नौकरी वाले लोगों को हो सकता है 'बर्नआउट सिंड्रोम', ठंड में बढ़ जाता है खतरा, स्वामी रामदेव से जानें कैसे करें बचाव
Burnout Syndrome: क्या है बर्नआउट सिंड्रोम और इससे कौन सी बीमारियों का खतरा बढ़ता है? ठंड में फिजिकल वर्क कम होने की वजह से ये खतरा और बढ़ जाता है। स्वामी रामदेव से जानिए इसका इलाज और कैसे करें बचाव?
क्या आप नौकरी करते हैं और ऑफिस में थका-थका महसूस करते हैं? हर वक्त कमजोरी, उबासी से परेशान रहते हैं। घर जाते ही बिस्तर पर लेट जाने का मन करता है। अगर ऐसा है तो इसी वक्त सावधान हो जाइए, क्योंकि आप 'बर्नआउट सिंड्रोम' का शिकार हो सकते हैं। इस सिंड्रोम में इंसान मेंटली-फिजिकली काफी थकावट महसूस करता है और ये परेशानी नौकरीपेशा लोगों में ज़्यादा देखने को मिल रही है। एक लेटेस्ट स्टडी के मुताबिक भारत में बर्नआउट सिंड्रोम के मामले दुनिया के किसी भी देश के मुकाबले ज़्यादा हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह में कट थ्रोट कंपीटिशन, काम का प्रेशर ना झेल पाना, साथियों से अनबन, चैलेंजेज में खुद को कमज़ोर पाना हैं। भारत में 59% से ज़्यादा लोग इस परेशानी से जूझ रहे हैं जिनके लिए अगले कुछ महीने काफी मुश्किल भरे हो सकते हैं।
मौसम का मिज़ाज बदल रहा है। दक्षिण भारत में बारिश और पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी ने मौसम में ठंडक ला दी है। दिल्ली में तो अगले 2-3 दिन में टेंपरेचर गिरकर 10 डिग्री तक आ सकता है। मौसम वैज्ञानिक इस बार कड़ाके की सर्दी पड़ने का अनुमान लगा रहे हैं। ठंड मे तो वैसे ही फिज़िकल एक्टिविटी कम होने से बीपी हाई होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में जो लोग बर्नआउट सिंड्रोम से जूझ रहे हैं, वो थकान की वजह से वर्कआउट-योग भी करने से बचेंगे। जिससे ये घातक बीमारी शरीर में एंट्री कर सकती है।
वर्कआउट कम होने की वजह से वेन्स में खून का बढ़ता दबाव ब्रेन हैमरेज की वजह बन सकता है। ब्लड के प्रेशर से दिमाग की नसों में ब्लीडिंग हो सकती है, जिससे ब्रेन हैमरेज-स्ट्रोक आ सकता है। इन घातक बीमारियों के अटैक से बचना है तो रास्ता सीधा सा है। चाहे गर्मी हो या सर्दी, ऑफिस में कितनी भी टेंशन हो आपको आधा घंटा सब कुछ भूल कर रोजाना योग जरूर करना चाहिए। आप सभी बीमारियों से दूर रहेंगे।
खतरनाक हाइपरटेंशन और ब्रेन हैमरेज का खतरा
वेन्स में दबाव बढ़ता है
दिमाग की नसें फट जाती हैं
खून निकलने लगता है
ब्रेन हैमरेज हो जाता है
हाई बीपी से खतरा
हार्ट अटैक
किडनी फेल
ब्रेन स्ट्रोक
डिमेंशिया
हाई बीपी के लक्षण
बार-बार सिरदर्द
मानसिक तनाव
सांस लेने में दिक्कत
नसों में झनझनाहट
चक्कर
तेज़ धड़कन
हाइपरटेंशन से कैसे बचें?
डाइट हेल्दी रखें
वजन कंट्रोल करें
नमक कम लें
योग-मेडिटेशन करें
अल्कोहल बंद कर दें
कंट्रोल होगा बीपी
खूब पानी पीएं
स्ट्रेस-टेंशन कम लें
खाना समय से खाएं
जंक फूड ना खाएं
6-8 घंटे की नींद लें
फास्टिंग करने से बचे
बीपी नॉर्मल करने के लिए क्या खाएं
खजूर
दालचीनी
किशमिश
गाजर
अदरक
टमाटर
सफेद ज़हर से बचें, कैसे करें रिप्लेस
सफेद चावल की जगह आप ब्राउन राइस डाइट में शामिल करें
मैदा की जगह आप मल्टीग्रेन आटा,जौ,रागी खाएं
चीनी की जगह गुड़, शहद का सेवन करें
हाई बीपी में न करें ये योगासन
शीर्षासन
सर्वांगासन
दंड-बैठक