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Hindi News हेल्थ इन योगासन से कमर और जॉइंट्स का पुराना दर्द होगा गायब, हड्डियां और मांशपेशियां बनेंगी मजबूत

इन योगासन से कमर और जॉइंट्स का पुराना दर्द होगा गायब, हड्डियां और मांशपेशियां बनेंगी मजबूत

​जॉइंट्स के दर्द से राहत पाने के लिए अपने जीवन में योग को शामिल करना होगा। चलिए आपको बताते हैं जोड़ों के दर्द के लिए कौन से योगासन हैं फायदेमंद

जोड़ों के दर्द के लिए योग आसन- India TV Hindi Image Source : SOCIAL जोड़ों के दर्द के लिए योग आसन

हड्डियों और जोड़ों का दर्द असहनीय होता है। अब सिर्फ अधेड़ ही नहीं बल्कि युवा भी जॉइंट्स के दर्द की चपेट में तेजी से आ रहे हैं। दरअसल, आजकल की बिगड़ती लाइफ स्टाइल, एक्सरसाइज़ नहीं करने और गलत खानपान लोगों कई बीमारियों का शिकार बना रही है। कम उम्र में जोड़ों के दर्द की परेशानी भी इनमे से एक है। हड्डियों में दर्द होने पर छुटकारा पाने के लिए लोग तुरंत पेन किलर खाते हैं जो सेहत के लिहाज़ से सही नहीं है। ऐसे में कमर, कंधे और पीठ दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए अपने जीवन में योग को शामिल करें। योगसन आपको दर्द से राहत देने के अलावा मन को भी शांत करता है। चलिए जानते हैं जोड़ों के दर्द के लिए कौन से योगासन हैं फायदेमंद

जोड़ों के दर्द के लिए ट्राई करें ये योगासन:

  • चक्रासन: यह योगासन हड्डियों के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं। इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और अपने घुटनों को मोड़ें। अपने दोनों हाथों को उल्टा कर कंधों के पीछे रखें। अब सांस भरकर छाती को ऊपर की तरफ उठाएं। धीरे-धीरे हाथ और पैरों को भी नज़दीक लाएं जिससे आपके शरीर चक्र जैसी बन जाएं। इस आसन से रीढ़ की हड्डी लचीली होती है और शरीर एक्टिव होता है। 

  • त्रिकोणासन: इस आसन को करने से जॉइंट्स का दर्द ही कम नहीं होता है बल्कि मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। साथ ही ये पीठ दर्द में भी आराम पहुंचाता है। इस आसन को करने के लिए पैरों के बीच 3-4 फीट की दूरी बनायें और सीधे खड़े हो जायें। दाहिने पैर को बाहर की तरफ मोड़कर बाएं हाथ को ऊपर उठाएं और दाहिने हाथ को ज़मीन से टच करें। दोनों हाथ का पोज़िशन स्ट्रेट होना चाहिए।

  • डॉल्फिन प्लैंक: डॉल्फिन प्लैंक पोज़ रीढ़ की हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसे करने से जॉइंट्स के दर्द से राहत मिलेगी। कोहनी को अपने कंधों के यहाँ रखें और अपने हाथों को जमीन पर टिकाएँ। उसके बाद अपने पैरों को धीरे धीरे समानांतर में पीछे ले जाएं। इस आसन को आप 20 से 30 सेकंड तक कर सकते हैं।

  • उष्ट्रासन: यह योगासन आपके बैक बोन को फ्लेक्सिबल बनाता है और जॉइंट्स, कंधे के दर्द से छुटकारा दिलाता है। इस आसन को करने से पीठ के निचले हिस्से के दर्द से भी आराम मिलता है।

 

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