ब्रिटेन की नामी यूनिवर्सिटी 'लॉफबोरो यूनिवर्सिटी' का दावा है कि द पावर ऑफ सेलिब्रेशन यानी खेलना, हंसना, फैमिली के साथ जश्न मनाना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यूनिवर्सिटी के दावे को दूसरे तरीके से समझें तो अगर आपने 90 मिनट तक ओलंपिक मैच देखा और जमकर एंजॉय किया तो आपने 45 मिनट की दौड़ के बराबर कैलोरी बर्न की है। वैसे भी मॉनसून के मौसम में लोगों की फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है जिसकी वजह से लोगों का वजन बढ़ जाता है। इसका साइड इफेक्ट सबसे पहले बॉडी के मसकुलर और सर्कुलर सिस्टम पर पड़ता है। मोटापे की वजह से जोड़ों में दर्द और मांसपेशियों में सूजन-ऐंठन परेशान करने लगती है। ज्यादा वजन होने से मांसपेशियों को प्रॉपर ऑक्सीजन नहीं मिल पाती जिससे लोगों की एनर्जी लो हो जाती है।
मॉनसून में हवा में नमी ज्यादा होने पर शरीर में सोडियम कम हो जाता है जिससे मसल्स वीक होने लगते हैं और हड्डी-जोड़ों में दर्द बढ़ जाता है। अगर शरीर में पहले से कैल्शियम, विटामिन डी, विटामिन बी-12 की कमी हो तो मामला घातक बन सकता है। ऊपर से ह्यूमिडिटी जिससे बीपी इम्बैलेंस होता है और लोगों को शरीर में दर्द होने लगता है। आज योगिक अभ्यास से मसल्स और नसों में ऑक्सीजन भरने के बारे में जानते हैं ताकि आपका शरीर मजबूत रहे और आप एनर्जी के साथ सावन का आनंद ले पाएं।
कमजोर मांसपेशियों से खतरा
हार्ट
ब्रेन
लंग्स
लिवर
स्पाइन
आंख
एनर्जी और एक्टिविटी में कमी
गिरने पर हड्डी टूटने का खतरा
सर्जरी के बाद रिकवरी में देरी
मसल्स की परेशानी
मसकुलर डिस्ट्रॉफी
मसल्स में सूजन
खिंचाव-अकड़न
बॉडी इम्बैलेंस
मसल्स की कमजोरी कैसे करें दूर?
रोजाना व्यायाम करें
विटामिन-डी से भरपूर खाना खाएं
दिन में 4-5 लीटर पानी पिएं
आंवले का सेवन करें
मसल पेन के उपाय
पैदल चलें
रोज दूध पिएं
ताजा फल खाएं
हरी सब्जियां खाएं
ज्यादा देर न बैठें
मोटापा घटाएं
वर्कआउट करें
जंक फूड से परहेज
खतरनाक बीमारी सार्कोपेनिया
तेजी से मसल्स लॉस होता है
हाथ की पकड़ कमजोर होती है
वजन घटने लगता है
दुनिया में 5 करोड़ से ज्यादा मरीज
अगले 40 साल में 20 करोड़ लोग होंगे शिकार
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