कोरोना वायरस की दूसरे लहर के दौरान लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और ये सिलसिला लगातार जारी है। अब ब्लैक और वॉइट फंगस का खतरा भी बढ़ रहा है। ऐसे में तमाम तरह की बीमारियों से अपना बचना करने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बेहद जरूरी हो गया है। काढ़ा इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए ठीक माना जाता है, लेकिन गर्मी में ज्यादा गर्म मसालों का इस्तेमाल भी पाचन की समस्या पैदा कर सकता है। गर्मी के मौसम में इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि हम कौन से काढ़े का सेवन करें और किस समय करें? आईए जानते हैं कि गर्मी में हम किस समय काढ़े का सेवन करें और कौन से काढ़े का सेवन करें ताकि हमारा पाचन दुरुस्त रहें और इम्युनिटी भी मजबूत बनी रहे।
नींबू और तुलसी की पत्ती का काढ़ा
बनाने के लिए सामग्री
- एक नींबू
- एक दालचीनी का टुकड़ा
- 3-4 लहसुन की कलिया
- अदरक का टुकड़ा
- 7-8 तुलसी के पत्ते
बनाने की विधि
नींबू और तुलसी की पत्ती का काढ़ा में गर्म मसाले कम है इसलिए यह गर्मी में पाचन को खराब नहीं रखेंगे। इस काढ़े को तैयार करने के लिए पैन में 2 लीटर पानी लें और उसने इन सभी चीज़ों डाले और उन्हें अच्छे से उबालें। सभी चीज़ों को कम से कम 5-8 मिनट तक उबालें। याद रखें कि उबालते में नींबू नहीं डालें। काढ़े को उबालने के बाद उसमें नींबू का रस निचोड़े और इसे गर्म-गर्म पीए। इस काढ़े को आप दिन में दो बार पी सकते हैं।
सेवन करने का सही समय
अगर आप सुबह के समय काढ़ा पी रहे है तो याद रखें कि खाली पेट काढ़ा बिल्कुल नहीं पीए। खाली पेट काढ़ा आपके पाचन को खराब कर सकता है। आप सुबह-सुबह नाश्ते के साथ या कुछ देर बाद काढ़े का सेवन करें। आप चाहें तो काढ़े में शहद का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। याद रखें कि काढ़ा एक कप से ज्यादा नहीं पीए। डायटिशियन के मुताबिक सुबह जागने के एक घंटे के बाद आप काढ़ा पी सकते हैं। अगर आप काढ़े का सेवन शाम को करना चाहते हैं तो 4-5 बजे के बीच काढ़े का सेवन करें। गर्मी का मौसम है तो गर्म मसालों का सीमित इस्तेमाल ही बेहतर है। काली मिर्च अदरक का ज्यादा सेवन गर्मी में नुकसान पहुंचा सकता है, क्योंकि इनकी तासीर गर्म होती है।
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