सर्दियो में इन लोगों को होता है हार्ट अटैक का सबसे ज़्यादा खतरा, एक्सपर्ट से जानें कैसे करें अपना बचाव
इस मौसम में कुछ लोगों के लिए दिल से जुड़ी बीमारियों का रिस्क बहुत ज़्यादा बढ़ जाता है। चलिए आपको बताते हैं आप इस बीमारी से अपना बचाव कैसे कर सकते हैं।
ठंड का मौसम अपने साथ बीमारियों की फेहरिस्त भी लाता है। इस मौसम में कुछ लोगों के लिए दिल से जुड़ी बीमारियों का रिस्क बहुत ज़्यादा बढ़ जाता है। दरअसल, सर्दियों के मौसम में ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्राल का लेवल बढ़ने से दिल की सेहत गड़बड़ा जाती है। जिसके कारण दिल में दौरा पड़ने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। हाल ही में जारी हुई एक रिपोर्ट के अनुसार सर्दियों में सुबह के समय हार्ट अटैक के मामले 53 प्रतिशत से ज़्यादा होते हैं। मुंबई बेस्ड डॉक्टर सुधीर मेनन हमें बता रहे हैं किन लोगों को इस मौसम में हार्ट अटैक आने की संभावना ज़्यादा होती है और किन्हें अपनी सेहत को लेकर सावधान हो जाना चाहिए।
सर्दियों में इन लोगों को आता है ज़्यादा हार्ट अटैक
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सर्दियों के मौसम में अधेड़ उम्र के लोगों को अपनी सेहत को लेकर सावधान हो जाना चाहिए। इस मौसम में जो पुरुष 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं उनमे हार्ट अटैक की संभावना कई गुना ज़्यादा बढ़ जाती है। वहीं महिलाओं को 55 वर्ष या उससे अधिक उम्र के दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है। साथ ही जो लोग हद से ज्यादा स्मोकिंग और तंबाकू का सेवन करते है। उनकी हार्ट से ब्लड पहुंचाने वाली नर्व्स ब्लॉक हो जाती है। जिसके कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं तो आपको अपनी सेहत पर ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत है। साथ ही मोटापा, हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबटीज़ जैसी बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति भी इस मौसम में हार्ट अटैक का बहुत ज़्यादा शिकार होते हैं। अगर आपके परिवार में किसी को यह बीमारी रह चुकी है तो आपको हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती हैं।
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ऐसे रखें अपना ख्याल
अगर आप स्वस्थ और सेहनतमंद शरीर चाहते हैं तो केवल कुछ नियमों का पालन करें। ऐसा करने से आप हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी से बचे रहेंगे। अपनी जीवनशैली में हल्का-फुल्का बदलाव करें। समय पर भोजन करें। रात का भोजन हल्का फुल्का करें और कोशिश करें की आप रात 8 बजे से पहले खाना खा लें। समय पर सोएं साथ ही 7 से 8 घंटे अपने दिमाग और शरीर को आराम दें। शहर में रहने वाले लोग दूध व दूध से बने खाद्य पदार्थ का सेवन 40 वर्ष की आयू के बाद बेहद कम कर दें या पूरी तरह छोड दें। खाने से रिफाइंड तेल का इस्तेमाल कम से कम करें। योग और एक्सरसाइज़ रोज़ाना करें।