पैरों में नजर आया इस कैंसर का लक्षण, फेमस YouTuber ने खुद किया खतरनाक बीमारी का खुलासा!
प्रोफेशनल गेमर और यूट्यूबर निंजा (Professional gamer and YouTuber Ninja) ने अपने कैंसर का खुलासा किया है। दरअसल, कैंसर का ये प्रकार बेहद गंभीर है। आइए, जानते हैं इसका कारण।
कैंसर दुनिया की कुछ सबसे गंभीर और जानलेवा बीमारियों में से एक है। ये एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में शुरुआत में ही पता लग जाना बेहद जरूरी है। ऐसा ही कुछ प्रोफेशनल गेमर और यूट्यूबर निंजा (Professional gamer and YouTuber Ninja) के साथ हुआ है। उन्हें अपने स्टेज 1 मेलेनोमा कैंसर के बारे में पता चला है। दरअसल, यूट्यूबर निंजा के पैरों के तलवे में एक मोल था जिसे वो अपने स्किन एक्सपर्ट को दिखाने गए थे, जहां उन्हें मालूम हुआ कि ये एक मेलेनोमा कैंसर है। उन्होंने इस दौरान ये भी बताया कि किसी भी तिल और मोल को हटवाने के बाद भी सचेत रहें, क्यों यह मेलेनोमा के रूप में वापस आ सकता है जैसा उनके साथ हुआ। तो, आइए सबसे पहले समझते हैं मेलेनोमा कैंसर क्या है।
मेलेनोमा कैंसर क्या है-What is melanoma cancer
मेलेनोमा (melanoma cancer) एक प्रकार का त्वचा कैंसर है जो मेलानोसाइट्स (Melanocytes) में शुरू होता है। मेलानोसाइट्स वो कोशिकाएं (cells) हैं जो कलर पिग्नेंट बनाते हैं और जो त्वचा को उसका रंग देते हैं। इस पिग्मेंट को मेलेनिन कहा जाता है। आमतौर पर, मेलानोमा अक्सर उन क्षेत्रों में विकसित होता है जहां सूरज का संपर्क होता है। इसमें हाथ, पीठ, चेहरा और पैर शामिल हैं। पर मेलानोमा उन क्षेत्रों में भी हो सकता है जो सूर्य के संपर्क में नहीं आते हैं। इसमें पैरों के तलवे, हाथों की हथेलियां और नाखून भी शामिल हैं। इसके अलावा मेलेनोमा शरीर के अंदर भी हो सकता है इसलिए इसके शुरुआती लक्षणों पर ध्यान दें।
मेलेनोमा कैंसर के शुरुआती लक्षण-Melanoma cancer symptoms
मेलेनोमा के लक्षण शरीर पर कहीं भी दिखाई दे सकते हैं। इसलिए आपको कुछ बातों को नजर रखना जरूरी है। जैसे
-असामान्य आकार वाले तिल या मोल का शरीर पर होना।
-तिल या मोल के रंग में बदलाव।
- तिल या मोल के आकार में परिवर्तन जैसे कि लगभग 6 मिलीमीटर से बड़े तिल में कोई बदलाव नजर आए तो।
-लक्षणों में परिवर्तन दिखें, जैसे नई खुजली या ब्लीडिंग।
स्किन एक्सपर्ट को जरूर दिखा लें
अगर आपके शरीर में कहीं भी कोई तिल या मोल हो तो आपको अपने स्किन एक्सपर्ट को इसे जरूर दिखाना चाहिए। ताकि, समय-समय पर इसकी जांच होती रहे और पता चलता रहे कि कहीं इसमें कोई बदलाव तो नहीं है या इसमें कैंसर के सेल्स तो नहीं विकसित हो रहे। तो, समय-समय पर डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर को जरूर दिखा लें।