विश्व स्वास्थ्य दिवस 2020: हार्ट अटैक के इन शुरुआती लक्षणों को न करें इग्नोर, ऐसे करें खुद का बचाव
हार्ट अटैक एक ऐसी जानलेवा स्थिति है कि जिसमें किसी व्यक्ति की मौत कुछ सेकंड में हो सकती हैं। जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के बारे में।
वर्ल्ड हेल्थ डे 2020: हर साल 7 अप्रैल को दुनियाभर में विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता हैं। जिससे लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो। इसी क्रम में बताएंगे कि आप कैसे हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचान कर इलाज समय पर करा सकते हैं। दिल से जुड़ी बीमारियां हाईट अटैक और स्ट्रोक से मरने वालों की संख्या भारत में तेजी से बढ़ती जा रही हैं। जिसके कारण इसका नाम लेते ही कई लोग परेशान हो जाते हैं।
हार्ट अटैक एक ऐसी जानलेवा स्थिति है कि जिसमें किसी व्यक्ति की मौत कुछ सेकंड में हो सकती हैं। इसीलिए कहा जाता है कि अगर आपको हार्ट संबंधी किसी भी लक्षण को इग्नोर नहीं करना चाहिए। अगर आपको कुछ संकेत नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। जिससे इस जानलेवा बीमारी से बच सके।
क्या है हार्ट अटैक?
दिल का दौरा तब होता है जब कोई चीज आपके हृदय में रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध कर देती है, इसलिए उसे उस ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है। यह कोलेस्ट्राल, वसा जैसे कई पदार्थों के कारण होता है। जिसके कारण दिल तक खून पहुंचाने वाली धमनियों( कोरोनरी धमनिया) में प्लेक बनाकर बाधा उत्पन्न करता है। जिसके कारण दिल को ऑक्सीजन नहीं मिल जाती है। जिसके कारण हार्ट की मांसपेशियां नष्ट हो जाती है जोकि हार्ट अटैक का कारण बनता हैं।
हार्ट अटैक के लक्षण
- दबाव, जकड़न, दर्द या फिर आपके सीने या बाहों में दर्द का अहसास होना जो आपकी गर्दन, जबड़े या पीठ तक फैल सकती है।
- उल्टी, अपच या पेट दर्द
- सांस संबंधी समस्या
- पसीना आना
- थकान
- अचानक चक्कर आना
- पैरों में सूजन
लक्षण नहीं होते हैं समान
मायो क्लिनिक के अनुसार, कई ऐसे लोग भी होते है जिनके लक्षण एक जैसे नहीं होते हैं जैसे कुछ लोगों को हल्का दर्द होता है, तो दूसरे को अधिक गंभीर दर्द होता है। कई ऐसे लोग भी होते है जिन्हें लक्षण हीं नहीं दिखाई देते हैं। दूसरों के लिए, पहला संकेत अचानक कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। हालाँकि, आपके पास जितने अधिक लक्षण होंगे आपको दिल का दौरा पड़ने की संभावना उतनी ही अधिक होगी।
कुछ लोगों को दिल के दौरे अचानक पड़ता है, लेकिन कई लोगों में चेतावनी के संकेत और लक्षण घंटे, दिन या सप्ताह पहले से होते हैं। सबसे प्रारंभिक चेतावनी चेस्ट में दर्द या दबाव (एनजाइना) हो सकता है। एनजाइना हृदय में रक्त के प्रवाह में अस्थायी कमी के कारण होता है।
ऐसे लोगों को दिल के दौरे का जोखिम अधिक
उम्र: पुरुषों में 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र में और महिलाओं को 55 वर्ष या उससे अधिक उम्र के दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है।
तंबाकू
धूम्रपान करने वालों को भी इसका खतरा अधिक होता है।
हाई ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर आपके दिल की धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके साथ ही उच्च रक्तचाप मोटापा, उच्च कोलेस्ट्रॉल या मधुमेह जैसी बीमारियों को बढ़ावा देता है।
डायबिटीज
शरीर में इंसुलिन द्वारा हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है। जिसके कारण आपके शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है जो हार्ट अटैक का कारण बनता है।
मोटापा
मोटापा हाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल, हाई ट्राइग्लिसराइड लेवल, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के साथ जुड़ा हुआ है। हालांकि अगर आप अपना 10 प्रतिशत तक भी अपना वजन कम कर लेते हैं तो हार्ट अटैक के रिस्क से काफी हद तक कम कर सकते हैं।
अनुवांशिक
अगर आपके परिवार में किसी को यह बीमारी रह चुकी है तो आपको हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती हैं।
तनाव
अगर आप बहुत ही ज्यादा तनाव लेते हैं तो यह हार्ट अटैक का एक कारण बन सकता हैं।
ड्रग्स का सेवन
अगर आप कोकीन या एम्फ़ैटेमिन जैसी चीजों का सेवन करते हैं तो इससे आपकी कोरोनरी धमनियों के ऐंठन को ट्रिगर कर सकता है जो दिल का दौरा पड़ने का कारण बन सकता है।
ऐसे रखें खुद का ख्याल
कॉफी, चाय आदि का सेवन कम से कम करें इसमें अधिक मात्रा में कैफीन पाई जाती है।
अगर आपको चाय पीने की आदत है तो हर्बल या ग्रीन टी ही पिएं।
रोजाना कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएं।
रोजाना थोड़ी एक्सरसाइज जरूर करें। इसमें आप साइकिलिंग, वॉकिंग, स्वीमिंग और योग शामिल कर सकते हैं।
खाने में कम से कम नमक का इस्तेमाल करें।
रोजाना अच्छी नींद लें। यह नींद करीब 7-8 घंटे की होनी चाहिए।
स्मोकिंग न करें तो बेहतर है।
अधिक से अधिक ऐसी चीजों का सेवन करें जिसमें भरपूर मात्रा में विटामिन्स और मिनरल्स हो।