टीनएज में लड़का हो या लड़की हर किसी के हार्मोंस में बदलाव आता है। इस उम्र में लड़कों को दाढ़ी आने लगती है और लड़कियों के शरीर में भी कई बदलाव दिखने लगते हैं। लड़कियों के चेहर पर हल्के रोएं निकलना आम बात है, लेकिन कई बार ये बाल काफी मोटे और काले हो जाते हैं। लड़कियों को अपरलिप और चिन पर काफी ज्यादा बाल आ जाते हैं। इसकी वजह शरीर में हार्मोंस का बदलाव और कई दूसरे कारण हो सकते हैं। डॉक्टर से जानते हैं इसके क्या कारण हैं?
शारदा हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ भुमेश त्यागी की मानें तो कई बार महिलाओं के शरीर पर ज्यादा बाल उगने का कारण जेनेटिक होता है। अगर परिवार में किसी को ज्यादा बाल हैं तो ऐसा हो सकता है। इसके अलावा कई दूसरे कारण भी हो सकते हैं।
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पोलिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)- इसे पीसीओएस कहते हैं जिसमें ओवेरी में सूजन आने के कारण हॉर्मोन्स का बैलेंस बिगड़ जाता है। ऐसी स्थिति में महिलाओं के चहरे पर काले और मोटे बाल उग आते हैं। इसके लक्षण हैं इर्रेगुलर पीरियड्स, वजन बढ़ना और तेजी से हेयर फॉल होना।
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मेल हॉर्मोंस बढ़ना- कई बार जब शरीर में हार्मोनल बदलाव आ रहे होते हैं तो मेल हॉर्मोन ‘टेस्टोस्टेरॉन’ शरीर में बढ़ने लगता है। ऐसी कंडीशन में चेहरे और शरीर के दूसरे हिस्सों पर ज्यादा बाल उगने लगते हैं। इस हॉर्मोन की वजह से कई बार महिलाओं की आवाज भी भारी होने लगती है।
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एंजाइम्स में गड़बड़ी- कई बार महिलाओं के शरीर में कुछ जरूरी एंजाइम की कमी होने लगती है। ऐसी कंडीशन में बॉडी में मेल हॉर्मोन बढ़ जाते हैं। इससे महिलाओं की स्किन पर अनचाहे बाल उगने लग जाते हैं।
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दवाओं का रिएक्शन- कुछ दवाएं भी रिएक्ट कर जाती हैं। स्टेरॉयड, ग्लूकोकार्टिकोइड्स और मिनोक्सिडिल के साइड इफेक्ट के रूप में स्किन पर तेजी से बाल बढ़ने लगते हैं। जो महिलाएं हार्मोनल थेरेपी ले रही हैं, उन्हें भी चेहरे पर बाल आने की समस्या हो सकती है।
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