हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक नए वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। बता दें कि WHO ने बर्ड फ्लू को दुनिया के लिए एक नया खतरा बताया है। बर्ड फ्लू को एवियन फ्लू कहा जाता है, जो समुद्री पक्षी, बत्तख, मुर्गी आदि को संक्रमित करता है। बर्ड फ्लू एवियन इन्फ्लूएंजा टाइप ए वायरस के संक्रमण से होने वाली एक गंभीर बीमारी है। ये बीमारी स्तनधारी पक्षियों के साथ साथ इंसाओं को भी संक्रमित कर सकती है। हाल ही में WHO की तरफ से एक एनालिसिस में कहा गया है कि ये बीमारी सिर्फ पक्षियों को ही नहीं बल्कि इंसानों के लिए भी खतरा पैदा कर सकती है। इसके H5N1, H7N9, H5N6 और H5N8 के चार स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक हैं। इसमें से H5N1 वायरस के मामले स्तनधारी जीवों में पाए गए हैं। WHO ने बताया कि बर्ड फ्लू एक जूनोटिक वायरस है, इसलिए फिलहाल इसके फैलने का खतरा जानवरों में ज्यादा है। लेकिन, ध्यान रखें कि कोरोना वायरस के शुरुआती स्ट्रेन भी जूनोटिक थे, जिन्होंने 2019 में म्यूटेट होकर इंसानों में तेजी फैलना शुरू किया था। इसलिए स्वास्थ्य संगठन इस वायरस के मामलों पर बारीकी से नजर बनाए हुए है।
इन बातों का रखें ख्याल
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस दौरान कहा कि लोग मरे हुए या बीमार जंगली जानवरों को न छुएं और न ही कलेक्ट करें, बल्कि उन्हें स्थानीय अधिकारियों को रिपोर्ट करें। WHO राष्ट्रीय अधिकारियों के साथ काम कर रहा है ताकि स्थिति की बारीकी से निगरानी की जा सके और मनुष्यों में H5N1 संक्रमण के मामलों की अच्छे से स्टडी की जा सके। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, बर्ड फ्लू वायरस के संक्रमण से इंसानों में बीमारी बिना किसी लक्षण या हल्के बीमारी से लेकर गंभीर बीमारी तक हो सकती है। स्थिति गंभीर होने पर पीड़ित मरीज की मौत भी हो सकती है।
इंसानों में पाया जानेवाला लक्षण
- बहुत तेज बुखार
- मांसपेशियों में दर्द होना
- सिरदर्द
- खांसी व सांस फूलना
- डायरिया
- पेट दर्द
- छाती में दर्द
- नाक या मसूडों से खून आना
- आंख आना
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