Disease X: दुनियाभर में लोग डिजीज एक्स को लेकर चर्चा कर रहे हैं। खुद रोग वैज्ञानिकों और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे लेकर चिंता जताई है और देश-दुनिया के तमाम सरकारों को इस बारे में सोचने और तैयार रहने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरल की तुलना 7 गुना ज्यादा खतरनाक है और 5 करोड़ से ज्यादा लोगों की इस वजह से मौत हो सकती है। पर ये आम आदमी की समझ से परे है कि डिजीज एक्स है क्या? आखिरकार ऐसा क्या है कि सारी दुनिया को इससे डरने की जरूरत है।
Disease X क्या है?
डिजीज एक्स कोई विशिष्ट बीमारी का नाम नहीं है बल्कि एक संभावित नए इंफेक्शन फैलाने वाले एजेंट को दिया गया नाम है। यह एक ऐसी बीमारी का प्रतिनिधित्व करता है जो वर्तमान में अज्ञात है लेकिन भविष्य में मनुष्यों के लिए एक गंभीर सूक्ष्मजीवी यानी माइक्रोबियल खतरा पैदा कर सकती है।
क्यों है डरने की बात?
इस बीमारी के लिए तैयार रहना इसलिए जरूरी है क्योंकि वन्यजीवों के बीच वायरस का एक विशाल भंडार घूम रहा है जो एक नई संक्रामक बीमारी का स्रोत बन सकता है जिसके प्रति मनुष्यों में इम्यूनिटी नहीं है। इसलिए ऐसा कभी भी हो सकता है कि किसी जानवर से कोई वायरस या बैक्टीरिया पैदा हो और वो मनुष्यों तक फैल जाए और उन्हें अपना शिकार बनाने लगे। इसलिए, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (एसएआरएस) और इबोला जैसे ज्ञात हत्यारों के साथ रोग एक्स को उन रोगजनकों की सूची में जोड़ा जिनपर रिचर्च करना सबसे ज्यादा जरूरी है।
Disease X के लिए टीका या दवा उपलब्ध नहीं है
इस संभावित खतरे को "डिजीज एक्स" के रूप में लेबल करने का मतलब उस बीमारी से निपटने की तैयारियों को प्राथमिकता देना है जिसके लिए अभी तक टीके या दवा उपचार नहीं हैं, और जो एक गंभीर महामारी को जन्म दे सकता है। तो, इन्हीं तमाम वजहों से दुनिया को डिजीज एक्स के प्रति सचेत रहने को कहा जा रहा है। तो, अभी घबराएं नहीं लेकिन, इस नई मुसीबत को लेकर जानकारी जरूर रखें।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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