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Hindi News हेल्थ हाथ की पकड़ कमजोर होना, हार्ट, डायबिटीज समेत इन खतरनाक बीमारियों का हो सकता है संकेत

हाथ की पकड़ कमजोर होना, हार्ट, डायबिटीज समेत इन खतरनाक बीमारियों का हो सकता है संकेत

Low Hand Grip: अगर आपकी ग्रिपिंग यानि पकड़ कमजोर है तो ये कई खतरनाक बीमारियों का संकेत हो सकता है। दिल्ली में डॉक्टरों द्वारा किए गए नए रिसर्च में पता चला है कि ऐसे लोगों को टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट की बीमारी, स्ट्रोक, किडनी और लिवर की समस्या हो सकती है।

Hand Grip Low- India TV Hindi Image Source : FREEPIK हाथ की पकड़ कमजोर होना

हाथ की पकड़ कमजोर होना शरीर में पनप रहीं कई खतरनाक बीमारियों का संकेत हो सकता है। ग्रिपिंग टेस्ट से हार्ट हेल्थ का पता चलता है इसके इलावा टाइप 2 डायबिटीज, स्ट्रोक, क्रोनिक किडनी डिजीज, लिवर की बीमारी, कई तरह के कैंसर, सरकोपेनिया और नाजुक फ्रैक्चर के भी लक्षण हो सकते हैं। दिल्ली में अपोलो हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। हैंड ग्रिप की ताकत को हेल्थ के लिए नए वाइटल साइन के रूप में प्रपोज्ड किया गया है।

18 साल से ज्यादा उम्र का हर व्यक्ति हैंड ग्रिपिंग टेस्ट करवा सकता है। प्रिवेंटिव हेल्थ चेकअप के तह इस टेस्ट में ये पता लगाता जाता है कि आपकी हाथ की पकड़ कहीं सरकोपेनिया यानि मांसपेशियों, स्ट्रेंथ और पावर की वजह से कमजोर है या नहीं। मांसपेशियों का नुकसान कई बीमारियों से जुड़ा हुआ है। इसका कनेक्शन हार्ट संबंधी बीमारियों से हो सकता है। इसलिए ग्रिप टेस्ट करवाना बेहद जरूरी है।

हैंड ग्रिप टेस्ट करने का तरीका 

हालांकि रिसर्च में कहा गया है कि भारत में सार्कोपेनिया काफी आम है। जिसमें मसल्स कमजोर हो जाती हैं। डायबिटीज में सिर्फ मोटापा या पेट की चर्बी ही नहीं बल्कि लो ग्रिपिंग भी महत्वपूर्ण है। अध्ययन में कहा गया है कि 44 साल की औसत आयु वाले भारतीय पुरुषों में कम से कम 27.5 किलोग्राम पकने की हैंड ग्रिप होनी चाहिए। जबकि महिलाओं के लिए यह 18 किलोग्राम है। अगर पुरुषों में हाथ की पकड़ की ताकत 27.5 किलोग्राम से कम है, तो इसका मतलब है कि उनकी मांसपेशियां कमजोर हैं। ऐसे में आपको सावधान रहना चाहिए।

इन बीमारियों का हो सकता हैं संकेत

ऐसे में आपको हड्डियों की मजबूती, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हार्ट की समस्याएं और कभी-कभी कैंसर की जांच जैसे मेडिकल चेकअप करवा लेने चाहिए। हेल्थ के चार वाइटल साइन में टेंपरेचर, पल्स/हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर और रेस्पिरेटरी रेट शामिल होता है। 

हाथ की मसल्स कैसे मजबूत करें

हैंड ग्रिप टेस्ट करने के लिए आप हैंड हेल्ड डायनेमोमीटर (hand-held dynamometer) टेस्ट करवा सकते हैं। अगर आपको पता चलता है कि आपकी मसल्स स्ट्रेंथ कम हो तो आप वॉक करने के अलावा कुछ रेजिस्टेंस एक्सरसाइज करनी चाहिए। आप वजन या थेराबैंड के साथ एक्सरसाइज करें जो मसल्स को मजबूत बनाने में मदद करे। 

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