अर्थराइटिस में चाय पीनी चाहिए या नहीं? बहुत कम लोग जानते हैं सच्चाई
अर्थराइटिस की बीमारी में शरीर के अलग-अलग जोड़ों में तेज दर्द होता है। ऐसे में डाइट में कुछ चीजों का परहेज, इस समस्या को कम करने में मदद कर सकता है।
Tea for arthritis sufferers in hindi: अर्थराइटिस की बीमारी, एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें हमारा इम्यून सिस्टम, शरीर के अलग-अलग टिशूज और मांसपेशियों पर हमला कर देता है। इससे मांसपेशियों और हड्डियों के बीच सा घर्षण बढ़ता है जिससे हड्डियों में तेज दर्द की समस्या होती है। वक्त के साथ ये समस्या और तेजी से बढ़ जाती है और शरीर के अलग-अलग ज्वाइंट्स (जोड़ों) को प्रभावित करने लगती है। ऐसे में डाइट को सही रखना इस समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। ऐसा ही एक सवाल है कि अर्थराइटिस में चाय पीनी चाहिए या नहीं? इस बारे में हमने डाइटिशियन अश्वनी एच. कुमार से बात की जो कि लखनऊ डाइट क्लीनिक में डाइट एक्सपर्ट हैं।
अर्थराइटिस में चाय पीनी चाहिए या नहीं-Is tea bad for arthritis?
डाइटिशियन अश्वनी एच. कुमार, बताती हैं कि दूध वाली चाय या कॉफी का ज्यादा सेवन, अर्थराइटिस की समस्या को और खराब कर सकती है। ये इन रोगियों में सूजन और मांसपेशियों की अकड़न बढ़ाती है। इसके अलावा ये मेटाबोलिक रेट को प्रभावित करती है और गाउट जैसी समस्याओं का कारण बनती है। इसलिए, आपको अर्थराइटिस में दूध वाली चाय या कॉफी पीने से बचना चाहिए।
किशमिश पानी के फायदे जानकर रह जाएंगे हैरान, यूं करेंगे सेवन तो मिलेंगे गजब के लाभ
अर्थराइटिस में कौन सी चाय पिएं-What is the best tea to drink for arthritis in hindi
अर्थराइटिस में सबसे बेस्ट है ग्रीन टी (Green tea)। इसके अलावा आप ब्लैक टी (black tea) भी पी सकते हैं। दरअसल, इनमें पॉलीफेनोल्स होते हैं जो कि सूजन को कम करते हैं और दर्द से राहत दिलाते हैं। इसके अलावा इनमें कुछ ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो कि हड्डियों के बीच घर्षण को कम करने में मदद करते हैं। इसलिए आप इस समस्या में इन दोनों का सेवन कर सकते हैं।
खांसी से तुरंत राहत पाने के लिए इस्तेमाल करें शहद और अदरक, जानें इस्तेमाल का तरीका और 3 फायदे
हर्बल टी भी हैं फायदेमंद-Herbal tea for arthritis in hindi
अर्थराइटिस में हरसिंगार की चाय और सौंठ की चाय आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। ऐसा इसलिए कि इमनें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होता है जो कि सूजन और दर्द राहत दिलाने में मददगार है। साथ ही ये शरीर में मेटाबोलिक रेट को सही रखने में मददगार है जिससे आप इस समस्या से बच सकते हैं और इसके दर्द से निजात पा सकते हैं।