सुबह या रात के समय कब वॉक करना है सेहत के लिए फायदेमंद...जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
वॉक करना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है लेकिन कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि सुबह या शाम किस समय वॉक करना चाहिए...चलिए जानते हैं इस पर क्या है एक्सपर्ट की राय?
ऐसे दौर में जब मोटापा माहमारी की तरह देश-दुनिया में तेजी से फ़ैल रहा है। लोग अपनी सेहत को लेकर बेहद अलर्ट हुए हैं और अपनी लाइफस्टाइल में एक्सरसाइज़, योगा और वॉक की अहमियत समझ गए हैं। अपने आप को फिट और एक्टिव रखने के लिए कई लोग ब्रिस्क वॉक करते हैं तो कई लोग जिम में जाकर पसीना बहाते हैं। तो वहीं कई लोग सुबह के समय वॉक करते हैं और कई लोग शाम के समय। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि आखिर किस समय वॉक करने से सेहत को ज़्यादा फायदा होता है? चलिए आज हम आपको बताते हैं कि किस समय वॉक करना चाहिए। नई दिल्ली स्थित पीएसआरआई अस्पताल के वरिष्ठ कंसल्टेंट और कार्डियोलॉजी, डॉ.रवि प्रकाश हमें बता रहे हैं कि सुबह या रात के समय कब वॉक करने से आपकी सेहत को मिलेगा ज़्याद फायदा?
सुबह वॉक करने के फायदे: (Benefits of walking in the morning)
सुबह वॉक करने से आपके दिन की शुरुआत अच्छी होती है। जब दिन की शुरुआत एक्सरसाइज़ से करते हैं तो हमारे पेट में ऐसी केमिकल्स निकलते हैं जिससे आपका मूड अच्छा होता है। सुबह के समय वॉक करने पर आपका कमजोर मेटाबॉलिज़म बेहतर होता है। सुबह की धुप से विटामिन डी भी अच्छा मिलता है। सुबह के समय वॉक करने से आप पूरे दिन ऊर्जावान बने रहते हैं। साथ ही वॉक आपके बढ़ते वजन को कंट्रोल करती है और दिल की सेहत को भी दुरुस्त रखती है
शाम को वॉक करने फायदे: (Benefits of walking in the evening)
डॉ. रवि प्रकाश कहते हैं शाम का वॉक भी आपकी सेहत को कई फायदे दिलाता है। शाम या रात के समय वॉक करने से दिनभर के तनाव से आपको मुक्ति मिलती है। शाम के समय आपके मसल्स ज़्यादा एक्टिवर रहते हैं इसलिए आप ज़्यादा देर तक वॉक कर सकते हैं। कई शोधो में यह माना गया है कि शाम के समय की गयी वॉक से नींद बेहतर आती है।
अच्छी सेहत के लिए निरंतर वॉक है ज़रूरी: (Regular walking is essential for good health)
डॉक्टर डॉ. रवि प्रकाश कहते हैं कि अगर आपको सुबह के समय वक्त मिलता है तो सुबह के समय वॉक करें। अगर शाम के समय टाइम मिलता है तो आप शाम के समय टहलें लेकिन नियमित रूप से रोजाना चलें। अगर आप दोनों ही समय वॉक कर सकते हैं तो यह सोने पर सुहागा वाली बात हॉग। लेकिन अगर आप सुबह या शाम दोनों समय टहलने के लिए वक्त नहीं निकाल पाते हैं तो ऐसा करें कि ऑफिस में जब लंच ब्रेक हो तो 15 मिनट टहलने के लिए भी निकालें। ऑफिस में हर आधे घंटे पर उठकर थोड़ी देरी टहलकर आएं। सब्जी लेने खुद जाएं। लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।