैसे सफेद चावल, पास्ता, सफेद ब्रेड।
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3. शराब का सेवन सीमित करें।
4. नियमित व्यायाम करें। जैसे कार्डियो एक्सरसाइज और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग।