Uric Acid: यूरिक एसिड मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद हैं तुलसी की पत्तियां, बस यूं करें इस्तेमाल
क्या आप जानते हैं कि तुलसी शरीर के यूरिक एसिड के लेवल को कम करने की क्षमता रखती है? जी हां, यदि नियमित रूप से तुलसी का सेवन किया जाए और अपने खानपान का ध्यान रखा जाए तो तुलसी यूरिक एसिड की समस्या को खत्म कर सकती है।
Tulsi for Uric Acid: आजकल अधिकतर लोग यूरिक एसिड (Uric Acid)। की समस्या से पीड़ित हैं। देश में इससे जुड़ी समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। अगर शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाए तो इससे आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके बढ़ने से आपके जोड़ों में दर्द, शरीर में सूजन जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। अगर समय रहते इसे कंट्रोल न किया जाए तो भविष्य में यह बड़ी समस्या बन सकती है। ऐसे में अगर आप बढ़े हुए यूरिक एसिड के लेवल को कम करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक आयुर्वेदिक नुस्खे के बारे में बताएंगे जिसे अपनाकर आप यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं। जी हां, ये आयुर्वेदिक नुस्खा तुलसी के पत्तों का है। जानिए तुलसी के पत्ते किस तरह से यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है। साथ ही जानिए इसके इस्तेमाल का सही तरीका।
हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार तुलसी की पत्तियां
औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी स्वास्थ्य के लिहाज से काफी फायदेमंद माना गया है। इसमें अलसोलिक एसिड, यूजेनॉल और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ये सर्दी-जुकाम, बुखार आदि जैसी सामान्य बीमारियों को ठीक करने में काफी सहायक होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि तुलसी शरीर के यूरिक एसिड को खत्म करने की क्षमता रखती है? जी हां, यदि नियमित रूप से तुलसी का सेवन किया जाए और अपने खान-पान पर ध्यान दिया जाए तो तुलसी यूरिक एसिड की समस्या को खत्म कर सकती है।
यूरिक एसिड के मरीज इस तरह करें तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल
- यूरिक एसिड के मरीज सबसे पहले 5 से 6 तुलसी की पत्तियां लेकर पानी से धो लें।
- उसके बाद इन पत्तियों को कालीमिर्च और देसी घी के साथ मिलाकर खाएं।
- नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करने से आपको काफी फायदा मिलेगा।
तुलसी का सेवन करने के अन्य फायदे
पाचन शक्ति होगी मजबूत
औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी में विटामिन ए, विटामिन डी, आयरन, फाइबर जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ये सभी तत्व पाचन की प्रक्रिया को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स, एंटी एजिंग और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ऐसे में अगर रोजाना तुलसी के पत्तों से बने काढ़ा का सेवन किया जाए तो इससे आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा।
ब्लड शुगर मरीजों के लिए
हेल्थ एक्सपर्ट्स ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए तुलसी की पत्ती खाने की सलाह देते हैं। क्योंकि इसकी पत्तियों में हाइपोग्लाइसेमिक लेवल कंट्रोल करने वाले गुण पाए जाते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने का काम करता है। इसके इस्तेमाल के लिए तुलसी की कुछ पत्तियां लेकर एक गिलास पानी में रातभर डुबोकर रख दें। फिर अगले सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। ऐसा करने से आपको काफी लाभ मिलेगा।
सर्दी जुकाम में
सर्दियों के मौसम में तुलसी का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो इसकी पत्तियां चबाने से कोल्ड और फ्लू दूर रहता है। वहीं, यदि आप अक्सर सर्दी-जुकाम की समस्या से परेशान रहते हैं तो नियमित रूप से तुलसी की पत्तियां चबाएं।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।