अगर कोई व्यक्ति अकेला हो और उसे हार्ट अटैक आ जाए तो उसे क्या करना चाहिए, जानें बचाव के 5 Point Formula
Heart attack at home: हार्ट अटैक आने पर घरेलू उपचार तो काम नहीं आएंगे, लेकिन समय पर कुछ कदम उठाना आपको जीवन दे सकता है। कैसे, जानते हैं।
Heart attack at home: हार्ट अटैक के मामले इन दिनों तेजी से बढ़ रहे हैं। युवाओं और 40 की उम्र के लोगों में तो ये समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आप हार्ट अटैक के मामलों से बचें और इसके लिए आप उन चीजों के बारे में जानें, जो हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचानने और इसके उपचार में मदद करें। तो, आज हम आपका बताएंगे कि अगर कोई व्यक्ति अकेला हो और उसे हार्ट अटैक आ जाए तो उसे क्या करना चाहिए।
अगर कोई व्यक्ति अकेला हो और उसे हार्ट अटैक आ जाए तो उसे क्या करना चाहिए-Heart attack at home what to do if you are alone in hindi
1. सबसे पहले लक्षणों की पहचान करें
हार्ट अटैक के लक्षणों की पहचान करना समय पर इससे बचने का उपाय हो सकता है। ये सीने में भारीपन, जकड़न, दबाव, दर्द और जलन का कारण बन सकता है। आप मतली अनियमित दिल की तेज धड़कन का अनुभव कर सकते हैं।
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2. एंबुलेंस और किसी अपने को कॉल करके बुला लें
ऐसे में इन लक्षणों को देखते ही एंबुलेंस को कॉल करें। साथ ही अपने किसी दोस्त या घरवाले को कॉल करें। उन्हें जल्द से जल्द पहुंचने और साथ में डॉक्टर लाने की बात कहें।
3. जीभ के नीचे Aspirin Tablet दबाएं
इसी बीच अपनी जीभ के नीचे सॉर्बिट्रेट एस्पिरिन टैबलेट (aspirin tablet 300 mg) या क्लोपिडोग्रेल (Clopidogrel 300 mg) या फिर एटोरवास्टेटिन (Atorvastatin 80 mg) लेकर आराम से दबाए रखें। अगर ये लक्षणों के 30 मिनट के भीतर किया जाता है तो एस्पिरिन चबाना विशेष रूप से प्रभावी होता है। एस्पिरिन ब्लड क्लॉटिंग होने से रोकता है जो धमनियों के ब्लॉकेज का कारण बन सकता। तो, डॉक्टर आने तक एस्पिरिन टैबलेट दबाएं रखें और अपनी आंखों को खुली रखें।
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4. लेट कर पैरों के नीचे तकिया रखें
हार्ट अटैक के दौरान ज्यादा परेशान होना स्थिति को और खराब कर सकता है। कुछ मरीज इस दौरान ब्लड प्रेशर में अचानक गिरावट के कारण अत्यधिक पसीने और चक्कर आने की शिकायत करते हैं। ऐसे में जब बीपी लो हो तो एस्पिरिन लेने से बचें चाहिए क्योंकि इससे बीपी और भी कम हो सकती है। ऐसे में रोगी व्यक्ति को लेट कर पैरों के नीचे तकिया रखना चाहिए। भले ही दिल का दौरा पड़ने पर आपकी प्रवृत्ति तेजी से सांस लेने की हो, लेकिन आपके खून और आपके दिल को ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप धीमी, गहरी सांस लेते रहें। खुली खिड़की, खुले दरवाजे, पंखे या एयर कंडीशनर के सामने लेटे रहें। इससे दिल को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में मदद मिल सकती है।
5. खुद से ड्राइव न करें और खाने पीने से बचें
दिल का दौरा पड़ने पर शायद आपके दिमाग में खाने और पीने की कुछ चीजें आएं, लेकिन अगर आप चाहते हैं तो भी आपको खाने और पीने से बचना चाहिए। साथ ही वॉशरूम जाने से भी बचें। क्योंकि ये स्थिति को जटिल बना सकता है। साथ ही खुद से ड्राइव न करें, पर समय पर डॉक्टर के पास पहुंचने की कोशिश करें।
Source: Heart.org and Firstaidforlife.org.uk
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)