हमेशा खुश रहने के लिए अपनाएं ये आदतें, एंजायटी और स्ट्रेस की हमेशा के लिए हो जाएगी छुट्टी
खुश रहना इतना भी मुश्किल काम नहीं है। बस अपनी लाइफ में इन कुछ आदतों को अपना लें और देखें कैसे ख़ुशी आपके पीछे पीछे दौड़ा कर आती है।
आजकल के स्ट्रेस भरे माहौल में लोग खुश होकर हंसना ही भूल गए हैं। वर्क लोड की चिंता, आर्थिक रूप से मजबूत बनने की चिंता, घर परिवार की चिंता लोगों को खाये जाती है। चिंता धीरे धीरे कब एंजाइटी का रूप लेने लगता है लोगों को पता ही नहीं चलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं हर बीमारी की जड़ है स्ट्रेस और खुशी हर बीमारी का इलाज। ज़्यादा तनाव लेने से लोग डिप्रेशन, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। लेकिन अगर आप खुश रहते हैं तो बीमारियां आपके पास भी नहीं फटकेंगी। खुश रहना इतना भी मुश्किल काम नहीं है। बस अपनी लाइफ में इन कुछ आदतों को अपना लें और देखें कैसे ख़ुशी आपके पीछे पीछे दौड़ा कर आती है।
स्ट्रेस फ्री रहने के लिए इन आदतों को अपनाएं:
- सकारात्मक सोचें: खुश और स्ट्रेस फ्री रहने के लिए सबसे ज़रूरी है कि आप अपनी सोच में बदलाव लाएं। पॉज़िटिव सोच आपको किसी भी गंभीर से गंभीर परिस्थति से लड़ने की हिम्मत देती है। साथ ही इस वजह से आपको बेहतर महसूस होता है। और आप अंदर से ख़ुशी महसूस करते हैं। खुश रहने के लिए नेगेटिव चीजों के बारे में सोचना बंद कर दें। अपने आप को ये समझाएं कि जो हो चुका है वह बीता कल था और अब आपको आने वाले कल के बारे में सोचना है।
- खाली समय का करें सदुपयोग: कहा जाता है खाली दिमाग शैतान का घर होता है। खाली समय में कुछ न करने से हमारा दिमाग कुछ न कुछ बुरा सोचते रहता है। इसलिए खाली समय में कुछ न करने की बजाय अपना दिमाग किसी ऐसे काम में लगाएं जो आपको करना पसंद हो। जैसे - पेंटिंग, सिंगिंग, कुकिंग, फोटोग्राफी। इससे आपका समय भी बीत जायेगा और आप कुछ क्रिएटिव भी कर पाएंगे।
- नियमित करें योग: अपने आप को एंजाइटी और स्ट्रेस से बचाने के लिए आप नियमित तौर पर योग करें। योग करने से सिर्फ शारीरिक तौर पर ही आपको फायदा नहीं होगा बल्कि मानसिक तौर पर भी आपको सुकून मिलेगा।
- नकारात्मक लोगों से बनाएं दूरी: नेगेटिव और नकारात्मक बात करने वाले लोगों से जितनी हो सके उतनी दूरी बनाएं। जो लोग आपसे दूसरों की बुराई करते हैं या चुगली करते हैं उनसे दूरी बना लें। ऐसे लोग आपको कभी भी खुश नहीं रहने देंगे।
- दूसरों से खुद की तुलना न करें: अपने आप की दूसरों से भूलकर भी तुलना न करें। दरअसल, जब आपके दोस्त या कोई कलीग करियर में आपसे आगे बढ़ने लगता है तो कई बार लोग अपने आप को कमतर आंकने लगते हैं। या बहुत ही गलत है इस वजह से आप खुद पर डाउट करते हैं और फ्री में स्ट्रेस और एंजाइटी को दावत देते हैं।