विटामिन ई की कमी से बढ़ती हैं डायबिटीज, बीपी जैसी बीमारियां, इन फूड्स से पूरी कीजिए इसकी कमी
चाहे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाए रखने की बात हो या शरीर को एलर्जी से भरपूर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखने में ये विटामिन ई जरूरी माना जाता है।
आमतौर पर विटामिन हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है। इन विटामिनों में से विटामिन बी 1, बी 2, बी 3, बी 5, बी 6, बी 9, बी 12, सी, डी, ई और के शामिल हैं। इन विटामिनों में से विटामिन ई काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। चाहे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाए रखने की बात हो या शरीर को एलर्जी से भरपूर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखने में ये विटामिन ई जरूरी माना जाता है। कई लोगों को विटामिन ई की कमी के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शरीर में इसकी पूर्ति के लिए आपको कोई बड़ा काम नहीं करना है बल्कि अपने खानपान का ठीक से ध्यान रखना है। जानिए विटामिन ई की कमी होने के लक्षण और बचाव।
विटामिन ई
यह वसा में घुलनशील विटामिन है। जो एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। इसकी कमी का असर सीधे इम्यूनिटी सिस्टम, कोलेस्ट्राल और एलर्जी पर पड़ता है।
विटामिन ई की कमी के लक्षण
- इस विटामिन की कमी होने से इम्यूनिटी सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है। जिसके कारण कोई भी बीमारी आसानी से जकड़ लेती हैं।शरीर के अंगों का सुचारू रूप से कार्य न कर पाना।
- मांसपेशियों में अचानक से कमजोरी आ जाना।
- आंखों के मूवमेंट में असामान्य स्थिति के अलावा कम दिखना
- दिखने में झिलमिलाहट महसूस होना।
- अधिक कमजोरी महसूस होना।
- प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाना।
- कई लोगों को विटामिन ई की कमी के कारण पाचन संबंधी समस्याएं होने लगती है।
- बालों का अधिक झड़ना।
- ब्लड सर्कुलेशन में कमी होना।
- एनीमिया
- मांसपेशियों में कमजोरी
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विटामिन ई की कमी के बचाव के उपाय
ऐसी चीजों का अधिक से अधिक सेवन करें जिसमें विटामिन ई की मात्रा अधिक हो।
सोयाबीन ऑयल
आमतौर पर इसका इस्तेमाल खाना बनाने में किया जाता है। यह विटामिन ई का अच्था स्त्रोत माना जाता है।
पालक
इसमें विटामिन ई के अलावा ए, सी और के भी पाया जाता है। इसे अपने आहार में जरूर शामिल करें।
बादाम
यह ड्राई फूट पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। आपको बता दें कि 100 ग्राम बादाम में करीब 26 मिलीग्राम विटामिन ई पाया जाता है।
मूंगफली
आप इसका कई तरीकों से सेवन कर सकते हैं।
एवोकाडो
एवोकाडो में भी भरपूर मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है।
सूरजमुखी के बीज
इसमें विटामिन ई के अलावा मोनो और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा पाया जाता है।
इस फूड्स के अलावा आप अपने आहार में विटामिन ई से भरपूर अंडे, सूखे मेवे, अखरोट, हरी पत्तेदार सब्जियां, शकरकंद, सरसों, शलजम, ब्रोकली, कड लीवर ऑयल, आम, पपीता, कद्दू, पॉपकार्न आदि शामिल कर सकते हैं।
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विटामिन ई के लाभ
- शरीर में विटामिन ई की कमी नहीं होनी चाहिए। यह आपको कई खतरनाक बीमारियों से बचाती हैं।
- साल 2010 में आई एक रिसर्च के अनुसार जो लोग विटामिन ई के सप्लीमेंट लेते हैं, उनमें अल्जाइमर्स होने का खतरा कम हो जाता है।
- विटामिन ई महिलाओं को मोनोपॉज के बाद स्ट्रोक की आशंका को कम करता है।
- स्किन के रूखेपन, झाईयां, अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाने के साथ आपको जवां रखता है।
- दिल की बीमारियों को कोसों दूर रखें।
- विटामिन ई की कमी डायबिटीज का खतरा बढ़ा देती है। इसलिए इसका सेवन करना जरूरी है।
- ब्रेस्ट कैंसर की आंशका को खत्म करें।
- इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
- एलर्जी से बचाएं।
- कोलेस्ट्राल के स्तर को करें कंट्रोल।