अक्सर लोग पिंपल, तिल और मस्सों को नॉर्मन फोड़े फुंसी की तरह नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन जरूरत से ज्यादा कोई भी चीज आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। अगर आपको मस्से (Warts) निकलते हैं और आप इन्हें नॉर्मल समझकर अवॉयड कर देते हैं तो ये ठीक नहीं है। ये मस्से कैंसर का संकेत भी हो सकते हैं। हाल ही में एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा के जेठ यानि निक जोनस के बड़े भाई केविन जोनास ने अपने मस्से को एक तरह का कैंसर बताते हुए वीडियो पोस्ट किया था। केविन जोनास ने सोशल मीडिया पर बताया था कि उन्हें माथे पर एक मस्सा निकला था जो एक तरह का कैंसर था। इसे बेसल सेल कोर्सिनोमा कहा जाता है। लोग स्किन कैंसर के बारे में थोड़ा बहुत जानते हैं, लेकिन बेसल सेल कोर्सिनोमा कैंसर के बारे बहुत कम लोगों को पता है ऐसे में मस्से निकलने पर एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
कैसे मस्से बन सकते हैं कैंसर का कारक
बेसल सेल स्किन कैंसर बहुत ही आम रूप है। ये आपको नॉर्मल मस्से जैसे ही दिखते हैं। अगर आपकी त्वचा पर गुलाबी रंग के मस्से हैं। गुलाबी रंग के लाल धब्बा या फुंसी हैं तो ये बेसल सेल स्किन कैंसर का संकेत हो सकते हैं। अगर आपकी त्वचा पर ऐसा कुछ नजर आए तो एक बार स्किन वाले डॉक्टर से जरूर मिलें।
क्या है बेसल सेल कार्सिनोमा
बेसल सेल कार्सिनोमा एक प्रकार का स्किन कैंसर है। ये कैंसर उन जगहों पर होता है जो सूरज की किरणों से संपर्क में ज्यादा रहती हैं। ये मस्से के जैसे नजर आथे हैं। बेसल सेल त्वचा की बाहरी और थिन लेयर होती है। जब ये सेल अपना कॉपी बनाती है तो पुराने सेल्स बाहर की ओर निकल आते हैं। जब ये सेल्स डेड हो जाते हैं तो कैंसर पैदा होने का खतरा बढ़ जाता है।
स्किन कैंसर के सामान्य लक्षण
-
त्वचा पर भूरा, नीला या काला घाव हो जाना
-
त्वचा पर पपड़ीदार पैच और फोड़े फुंसी निकलना
-
कई बार स्किन पर मोम जैसे निशान हो जाते हैं
-
त्वचा पर कोई गांठ बनना या मस्से नजर आना
-
स्किन पर गहरा घाव और उससे खून निकलना
-
स्किन पर घाव ठीक होने के बाद दोबारा हो जाना
-
फेस, स्कैल्प, नाक, आंखों की पलकों पर मस्से
-
शरीर पर नए-नए मस्से निकलना
-
शरीर पर निकले मस्सों का बढ़ना और रंग बदलना
-
कई बार मस्सों से खून निकलना भी संकेत है
Latest Health News