क्या होता है स्किन सोरायसिस? सर्दियों में क्यों बढ़ जाती है इसकी समस्या, जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय
इस मौसम में ज़्यादातर लोग स्किन सोरायसिस से पीड़ित होते हैं। सोरायसिस एक त्वचा संबंधी बीमारी है। इस बीमारी में लोगों के शरीर पर लाल चक्क्ते आने लगते हैं। लेकिन इन कुछ उपायों से आप इसे कम कर सकते हैं।
सर्दियों का मौसम अपने साथ कई बीमारियां भी लेकर आता है। इस मौसम में ज़्यादातर लोग स्किन सोरायसिस से पीड़ित होते हैं। सोरायसिस एक त्वचा संबंधी बीमारी है। यह बीमारी किसी को भी हो सकती है। स्किन से जुड़ी इस बीमारी को लेकर लोगों के बीच में अभी भी कोई अवेयरनेस नहीं है। इस बीमारी में लोगों के बॉडी के अलग अलग अंगों पर पपड़ीदार लाल पैचेस या फिर लाल रंग के दाग-धब्बे आने लगते हैं।ये पैचेस सोरायसिस का शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। अगर आपकी स्किन पर भी लाल या भूरे रंग के दाग-धब्बे नजर आ रहे हैं तो सावधान हो जाएं। चलिए हम आपको बताते हैं इस बीमारी के लक्षण क्या है और ठंड के मौसम में इससे बचाव कैसे किया जाये।
ये हैं स्किन सोरायसिस के लक्षण
- स्किन पर लाल और भूरे कलर के पपड़ीदार दाग-धब्बे दिखना
- इन धब्बों पर लगातार खुजली होती
- खुजली की वजह से स्किन से गाढ़ा पानी निकलने लगता है, जो मवाद जैसा होता है।
- अगर सोरायसिस सिर पर है तो मरीजों के स्कैल्प पर धब्बे या पपड़ी बनने शुरू हो जाते हैं।
क्या हैं सोरायसिस के कारण?
बहुत ज़्यादा स्ट्रेस लेने, गलत खान-पान और स्किन की देखभाल न करने की वजह से आपको इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, ये बीमारी जेनेटिक भी हो सकती है। अगर आपके परिवार में से किसी को सोरायसिस हुआ है तो आप इसकी चपेट में आ सकते हैं।
इन अंगों को प्रभावित करता है सोरायसिस
सोरायसिस ज़्यादातर स्कैल्प, कान के आसपास, माथे, घुटनों, कोहनी और पीठ के निचले हिस्से पर होता है। कई बार लोगों के स्कैल्प पर सोरायसिस होता है लेकिन लोग उसे फुंसी समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। अगर सही समय पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह समस्या आपकी पूरी बॉडी में फ़ैल सकती है।
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क्या हैं इससे बचाव के उपाय
इस समस्या को खत्म करने के लिए अपनी स्किन का बेहतरीन देखभाल करें। ठंड के मौसम में भी नहाएं। अपनी बॉडी को हाइड्रेट रखें। ज़्यादा पानी पियें। साथ ही चावल के पानी और ओटमील को अपनी डाइट में शामिल करें। इसे कम करने के लिए आप नारियल के तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। नारियल का तेल एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है, इसे अपनी पूरी बॉडी पर लगाएं। इसके बावजूद भी यह कम नहीं हो रहा तो अपना बेहतरीन देखभाल और रेगुलर चेकअप करें। साथ ही आप ओमेगा 369 कैप्सूल की मदद से कम कर सकते हैं। हालांकि कोई भी दवा खाने से पहले एक बार डॉक्टर से ज़रूर कंसल्ट करें।