इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए करें ये योगासन, ऐसे बनाएं इम्यूनिटी बूस्टर काढ़ा
स्वामी रामदेव कहते हैं कि रोजाना दिन की शुरुआत योग से करें। नियमित रूप से योग करने से आपकी शरीर कई तरह की बीमारियों से लड़ने को तैयार रहें। इसके साथ ही जानें कुछ औषधियों के बारे में।
India TV Lifestyle Desk Apr 22, 2020, 11:02:42 IST
आप ये बात अच्छी तरह से जानते है कि अगर आपकी इम्यून सिस्टम मजबूत होगा तो हर बीमारी कोसों दूर रहेगा। जब आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है तो वायरल, सर्दी-जुकाम के साथ-साथ कोरोना का संक्रमण भी हो जाता है। इसलिए हर किसी की इम्यूनिटी मजबूत होना बहुत जरूरी है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि अच्छी तरह से खानपान के अलावा क्या करें। इस बारे में स्वामी रामदेव कहते हैं कि रोजाना दिन की शुरुआत योग से करें। नियमित रूप से योग करने से आपकी शरीर कई तरह की बीमारियों से लड़ने को तैयार रहें। इसके साथ ही जानें कुछ औषधियों के बारे में।
इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए योगासन
- सूर्य नमस्कार- इस आसन को करने आपकी एनर्जी बढ़ती है जिससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन तेजी से होता है। इसे रोजाना कम से कम 5 मिनट करें। फिर धीमे-धीमे समय बढ़ा दें।
- मंडूक आसन- यह क्रोनिक डिजीज जैसे डायबिटीज, हार्ट संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम को मजबूत रखता है। इस रोजाना इसे 5-10 मिनट करें।
- सष्टांग -इस आसन को करने से मांसपेशियां मजबूत होती है। मन शांत होता है। इसके साथ ही इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
- उष्ट्रासन- इस आसन को करने से शरीर लचीला होने के साथ-साथ ताकतवर बनता है।
- वक्रासन- यह आसन पेट, पीठ और पैंक्रियाज के लिए अच्छा है। इसके साथ ही इम्यूनिटी मजबूत होती है।
- भुजंगासन- यह योगासन पूरे शरीर की एनर्जी को ठीक करता है। इसके साथ ही इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
- पवनमुक्तासन- इस आसन को करने से पैंक्रियाज ठीक रहने के साथ-साथ एसिडिटी जैसी समस्याओं से निजात मिलता है।
- उत्तानपादासन- इस आसन को रोजाना आधा मिनट से शुरूआत करें। इसके बाद कुछ दिनों में समय बढ़ा दें। इस योगासन को करने से बॉड़ी का बैलेंस बनता है।
- मरकट आसन- इस योगासन को करने से पूरी पीठ के साथ-साथ शरीर के बैलेंस बनता है।
- शवासन- सभी योगासनों को करने के बाद इस आसन को करके अपने पूरे शरीर को आराम दें।
इम्यूनिटी बढ़ाने के औषधियां
- नियमित रूप से गिलोय, काली मिर्च, तुलसी, हल्दी और अदरक को 400 ग्राम पानी में उबाल लें जब पानी 100 या 50 ग्राम बचें तो इस काढ़ा को पी लें। अगर गर्भवर्ती हैं तो काढ़ा ठंडा करके पिएं।
- आंवला, एलोवेरा जूस पिएं।
- सफेद मूसली, शतावर, अश्वगंधा, शीलाजीत की चूर्ण बनाकर रोजाना खाएं।
- निममित रूप से 1 चम्मच च्यवनप्राश खाएं।
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