हर 7 में से 1 भारतीय है डिप्रेशन का शिकार, स्वामी रामदेव से जानें इससे बचने के उपाय
डिप्रेशन से बचने का उपाय: भारत में करीब 20 करोड़ लोग डिप्रेसिव डिसऑर्डर के शिकार हैं, ऐसे में हमें इससे बचाव के तरीकों के बारे में जानना चाहिए।
नर हो, न निराश करो मन को जब सब छूटने लगे तब भी अपने जुनून का दामन थामे रहिए। यही आपको राह दिखाएगा क्योंकि नाकामी कभी आखिरी नहीं होती। बिल्कुल, थोड़ा बहुत तनाव तो हर किसी के जीवन में है बस ध्यान देने की जरुरत ये है कि ये आपकी जिंदगी पर हावी ना हो क्योंकि ज्यादा स्ट्रेस-टेंशन जाने-अनजाने नर्वस सिस्टम पर निगेटिव असर छोड़ता है। और साथ में ये भी जानना जरुरी है कि ऐसे निगेटिव इमोशंस-डिप्रेशन की वजह कुछ भी हो सकती है। जैसे लाइफ में कोई बड़ा बदलाव, एक्सिडेंट, फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स और हार्मोनल चेंजेज। यहां तक की सर्दी का मौसम भी डिप्रेशन की वजह बन जाता है।
वैसे ही पुरी दुनिया के लिए डिप्रेशन बड़ी प्रॉब्लम बन चुका है। भारत में करीब 20 करोड़ लोग डिप्रेसिव डिसऑर्डर के शिकार है, मतलब हर 7 में से 1 भारतीय को किसी ना किसी तरह के मानसिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, पिछले 30 साल में मेंटल डिसऑर्डर का एवरेज भारत में दोगुना हुआ है। और कोई शक नहीं कि इसके पीछे हमारी-आपकी सोच हैं क्योंकि कई बार लोग अपनी लाइफ को मिशन समझ लेते हैं-प्लान,टारगेट और सक्सेस की रेस में झोंक देते हैं। सेहत से ज्यादा अहमियत अपने काम को देने लगते हैं। लेकिन तमाम कोशिश के बाद कई बार मिशन पॉसिबल नहीं हो पाता। नतीजा डिप्रेशन की गिरफ्त में आ जाते हैं और सुसाइडल टेंडेंसी बढ़ जाती है।
बिल्कुल, NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल 1 लाख 64 हजार से ज्यादा लोगों ने खुदकुशी की। मतलब ये कि भारत में हर रोज करीब 450 लोग निराश होकर जान दे देते हैं,और इनमें बड़ी संख्या 18 से 35 साल के युवाओं की होती है। हाल ये है कि सुसाइड को लेकर सरकार को ‘राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीति’ बनानी पड़ी है ताकि, खुदकुशी के मामलों पर रोक लगाई जा सके ये मसला इतना गंभीर है कि सरकार खुदकुशी को रोकने के लिए हर जिले में डॉक्टर्स तैनात करने की तैयारी कर रही है।
सरकार ही नहीं, हर किसी को इससे बचने की तैयारी करनी चाहिए क्योंकि वक्त पर पहचान होने से लाखों जिंदगी बचाई जा सकती है। और डिप्रेशन की पहचान बहुत मुश्किल भी नहीं है आंखों का रेटिना थोड़ा बड़ा हो जाना, नींद ना आना और बात-बात में गुस्सा आना डिप्रेशन के लक्षण हैं। तो निराश नहीं होना है बस मुश्किलों का सामना करना है। क्योंकि घोर काली अंधेरी रात के बाद एक सुनहरा सवेरा होता है।
सर्दी में मूड स्विंग
सिरदर्द
मसल्स पेन
पेट में ऐंठन
इनडायजेशन
काजू-किशमिश नहीं वेट लॉस करने वाले खाएं ये वाला ड्राई फ्रूट, शोध से जानें कैसे है फायदेमंद
सर्दी में मूड स्विंग
गुस्सा
उदासी
अकेलापन
एंग्जायटी
डिप्रेशन
इन्सोम्निया
ब्रीदिंग प्रॉब्लम
हैप्पी रहेंगे, हेल्दी रहेंगे
हार्ट अटैक का खतरा 39 % कम
कार्यक्षमता में 72% इज़ाफा
प्रतिरोधक क्षमता 52% बढ़ जाती है
8 साल उम्र बढ़ जाती है
हंसी का हेल्थ कनेक्शन
30% लोग ही रोज 20 बार मुस्कुराते हैं
18 साल तक के बच्चे रोज 400 बार हंसते हैं
उम्र बढ़ने के साथ हंसना कम होता है
दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में बढ़ी ठंड, सर्दियों की समस्याओं से बचने के लिए अपनाएं स्वामी रामदेव के टिप्स
दूर होगा डिप्रेशन
8 घंटे की नींद लें
कुछ देर धूप में बैठें
पार्क में टहलें
हॉबीज़ को पूरा करें
सिर की मसाज करें
योग जरूर करें
मेडिटेशन फायदेमंद
डिप्रेशन पास नहीं आएगा
जिंदगी में करें बदलाव
खुद को बिज़ी रखें
नए दोस्त बनाएं
अच्छी किताबें पढ़ें
थोड़ी देर टहलें
संगीत सुनें
खुश कैसे रहें ?
दूसरों की मदद करें
हर घंटे 10 सेकंड
स्ट्रेचिंग करें
मीठा खाने से
बढ़ती है खुशी
ब्रेन रहेगा एक्टिव
रोज रस पीएं
एलोवेरा
गिलोय
अश्वगंधा
डिप्रेशन में फायदेमंद
अखरोट
ग्रीन टी
हल्दी वाला दूध
दही
चने
अलसी
डिप्रेशन में नुकसानदायक
शराब
एनर्जी ड्रिंक्स
चाय-कॉफी
स्मोकिंग
नेचुरल उपाय आजमाएं
किडनी - गोखरू का काढ़ा
आंखों - आंवला-एलोवेरा जूस
लिवर - सर्वकल्प क्वाथ काढ़ा
हार्ट - अर्जुन छाल, दालचीनी काढ़ा