ऑस्टियोपोरोसिस, हड्डियों से जुड़ी बेहद गंभीर बीमारी है जिसमें हड्डियां खोखली होने लगती हैं। इस बीमारी में हर अंग से हड्डियों के जॉइंट्स खुलने लगते हैं। जिससे हड्डियां अंदर से कमजोर हो जाती हैं और फिर इस वजह से अचानक से कभी भी टूट सकती है। ये हल्के तनाव से भी टूट सकती हैं। इसके अलावा झुकना या खांसना भी इस बीमारी में आपको फ्रैक्चर दे सकता है। जिसमें से कूल्हे, कलाई या रीढ़ की हड्डियों में ये समस्या ज्यादा देखी जाती है। आकाश हेल्थ केयर के मैनेजिंग डायरेक्टर, सीनियर कंसल्टेंट और आर्थोपेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट के हेड और प्रमुख डॉ.आशीष चौधरी बता रहे हैं कि इस बीमारी से आप अपना बचाव कैसे करें?
ऑस्टियोपोरोसिस क्या है?
ऑस्टियोपोरोसिस में बॉन डेंसिटी कम होने लगता है जिससे हड्डियां अंदर से कमजोर होने लगती हैं।समस्या ज़्यादा बढ़ने पर वो कभी भी चटक सकती हैं। अगर सही समय पर इसक इलाज़ न कि जाए तो व्यक्ति अपाहिज हो सकता है। अगर आप बहुत ज़्यादा शराब और सिगरेट का सेवन करते हैं तो इस वजह से भी आप इस बीमारी के शिकार हो सकते हैं। साथ ही अगर आप हाई रिस्क दवाइयां खा रहे हैं तो इस कंडीशन में ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या होती है।
ये गंभीर बीमारियां बन रही हैं ऑस्टियोपोरोसिस की वजह:
पिछले कुछ सालों में ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या तेजी से बढ़ी है। इसके पीछे लोगों की बिगड़ती जीवनशैली ज़िम्मेदार है। दरअसल, अगर किसी व्यक्ति को कोई गंभीर बीमारी जैसे - डायबिटीज, कार्डियक डिजीज, एप्लेप्सी, गठिया या फिर आर्थराइटिस की समस्या होती है तब यह बीमारी बहुत जल्दी ट्रिगर करती है।
कैसे करें अपना बचाव?
ऑस्टियोपोरोसिस से बचने के लिए अपनी डाइट बेहतर करनी होगी। सबसे पहले अपनी डाइट में दूध और दूध से बनी चीज़ों का इस्तेमाल दिन में 2 बार करें। विटामिन डी का इंटेक कम नहीं होना चाहिए। आप इसे कैप्सूल के रूप में भी ले सकते हैं। सूरज की रोशनी मिलना भी ज़रूरी है। अगर आप अपनी हड्डियों को मजबूत बनाना चाहते हैं तो बेहतरीन डाइट के बाद अपनी लाइफ स्टाइल में एक्सरसाइज़ को भी ऐड करें। फिजिकल एक्टिविटी से हड्डियां मजबूत होंगी।
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