World Hemophilia Day 2023: हीमोफिलिया, एक ऐसी बीमारी है जिसमें आपका शरीर खून नहीं रोक पाता है। ये असल में ऑटोइम्यून डिजीज है और आमतौर पर अनुवांशिकता के कारण (Hemophilia causes in hindi) होती है। सबसे पहले तो इस बीमारी में खून का थक्का बनना बंद हो जाता है। ऐसे में जब कोई चोट लगती है या फिर खरोंच आती है तो खून लगातार बहने लगता है। लेकिन, सोचने वाली बात ये है कि ऐसी क्या चीज है जो ब्लड क्लॉटिंग में मदद करती है और किसी कमी से ये बीमारी हो जाती है। जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
इन कारणों से हीमोफीलिया में नहीं रुकता खून
हीमोफीलिया दो तरह का होता है, जिसमें पहला है हीमोफीलिया A। जिसमें फैक्टर 8 की कमी के कारण क्लॉटिंग नहीं होती और खून में थक्का जमने लगता है। दूसरा है हीमोफीलिया B जिसमें फैक्टर 9 की कमी होती है। दोनों ही खून में थक्का बनाने के लिए जरूरी है और इसकी कमी हीमोफीलिया का कारण बनती है।
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हीमोफीलिया के लक्षण-Hemophilia symptoms in hindi
हीमोफीलिया के लक्षणों में ज्यादातर लोगों के मसूड़ों से खून निकलता है। दूसरा, नाक से लगातार खून बहता है। तीसरा, ऐसे लोगों की स्किन कभी भी छिल जाती है। इसके अलावा चोट लगने पर इन लोगों में ज्यादा ब्लीडिंग हो सकती है। साथ ही ऐसे लोगों में इंटरनल ब्लीडिंग की संभावना भी ज्यादा होती है जिससे जोड़ों में दर्द हो सकता है। इसके अलावा ऐसे लोगों में कमजोरी, सिरदर्द, गर्दन में अकड़न, उल्टी, धुंधला दिखना, बेहोशी और चेहरे पर लकवा जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
हीमोफीलिया की पहचान करना बेहद जरूरी है। ऐसे में माता-पिता को पहले इस बीमारी का टेस्ट करवाना चाहिए ताकि उनके बच्चों में ये समस्या न हो और अगर हो भी तो वो समय रहते इसे लेकर सतर्क रहें। साथ ही इस बीमारी में लोगों को उन फूड्स का ज्यादा सेवन करना चाहिए जो कि शरीर में रेड ब्लड सेल्स को बढ़ावा देने और खून बढ़ाने में मदद करे।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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