क्या चाय पीने से दूर होगा कोरोना वायरस? जानिए वायरल मैसेज की सच्चाई
भारत में सब वैसे ही चाय के शौकीन हैं, अब अगर उन्हें चाय पीने का एक और बहाना मिल जाए तो मैसेज तो वायरल होगा ही। लेकिन इस वायरल मैसेज की सच्चाई क्या है... आइए जानते हैं।
कोरोना वायरस का इलाज ढूंढ़ने में जहां पूरी दुनिया के वैज्ञानिक लगे हुए हैं, और अभी तक सफल नहीं हो पाए हैं, वहीं वाट्सअप यूनिवर्सिटी के लोग चाय से कोरोना का इलाज ढूंढ़ने का दावा कर रहे हैं। चीन के डॉक्टर के हवाले से मैसेज वायरल किया जा रहा है जिसमें कहा गया है कि अगर कोई दिन में तीन बार चाय पिएगा तो उसे कोरोना नहीं होगा। लोग जमकर इसे शेयर कर रहे हैं, इसमें ना सिर्फ डॉक्टर का नाम बल्कि अमेरिका के सीएनएन न्यूज का हवाला भी दिया गया है।
वायरल मैसेज में लिखा है- चाय पियो व पिलाओ, चाय पीने वालों के लिए खुशखबरी। चीन के कोरोना वायरस विशेषज्ञ Dr. Li Wenliang अपनी मृत्यु के पूर्व यह कह गए हैं कि, 3 केमिकल Methylxanthine, Theobromine एवं Theophylline कोरोना वायरस को मार सकते हैं। और ये तीनों केमिकल ही चाय में पाए जाते हैं। कोई दिन में तीन कप चाय पीता है, तो कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं होगा। यदि कोई संक्रमित व्यक्ति चाय पीता है तो कुछ ही दिनों में वो संक्रमण मुक्त हो जाएगा।
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भारत में सब वैसे ही चाय के शौकीन हैं, अब अगर उन्हें चाय पीने का एक और बहाना मिल जाए तो मैसेज तो वायरल होगा ही। सोशल मीडिया पर ये मैसेज काफी टाइम से वायरल हो रहा है।
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जाहिर सी बात है कि ये वायरल मैसेज गलत है, पहली बात तो सीएनएन न्यूज का सोर्स इन्होंने दिया है। जबकि सीएनएन की साइट पर ऐसी कोई भी खबर नहीं है। दूसरा कि वायरल मैसेज में यह भी दावा किया गया है कि ली वेनलियांग को चाय वाला इलाज बताने की वजह से ही चाइनीज सरकार ने सजा दी है। अब हम आपको बताते हैं कि इस दावे की असलियत क्या है।
दरअसल यह बात तब की है जब चाइना के सी फूड मार्केट में पहले 7 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। लेकिन इसके बारे में आम जनता को नहीं पता था, ली को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने अपने करीबियों को इससे सतर्क रहने के लिए मैसेज किया, लेकिन मैसेज का स्क्रीनशॉट वायरल हो गया था जिसके बाद 34 साल के वुहान को पुलिस ने अफवाह फैलाने का आरोपी बना लिया। लेकिन, ली की मुसीबत कम नहीं ,डॉक्टर ली एक मरीज का इलाज रहे थे और वो मरीज कोरोना पॉजिटिव था। आंखों के डॉक्टर ली को इस बात की जानकारी नहीं थी और वे भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। इलाज के दौरान ही ली की मृत्यु हो गई।
यानी कि चाइना सरकार ने ली पर कार्रवाई कोरोना का इलाज बताने के लिए नहीं बल्कि लोगों को कोरोना के बारे में सतर्क करने के लिए की थी। दूसरी बात ली आंखों के डॉक्टर थे ना कि कोरोना वायरस के स्पेशलिस्ट, इसलिए ये पूरी खबर भ्रमित करने वाली है।
वायरल मैसेज का दावा है कि चाय पीने से कोरोना दूर होता है, आयुर्वेद में ये बात जरूर कही गई है कि गर्म पेय पीने से सर्दी-खांसी में राहत मिलती है, यानी कि गले और नाक में संक्रमण है तो चाय पीने से फायदा होता है लेकिन अगर आप ये समझकर चाय पिएंगे कि चाय पीने से कोरोना खत्म होगा तो ये भ्रामक होगा। ऐसा कहीं सिद्ध नहीं हुआ है, इसलिए आप भी ऐसे भ्रामक मैसेज से सतर्क रहें।