ऑनलाइन पढ़ाई से आंखों पर हो रहा असर, इन देसी नुस्खों से आंखों को मिलेगा फायदा
कोरोना काल में स्कूलों के ऑनलाइन चलने की वजह से बढ़े हुए स्क्रीन टाइम का नुकसान 10 से 15 साल के बच्चे सबसे ज्यादा झेल रहे हैं।
Highlights
- वर्क फ्रॉम होम की वजह से देश के तकरीबन 28 करोड़ लोगों की नजर कमजोर हो गई है
- कमजोर नजर की शिकायत लेकर पहुंचने वाले 100 में से 50 मरीज, छोटे बच्चे हैं
आंखें कुदरत का दिया सबसे अनमोल तोहफा है। दुनिया की सारी खूबसूरती आंखों से है. आंखें ना हों तो पूरी दुनिया बेरंग हो जाएगी. आंखें जब इतनी अनमोल हैं, तो हम इसकी कदर क्यों नहीं करते? आंखें जब मुसीबत में होती है, तब भी हम इनका ख्याल नहीं रखते।
कोरोना काल में सबसे ज्यादा लोड लोगों की आंखों पर ही आया - स्कूल की पढ़ाई से लेकर दफ्तर का काम ऑनलाइन हो गया और इसका खामियाजा आंखों ने झेला। एक स्टडी के मुताबिक वर्क फ्रॉम होम की वजह से देश के तकरीबन 28 करोड़ लोगों की नजर कमजोर हो गई हैं। मतलब ये कि पिछले 20 महीनों में देश के 28 करोड़ लोगों की नजर पर चश्मा चढ़ गया.
इस बढ़े हुए स्क्रीन टाइम का नुकसान 10 से 15 साल के बच्चों को सबसे ज्यादा हो रहा है। डॉक्टरों के पास कमजोर नजर की शिकायत लेकर पहुंचने वाले 100 में से 50 मरीज छोटे बच्चे हैं। जिस तरह स्क्रीन टाइम आंखों को नुकसान पहुंचाता है, वैसे ही खराब लाइफस्टाइल भी आंखों का दुश्मन है। खराब खान-पान, वर्कआउट नहीं करने की आदत, देर तक सोने या फिर कम नींद लेने से शुगर-बीपी की परेशानी बढ़ रही है, जो स्लो प्वाइजन की तरह आंखों की रोशनी पर ग्रहण लगा देते हैं।
ऐसे में कैसे रखें आंखों का ख्याल? जानिए स्वामी रामदेव से कारगर आयुर्वेदिक उपचार और योगाभ्यास।
आंखों में होने वाली परेशानियां:
- नज़र कमजोर
- ड्राइनेस
- ग्लूकोमा
- मोतियाबिंद
- लाल आंखें
- आंखों से पानी आना
- आंखों में जलन
- डायबिटिक रेटिनोपैथी
स्क्रीन टाइम के साइड इफेक्ट्स:
- ड्राइनेस
- जलन और दर्द
- चश्मे का नंबर बढ़ना
- आंखों में पानी आना
- आंखें लाल होना
बीपी-शुगर का आंखों पर असर:
- डायबिटिक रेटिनोपैथी
- डायबिटिक मैक्युलर एडिमा
- मोतियाबिंद
- ग्लूकोमा
- कमजोर नज़र
त्राटक क्रिया के लाभ:
- नेत्र रोग दूर होंगे
- तेज आंखें
- आंखों की जलन खत्म
- दर्द ठीक होगा
- ड्राइनेस खत्म होगी
- रेडनेस ठीक होगी
इन योग को अपनाकर उतारिए अपना चश्मा:
- शीर्षासन
- सर्वांगासन
- हलासन
- मंडूकासन
- पश्चिमोत्तानासन
- शशकासन
- सूर्य नमस्कार
- यौगिक जॉगिंग
- सूक्ष्म व्यायाम
- पाद हस्तासन
शीर्षासन के फायदे:
- ब्रेन में पूरी तरह ऑक्सीजन पहुंचता है।
- मेंटल पीस और मेमोरी पावर बढ़ती है।
- शीर्षासन करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
- बच्चों के हाथ मजबूत होते हैं।
- बालों से जुड़ी बीमारियां दूर होती हैं।
- बच्चों के चेहरे पर ताजगी और ग्लो आता है।
सर्वांगासन के फायदे:
- आंखों के लिए फायदेमंद है।
- IQ लेवल बढ़ाने में मददगार है।
- बच्चों का कंसंट्रेशन बढ़ता है।
- याद की हुई चीजें भूलते नहीं हैं।
- ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बेहतर होता है।
- आंखों पर चश्मा नहीं चढ़ेगा।
- थायरॉइड ग्लैंड एक्टिव होता है।
- हाथ-कंधें मजबूत होते हैं।
10 में से 1 भारतीय को कैंसर का खतरा, स्वामी रामदेव से जानिए इस जानलेवा बीमारी का कारगर इलाज
अनुलोम-विलोम के फायदे:
- स्ट्रेस दूर होता है।
- सांस लेना आसान हो जाता है।
- नर्व मजबूत, शरीर के ब्लड फ्लो में सुधार।
- शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।
- कैंसर में अनुलोम विलोम प्राणायाम लाभकारी।
मंडूकासन के फायदे:
- पेट और हार्ट के लिए लाभकारी।
- डायबिटीज को दूर भगाता है।
- पाचन तंत्र सही करने में सहायक है।
- लिवर किडनी को स्वस्थ रखता है।
- पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करात है।
- डायबिटीज रोकने में सहायक है।
- गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है।
गोमुखासन के फायदे:
- ब्रेस्ट कैंसर में बेहद लाभकारी आसन है।
- पीठ और बांहों को मजबूत बनाता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- शरीर को लचकदार बनाता है।
- थकान, तनाव और चिंता दूर करता है।
- लिवर-किडनी की समस्याओं में लाभकारी।
- फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।
योग मुद्रासन के फायदे:
- प्रोस्टेट रोग दूर करता है।
- किडनी को स्वस्थ रखता है।
- छोटी-बड़ी आंते सक्रिय होती हैं।
- पेट से जुड़े रोगों से मुक्ति।
- पेट की चर्बी खत्म होती है।
- मोटापा कम करने में मददगार है।
- रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है।
- पाचन तंत्र बेहतर होता है।
भुजंगासन के फायदे:
- लंग कैंसर में कारगर है।
- इस आसन से सीना चौड़ा होता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- शरीर को सुंदर और स्लिम बनाता है।
- मोटापा कम करने में मददगार है।
- तनाव, चिंता और डिप्रेशन दूर करता है।
- फेफड़े, कंधे और सीने को स्ट्रेच करता है।
प्राणायाम से उतरेगा चश्मा:
- उज्जायी
- भस्त्रिका
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भ्रामरी
- उद्गीथ
आयुर्वेदिक उपाय:
- महात्रिफला घृत को एक चम्मच दूध के साथ लें।
- दिन में दो बार खाने के बाद लें।
- आमलकी रसायन 200 ग्राम लें।
- सप्तामृत लौह 20 ग्राम लें।
- मुक्ता पिष्टी 10 ग्राम लें।
- मोती पिष्टी 2 से 4 ग्राम लें।
- सब मिलाकर 1-1 चम्मच दो बार लें।
आंखों के लिए खान-पान:
- आंवले का मुरब्बा खाएं।
- एलोवेरा-आंवले का जूस पिएं।
- आंखों के लिए गाजर फायदेमंद है।
- हरी सब्जी खाना बेहद जरूरी है।
- दिन में 3-4 लीटर पानी पिएं।
किससे धोएं अपनी आंखें:
- गुलाब जल में त्रिफला का पानी मिलाएं।
- दिन में दो बार आंखें धोने से फायदा।
- आंवले के पानी को गुलाब जल में मिलाएं।
- इससे आंखों को धोने से चश्मा हटेगा।
गले के दर्द, इंफेक्शन को खत्म करेंगे ये आयुर्वेदिक उपाय, स्वामी रामदेव से जानिए टॉन्सिल का इलाज
आंखों के लिए घरेलू दवाएं:
- सफेद प्याज का रस 1 चम्मच लें।
- अदरक और नींबू का रस 1 चम्मच लें।
- शहद 3 चम्मच, थोड़ा गुलाब जल लें।
- सबी को आंवले के रस में मिलाएं।
- दो-दो बूंद सुबह-शाम आंखों में डालें।